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19 May 2020 · 1 min read

बरसा ले लाखों मन पानी

बरसा ले लाखो मन पानी
ये आग तो है दिवानी
इस पानी से और लगेगी
और लगेगी और
देख धड़कन कैसे धड़क रही है
हर बूँद से आग और भड़क रही है
इतनी आसान नहीं बुझ पानी
बरसा ले लाखो मन पानी
ये आग तो है दिवानी
इस मौसम में सब कुछ सुलग रहा है
भीगा है पर जल रहा है
बनने को है नई कोई कहानी
बरसा ले लाखो मन पानी
ये आग तो है दिवानी
ये मौसम अपना जादू दिखा रहा है
जहाँ गिरता है पानी आग लगा रहा है
जला रहा हुस्न जल रही जवानी
बरसा ले लाखो मन पानी
ये आग तो है दिवानी
बरसो ये मन तरसा है
तब जाके सावन बरसा है
बेईमान है मौसम और रुत है सुहानी
बरसा ले लाखो मन पानी
ये आग तो है दिवनी
इस पानी से और लगेगी
और लगेगी और

—ध्यानू

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 308 Views
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