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14 May 2020 · 1 min read

सेनेटाइज़र~जिंदगी

सेनेटाइज़र है ये जिंदगी
डुबोया तेरी यादों को
नजरें भी तरस गई
भिगोया मेरी आँखों को
तुम बस इतना सा कहो
कि यारा जी ना पायें हम
तुम आ जाओ ख़यालों में
फिर से खो जायें हम
सेनेटाइज़र है ये जिंदगी
सफर भी कटता रहा
हाथों में तेरा हाथ था
बड़ी खुशनुमा थी जिंदगी
ज़ब तलक़ तेरा साथ था
वो लम्हे गुजरे हुए
भूले ना मुलाकातों को
सेनेटाइज़र है ये जिंदगी
डुबोया तेरी यादों को
वो मुस्कुराहठें तेरी
थम जाती मेरी साँसों में
वो तेरी तीखी नज़र
थी हलचल सी उदासी में
एक तेरा ही वज़ूद है
मिटाता जो सवालों को
नजरें भी तरस गई
भिगोया मेरी आँखों को
सेनेटाइज़र है ये जिंदगी
… भंडारी लोकेश ✍️

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