Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2019 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

होती है क्या तरक्की किसी गरीब से पूछो
छिन गई हो जिसकी रोज़ी बदनसीब से पूछो ।

रहनुमा रहम दिल हो , ऐसा कभी नहीं हुआ
किस कदर ये खलती है ,टूटती उम्मीद से पूछो ।

छिन ली रिसालो की , हुकूमत बदलते वक्त ने
हश्र क्या हुआ लिखने बालों का, अदीब से पूछो ।

खामोश खड़ा देखता है रोज़ अपने आस पास
किस तरह उड़ती है धज्जियां तहजीब से पूछो ।

मौत मुतमईन है अजय आदमी के इन्तेजाम से
दुआ,दवा ,ईलाज है क्यूँ बेअसर,मरीज़ से पूछो ।

-AJAY PRASAD
TGT ENGLISH DAV PS PGC
BIHARSHARIF ,NALANDA ,BIHAR
?9006233052

3 Likes · 393 Views

You may also like these posts

चाय ही पी लेते हैं
चाय ही पी लेते हैं
Ghanshyam Poddar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
आसां  है  चाहना  पाना मुमकिन नहीं !
आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं !
Sushmita Singh
- होली के रंग अपनो के रंग -
- होली के रंग अपनो के रंग -
bharat gehlot
शाम ढलते ही
शाम ढलते ही
Davina Amar Thakral
धरती के कण कण में श्री राम लिखूँ
धरती के कण कण में श्री राम लिखूँ
हरीश पटेल ' हर'
तबियत बदलती है
तबियत बदलती है
Kunal Kanth
मानसिक शान्ति के मूल्य पर अगर आप कोई बहुमूल्य चीज भी प्राप्त
मानसिक शान्ति के मूल्य पर अगर आप कोई बहुमूल्य चीज भी प्राप्त
Paras Nath Jha
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
ख्वाब रूठे हैं मगर हौसले अभी जिंदा है हम तो वो शख्स हैं जिसस
ख्वाब रूठे हैं मगर हौसले अभी जिंदा है हम तो वो शख्स हैं जिसस
ललकार भारद्वाज
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
International Day Against Drug Abuse
International Day Against Drug Abuse
Tushar Jagawat
2911.*पूर्णिका*
2911.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबकी विपदा हरे हनुमान
सबकी विपदा हरे हनुमान
sudhir kumar
*समय*
*समय*
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
दोस्ती की हद
दोस्ती की हद
मधुसूदन गौतम
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
Rj Anand Prajapati
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
Diwakar Mahto
अंतर्द्वंद्व
अंतर्द्वंद्व
रीतेश माधव
GM
GM
*प्रणय*
#ਕੌਡੀ
#ਕੌਡੀ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
प्रोफेसर ईश्वर शरण सिंहल का साहित्यिक योगदान (लेख)
प्रोफेसर ईश्वर शरण सिंहल का साहित्यिक योगदान (लेख)
Ravi Prakash
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
पंकज परिंदा
काव्य में सहृदयता
काव्य में सहृदयता
कवि रमेशराज
फोन:-एक श्रृंगार
फोन:-एक श्रृंगार
पूर्वार्थ
सात फेरे
सात फेरे
Dinesh Kumar Gangwar
जज्बे से मिली जीत की राह....
जज्बे से मिली जीत की राह....
Nasib Sabharwal
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...