Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2024 · 2 min read

दोस्ती की हद

दोस्त भगवान से भी बड़ा होता हैं ।
हर मुसीबत में वो ही साथ खड़ा होताहैं ।
सब रिश्तों से ऊपर दोस्ती होती हैं ।
कोई मुझसे एक वरदान मांगने की कहे तो में दोस्तों की कुशलता मांगू। एक दोस्त के लिय में हजार परिवार कुर्बान कर दूँ।
दुनिया में सबसे गरीब वो हे जिसके दोस्त नही हैं ।
दोस्त हैं तो जीवन हैं वरना कुछ नही। आदि आदि संदेश हज़ार बार पढ़ने को मिलते हैं तो उस ही प्रकार का असर दिखाते हैं जैसा की 100 बार बोला गया झूँठ सच मान लिया जाता हैं ।
मुझे भी ऐसे msg बहुत मिले लेकिन मेरे गले नही उतरे। सो मै इस आभाषी दुनिया से बाहर निकल गया। जो की आभाषी दुनिया वालों को जाहिल गंवार बेवकूफी लगती हैं । रात दिन दोस्तों की सेवा में लगे रहने वाले इतना जान ले। आखिरी 8 कंधो की जरूरत के समय जाहिल गंवार पड़ोसी या रिश्तेदार ही साथ देतेहैं । इनका साथ छुड़ाने वाले ज्ञानी मौजमस्ती वाले दोस्त tissue पेपर की तरह इस्तेमाल कर के निकल जाते हैं ।
पर यह सच वो लोग नही समझ सकते जिनकी आँख खुलते ही राम का नाम या बुजुर्गो का आशीर्वाद लेने की बजाय जो आवारा दोस्तों के गुड मोर्निंग या सोने से पहले टेक केयर कहने वालो को ही अपना समझते हैं । उन पर इतना समय कुर्बान करते हैं कि अपना परिवार बर्बाद भी हो जाय तो भी उनका गुड लक ही समझते हैं । पर वो उस हिप्नोटिज्म से बाहर नही निकल सकते। उनको हर बंधन नागवार लगता हैं ।और एसा हैं तो मैं उसे गलत नही समझता क्योंकि तूफ़ान में हर कोई नही बचता विवेकशील ही बच पाते है।
आजकल वस्त्र बदलना और ..पार्टनर ..बदलने में कोई अंतर न समझने वाले ही अपने आपको मॉडर्न समझते हैं बाकि को तो जाहिल गंवार माना जाता हैं ।
पति पत्नी के रिश्ते में सड़ांध और bf -gf के रिश्ते में खुशबु आने लगी हैं । पति पत्नी भी सार्वजनिक जगह pr frnd दिखने दिखाने में ज्यादा विश्वास करते हैं ।यह सृष्टि का बदलाव हैं आज से नही काफी समय से चल रहा हे।कुछ लोग इसे आत्मसात कर लेते हैं कुछ आत्मसात का दिखावा कर लेते हैं बाकि परेशान होकर दुनिया से कट जाते हैं ।मेरा लिखने का तात्पर्य यहां यह नहीं है कि दोस्ती अच्छी बात नहीं। दोस्ती भी व्यक्ति के जीवन का आवश्यक ही नहीं अति आवश्यक अंग है ,परंतु यह किसी अन्य रिश्ते का अतिक्रमण करें इस बात का अवश्य ख्याल किया जाना चाहिए।
यानि दोस्ती की हद को सरहद की तरह समझना आवश्यक है।

कलम घिसाई

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 1 Comment · 171 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

विसर्जन
विसर्जन
Deepesh Dwivedi
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
Jyoti Roshni
जीवन आशा
जीवन आशा
Neha
4399.*पूर्णिका*
4399.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
" कह दो "
Dr. Kishan tandon kranti
माँ
माँ
Shailendra Aseem
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
25 , *दशहरा*
25 , *दशहरा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
Anil Kumar Mishra
लगे मुझको वो प्यारा जानता है
लगे मुझको वो प्यारा जानता है
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
sp 60 सेवा भी कीजिए/ चंद साल में
sp 60 सेवा भी कीजिए/ चंद साल में
Manoj Shrivastava
कहा कृष्ण ने -
कहा कृष्ण ने -
महेश चन्द्र त्रिपाठी
भारत देश हमारा है
भारत देश हमारा है
Arvind trivedi
प्रेम पथिक
प्रेम पथिक
Jai Prakash Srivastav
यथार्थ
यथार्थ
Shashank Mishra
श्री कृष्ण जन्म कथा
श्री कृष्ण जन्म कथा
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नाक पर दोहे
नाक पर दोहे
Subhash Singhai
अवतार
अवतार
Shweta Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
न मैं
न मैं "विक्रम",
*प्रणय प्रभात*
"प्रयास"
Rati Raj
होली के रंग
होली के रंग
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कैसे कह दूँ ?
कैसे कह दूँ ?
Buddha Prakash
"दोषी है कौन"?
Jyoti Pathak
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
Dr fauzia Naseem shad
दिल में पीड़ा
दिल में पीड़ा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
पंकज परिंदा
सैनिक
सैनिक
Dr.Pratibha Prakash
Loading...