याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है
रक्षा बंधन
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शांति दूत हमेशा हर जगह होते हैं
काश तुम आती मेरी ख़्वाबों में,
*आया जाने कौन-सा, लेकर नाम बुखार (कुंडलिया)*
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
ख़्वाब तेरा, तेरा ख़्याल लिए,
🙌🍀🪧 You can seem like a millionaire