Posts Language: Maithili 933 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next Dr. Kishan Karigar 23 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति- टांगघिच्चा,भोजखौकार, बुझक्करी दाबी, काज छोड़ि जाति टा भंजियाएब, गाछ पर चरहा छह? (अई यथार्थ के कतेक मुँह झांपब?) Maithili · तेवरी 387 Share DrLakshman Jha Parimal 23 Oct 2021 · 1 min read " कनियाक प्रतीक्षा " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============= मन मे आभास भेल , दिन मास बीति गेल , प्रियतम जे छथि दूर , अऔताह एहि बेर घुरि !! सब दिन स्नान करि,... Maithili · कविता 190 Share निरुपमा 23 Oct 2021 · 1 min read हमरा बिसरलहुँ यौ पिया जी... हमरा बिसरलहुँ यौ पिया जी... (मैथिली विरह गीत) °°°°°°°°°°°°°°°°°°° हमरा बिसरलहुँ यौ पिया जी, अपने विदेशबा गेलहुँ हो राम। जब-जब याद आबै,अहां के सुरतिया, कटला सऽ कटैयै नेऽ,विरहा के रतिया।... Maithili · कविता 6 2 537 Share निरुपमा 23 Oct 2021 · 1 min read छलौं अंखिया केऽ नूर... छलौं अंखिया केऽ नूर... ( मैथिली लोकगीत) °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° छलौं अंखिया केऽ नूर, पापा किये कयलहुँ दूर। हमरा लऽ चलु ने... सबहक दिल कऽ टुकड़ा, सौंप देयलहुँ ककरा। हमरा लऽ चलु... Maithili · कविता 5 635 Share Acharya Rama Nand Mandal 22 Oct 2021 · 1 min read बुद्ध बुद्ध बुद्ध मिथिला के रहे। लुम्बीनी मिथिला में रहे। ज्ञान आइ के बिहार में पाये रहे। तहिया आइ के बिहार न रहे। बुद्ध के ज्ञान दुनिया में फैलल रहे। मिथिला... Maithili · कविता 1 592 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Oct 2021 · 1 min read रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन (कविता) हाय रे, हाय, हाय रे हाय ! रूसल हमर पूर्णिमा के चाऽन ! मरि जाउ देखि बिनु हम तोरा सुनरकी, देखू जखन नै जाउ... Maithili · कविता 10 7 459 Share Dr. Kishan Karigar 22 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? (हास्य कविता) कोनो गतर मे लाजे नै?त बाते की? गारि गंजन लगले कपरफोरियो क लेब? हमरा सन बुझक्कर तेसर के नै जानी? करब हम मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? दिन भरि हो हो... Maithili · कविता 1 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Oct 2021 · 1 min read प्रेम अपने कोना छमकै छी आउ हिअ मे सोलह सिगार मे आउ आउ एक दोसर मे समा जाउ आउ स्वप्न मे नीरस जिनगी मे रंग भरू आमोद करू तन मन आओर... Maithili · कविता 10 6 296 Share Dr. Kishan Karigar 21 Oct 2021 · 1 min read ग़रीब (मार्मिक कविता) हम छी गरीब नहि आब दैत छथि हमरा कियो अपना करीब किएक त हम छी गरीब।। भरि दिन भूखले रहि केँ किछु काज राज करैत छी मुदा तइयो दू टा... Maithili · कविता 1 343 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Oct 2021 · 1 min read " कहू त एहनो कुठाराघात ?" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ==================== माँ सरस्वती पूजाक धूमधाम दुमका शहरक दोग दोग मे भऽ रहल छल ! साँझ मे हम दुनु गोटे दर्शनक भांज मे निकलहूँ !... Maithili · लेख 257 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Oct 2021 · 1 min read " भसियायल बऊआ " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ---------------------------- बऊआ आब आहां भसिया गेलहुं ! पता नहिं कोन दुनियाँ मे उझरा गेलहुं ? घुरि कें नहिं देखैत छी ! समयक आभाव अछि... Maithili · कविता 237 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Oct 2021 · 1 min read " फेस बुक क छः टा परमाणु बम " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================== लाइक, लव, हाहा , वो , सैड आ एंग्री छः टा अस्त्र हमरा फेसबूक मे भेट गेल ! हम किया अनेरो आहाँक लेखनी... Maithili · कविता 174 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Oct 2021 · 1 min read " बहिरा नाचे अपने ताले " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== बड्ड नचेलहुँ हमरा ! इ नहि करु ,वो नहि करू ,उम्हर नहि जाऊ ,इ पहिरू ,हिनका प्रणाम करू ,इ स्कूल मे नहि ओ स्कूल... Maithili · लेख 405 Share निरुपमा 19 Oct 2021 · 1 min read बेटी लगन (मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा) बेटी लगन (मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा) मैथिली गीत मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा, फुलबा एहन सुकुमार यौ। मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा, फुलबा एहन सुकुमार यौ।... Maithili · कविता 6 7 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Oct 2021 · 1 min read मैथिल बाबू (कविता) प्रत्यय के मुठी बन्न कऽ लिअऽ इजोतकें सोझा आबि किछ कऽ लिअऽ अपन आगू झुका देब एक दिन दुनियाँ के धधकत आँगि पहिने इ भरी लिअऽ प्रत्यय के मुठी बन्न... Maithili · कविता 7 4 520 Share BADRI NATH ROY 18 Oct 2021 · 1 min read मैथिल_के माछी मैथिल मच्छर मैथिल मैथिल मिथिलाक पवन वसात..। घास-पात सेहो अछि मैथिल काँटक सहित मखानक पात..।। चूरा-दही चिन्नियोँ अछि मैथिल तरुआ आ तिलकोरक पात। अँमट अँचार सेहो अछि मैथिल तुलसीफूल... Maithili · कविता 382 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 1 min read कोजगरा (हास्य) मोन होंगे जे आंसू वायस, मडवा पर होता चुमौन। आंखि मे काजर,ललका धोती माथ पर परितै दूइव आ धान।। आई माई सभ गीत गवितथि, पत्नी बैसतथि कोबरा घर। बेटा बेटी... Maithili · कविता 447 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 2 min read देवी शक्ति(संस्मरण)नास्तिक स आस्तिक ----------------------------------------------------------- बात 1978 के थिक।दिवाली दिन छलै,भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट टेस्ट मैच मे भारत हारि गेल छल,पिताजी मोतिहारी मे पदस्थापित छला।पिताजी स्वयं नीक स्पोर्टस मैंन छला मोहन बगान... Maithili · कहानी 332 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 4 min read अप्पन आन,की,आन अप्पन--२ गतांक स आगू.......... वाच मैंन बुढ़िया के बजौलक , बुढ़िया आयल मोहन वावू,उठि के स्वागत केलखिन,मुदा राधा बैसले रहलि,मोहन वावू पुछलखिन जे इ बंगला त हम मित्र महेश स किनने... Maithili · कहानी 235 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 2 min read अप्पन आन ,की,आन अप्पन---१ --------------------------- शारदा निवास ,मोहन वावू दू मास पहिने किन्ने छला।पूणे स बंगलूरू तबादला भेलैन्ह त पहिने बंगलूरू में एक्टा बंगला किन लेला।मोहन वावू रेलवे में इन्जिनियर छलाह,पत्नी राधा रेलवे में... Maithili · कहानी 248 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 4 min read पिता 3( गतांक 2 स आगा अंतिम) ___________________________ दू नू भाई बहिन 3BHKफ्लैट किराया लेलक, आधुनिक सुख सुविधा के सभ समान छलै,शीला ब्रह्ममूहूर्त मे जागि के पूजा पाठ क दूनू ले नास्ता आ लंच तैयार क दै,तखन... Maithili · कहानी 483 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 3 min read पिता 02(01 के गतांक स आगू ___________________________ शीला अहल भोरे गाड़ी पकडि नैहर लेल प्रस्थान के ली।भरि बांट मस्तिष्क मे द्वंद के दंगल हरहोरि मचौने छल,पिता के हमर उठौल डेग पर केहन प्रतिक्रिया हेतैन्ह नहि जानि?स्त्रीगण... Maithili · कहानी 284 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 3 min read पिता। 01 ___________________________ शीला आ जितेन्द्र समवायस एकहि कक्षा मे पढैत छल। दून मे प्रगाढ मित्रता छल,दूनू पढ़ाई मे सेहो कुशाग्र छल,मैट्रीक दूनू प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण भेल।जितेन्द्र आगू पढ़वा लय शहर... Maithili · कहानी 503 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 2 min read सेहन्ता (मार्मिक कविता) हमरो छल एकटा सेहन्ता औ बाबू कहियो त उठी कहब अहाँ आब उठू यौ बौआ भेलैए भोर अहाँक दोस महीम कए रहल छथि सोड़।। हिचुकै हिंचुकै एसगर हम कनैत छलहु... Maithili · कविता 1 335 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Oct 2021 · 1 min read मातृभूमि हम देस बसू वा परदेस बसू, हियसँ कखनो नहि बिसरायब , हे मातृभूमि मिथिला अभिमान हमर ! करू इयाद हमे जखने कहब तखने सुनब, माथ पर गमछा के मुरेठा बान्हकेँ... Maithili · कविता 7 4 663 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Oct 2021 · 1 min read “ फेसबुक “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================= चमकब त चमकैत रहू , महकब त महकैत रहू ! आँगन आहाँ कें अछि , गमकब त गमकैत रहू !! राग भैरवी गाऊ... Maithili · कविता 172 Share श्रीहर्ष आचार्य 17 Oct 2021 · 1 min read नवभाषा निर्माण करै छै(कविता) मृत्यु तल्प पर नान्ह आयु ओघराबै बोली । भाषा गाछसे बोली टेहु काटि रहल टोली ! ढाह दिअ अहिना गर्व के,ई ग्यानीक होली, दियो मैथिलपुत्र दिनकर अशीष के गोली ।... Maithili · कविता 7 5 604 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Oct 2021 · 1 min read " हम किया प्रणाम करब अपना सं श्रेष्ट कें ?" डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ========================= बड भ गेल अभिनन्दन , शिष्टाचार आ अभिवादन ! हम किया प्रणाम करव अपना सं श्रेष्ट कें ? प्रणामक परिपाटी त औपचारिके मात्र रहि... Maithili · कविता 282 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Oct 2021 · 1 min read " फेस बुक क छः टा परमाणु बम " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================== लाइक,लव, ,हाहा ,वो ,सैड आ एंग्री छः टा अस्त्र हमरा फेस बूक मे भेट गेल , हम किया अनेरो आहाँक लेखनी पढ़ब , आ... Maithili · कविता 233 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Oct 2021 · 1 min read " जुनि कहू बाय -बाय " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================= हमर लेख ,ब्लॉग ,रचना आ कविता इत्यादि मे मान मर्यादा ,मृदुलता ,सौम्यता आ शिष्टाचार क प्रथिमकता सर्वोपरि रहित अछि ! रचना व्यक्तिगत अनुभव आ... Maithili · लेख 1 2 221 Share Dr. Kishan Karigar 16 Oct 2021 · 1 min read देशऽक चिन्ता किनको छनि स्वार्थक चिन्ता किनको छनि घूस लेबाक चिन्ता नेता सभ के अछि कुर्सीक चिन्ता मुदा किनको नहि अछि, देशऽक चिन्ता। चुनाव जीतलाक बाद, कुर्सी भेटलैन्ह नेताजी के भऽ गेलाह... Maithili · कविता 1 274 Share Acharya Rama Nand Mandal 15 Oct 2021 · 1 min read दुश्मन दुश्मन राक्षस होय हैय। दुश्मन दैत्य होय हैंय। दुश्मन दानव होय हैय। दुश्मन असत्य होय हैय। दुश्मन अंधकार होय हैय। दुश्मन पापी होय हैय। दुश्मन महाविद्वान होय हैय। दुश्मन महापंडित... Maithili · कविता 1 236 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Oct 2021 · 1 min read जिनगी कइसन कटि तोहरे बिन उड़ गेल जी क चैन अछि प्रीतम मन रहल बेचैन अछि जिनगी कइसन कटि तोहरे बिन कटत नहि इ बिरहा रैन अछि ••• Maithili · कविता 2 1 221 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Oct 2021 · 1 min read प्रीतम मनवा गाबैत छी प्रीतम मनवा गाबैत छी जिनगी बीते जावैत छी नेक विचारे करि ले किछु तू कहू पाप कमाबैत छी दुख कम करिबे प्रीतमक जी काहे भरमाबैत छी तन क गरब न... Maithili · कविता 3 2 235 Share Dr. Kishan Karigar 15 Oct 2021 · 3 min read पोसलाहा छागर सब आई गेले घर छह? (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत चल जाइत रहै जे हे पोसलाहा खस्सी सब? आई त गेले घर छह? पूजा होइ टा के देरी छै? तकरा बाद खरांस स गर्दैन उड़ा देल जेतह? ताबे... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 654 Share Acharya Rama Nand Mandal 14 Oct 2021 · 1 min read मैथिली साहित्य मैथिली साहित्य में! कथ्य आ शिल्प हैय। देव आ दानव हैय। मैथिली साहित्य में। दर्शन आ मर्दन हैय। आदर आ अनादर हैय। मैथिली साहित्य में! राजा आ रानी हैय। कविता... Maithili · कविता 1 1 654 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Oct 2021 · 1 min read प्रितम प्रितम हे,तौर अंगना कखनहुँ के आयत बैरी सासू दूलरी रहत,जँ के मोरा जानत सात जनमक बैरी रहत,रसमधुर के जानत तोँ बैसी सब दिन गाम पोखर जाकऽ के जानत तोर रंगरससँ... Maithili · कविता 7 6 279 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read मैथिली पैरोडी गीत केना लहंगा उठा के हम चलू सजना? अहाँ हमरा लग मे आउ बजाउ कंगना? कखैन स सजल हम बैसल छी? अहाँ बाजू की हमरा देब मुँह देखना? ©के. के धुनचोरौआ... Maithili · गीत 1 441 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read कक्का हमर उचक्का । (होली पर हास्य कविता) ओंघराइत पोंघराइत हरबड़ाइत धड़फराइत धांई दिस बान्हे पर खसलाह कक्का हमर उचक्का होरी मे बरजोरी देखी मुस्की मारैत काकी मारलखिन दू-चारि मुक्का।। धिया-पूता हरियर पीयर रंग सॅं भिजौलकनि बड़की काकी... Maithili · कविता 1 636 Share Dr Jay narayan giri 11 Oct 2021 · 2 min read बैसारीमे ● ● □डा0 जय नारायण गिरि” इन्दु ” ¤¤¤¤¤ (लॅक डाउनक कालमे लिखल गेल ई कविता) ~~~•••~~~•••××ו••~~~•••~~~ लॅक डाउनमे बन्द भेल छी कहू अपन की हाल विशेष धंधा अपन छोड़ि... Maithili · कविता 1 287 Share Dr Jay narayan giri 11 Oct 2021 · 1 min read मिथिलावासी सभ जन छी मिथिला वासी ब्राह्मण कोइरी यादव तेली शेख दुसाध ओ सन्यासी मिथिलामे जे रहनिहार छी सभ जन छी मिथिला वासी मुसहर डोम चमार तमोली राजपूत सहनी भूमिहार देवै... Maithili · कविता 1 302 Share Dr Jay narayan giri 11 Oct 2021 · 1 min read अरे! मुनव्वर भाई आदाब(कविता) ~~~~~•••••~~~~~ अरे! मुनव्वर भाई आदाब असली चेहरा हटल नकाब हामिद अंसारी के भाइ देखल दुनिया तोहर ढिठाइ उर्दूकें तों बड़का शायर तोरा सन नहि दोसर कायर आतंकीकें दै छें साथ... Maithili · कविता 1 444 Share Dr Jay narayan giri 11 Oct 2021 · 1 min read अयलै_साओनके_समैया(गीत) अयलै_साओनके_समैया सावनके अयलै समैया हो भैया पूजाके अयलै समैया। बलहा घाटसँ जल भरि लायब भेरवामे बाबा उगनाकें चढ़ायब जल संग धथूर वेलपत्र हो भैया सावनकें अयलै समैया। सुल्तानगंजसँ जल भरि... Maithili · कविता 1 277 Share श्रीहर्ष आचार्य 11 Oct 2021 · 1 min read जिनगी पथ सन्न बैसू हम केहन जिनगी छै के अप्पन के पराया छै काँट भरल अतह सगरे पथ रोड़ा बनिकेँ ठारह अपनेक देखू केओ नै अप्पन एहि ठाम सब पराया छै पैघ... Maithili · कविता 7 3 488 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read साहित्यक दलाल स लड़ब हम, साहित्यक दलाल स लड़ब हम, धर्मक ठिकेदार के देबै हम खिहाइर? लोकचेतना अनबै,यथार्थक संग रहबै फांर बान्हि ठाढ़? जनसरोकार बढ़ौ, कारीगर लिखत बिद्रोहक भाषा. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Maithili · तेवरी 1 469 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) कियो धर्मक नाम पर कियो जातिक नाम पर कियो पैघक नाम पर कियो छोटक नाम पर एहि समाजक किछू भलमानुस लोक अपने मे कऽ लेने छथि बँटवारा। हे यौ समाजक... Maithili · कविता 1 330 Share Dr. Kishan Karigar 10 Oct 2021 · 1 min read लिखैत रही लिखैत रही। मोन होइए जे एक मिसिया कऽ पिबैत रही मुदा कहियो कऽ किछू-किछू लिखैत रही कनेक हमरो गप पर धियान देबैए मोन होइए जे पाठक सभ सॅं भेंट करैत... Maithili · कविता 1 327 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Oct 2021 · 1 min read “বন্দনা” ডাঃ লক্ষ্মণ ঝা “ পরিমল ” ================ অছি হমর ই কামনা , ক রহল ছী সাধনা , লোক ভয় সং মুক্ত হো, জ্ঞান গঙ্গা যুক্ত হো , অগ্রসর হোইত রহি... Maithili · कविता 441 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Oct 2021 · 1 min read " मिथिलाक नारीक बदलल स्वरुप " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== आब मात्र कविता धरि सीमित रहि गेल ,-- " चलू प्रियतम मेला चलू. .हम चूड़ी कीनब , हम लहठी कीनब , चन्द्रहार लेब टिकुली... Maithili · कविता 320 Share Acharya Rama Nand Mandal 10 Oct 2021 · 1 min read झिझिया झिझिया डगहर के झिझिया निमन न लगैय। अनपढ़ गंवार गरीब नचैय।१। बिना साज बाज, बिना ताल नचैय। डिबिया के तेल लेल पैसा मंगैय।२। डगहर के झिझिया में भक्ति भाव रहै... Maithili · कविता 541 Share Previous Page 14 Next