Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2020 · 1 min read

कैसा आया काल कोरोना

-: कैसा आया काल कोरोना :-

चीन की है चाल कोरोना, बचा नहीं कोई भी कोना।
दुनियां पर भारी कोरोना, मार रहा मानव कोरोना !!

सब सीमाएं लांघके कोरोना अब भारत में आया हैं।
कितनों के घर उजड़ गए क्या कोहराम मचाया है !!

सन्नाटा छाया उन शहरों मे जो इसकी चपेट मे आयें है।
कोरोना खत्म कब होगा ये बुरे दिन कैसे अब आयें हैं !

घर है। “घर’ में कैद कौन- किसपे विशवास करे ।
कोई नहीं उपचार काल ख़ुद इससे आँहे भरे !!

कोई नहीं दवाई इसकी, आई कैसी मौत ये महामारी।
हाथ खडे कर लिए सबने व्याकुल हैं दुनियां ये सारी !!

अगर कोरोना से बचना है तो घर में ही रहना होगा।
लोकडाउन का पालन करके साथ देश का देना होगा!!

घर में रहलो बाहर क्या जाना देशी भोजन घर खाना।
थोड़े दिन अब घर मे रहलो बंद करो ये आना जाना !!

घर से बाहर जंहा भी जाएँ मास्क लगाकर ही हम जाएँ।
सामाजिक दूरी रखकर के कोरोना को अब तुरंत भगाएं!

कुछ अपवाद ऐसे भी होंगे बाज़ारो मे फिरते होंगे
लैके कोई रोग साथ मे ख़ुद परिवार के दुश्मन होंगे !!

जिसको नहीं जान ये प्यारी कोरोना से करले यारी।
छोड़छाड़ ये दुनियादारी मृत्युलोक की करे तैयारी !!

बाहर से आयें लोगों का कुछ कहके ना अपमान करे।
हाथ मिलाने से अच्छा है, हाथ जोड़ प्रणाम स्वीकारे !

मिलकर के सब करें सामना मोदीजी का है ये कहना।
चिकित्सको की बात मानकर अब है घर मे ही रहना!!

– भगवान सिंह चारण डीडवाना

Language: Hindi
507 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चक्रव्यूह की राजनीति
चक्रव्यूह की राजनीति
Dr Parveen Thakur
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
Ashok deep
हार जाती मैं
हार जाती मैं
Yogi B
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
सिद्धार्थ गोरखपुरी
23/98.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/98.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जिस सामाज में रहकर प्राणी ,लोगों को न पहचान सके !
जिस सामाज में रहकर प्राणी ,लोगों को न पहचान सके !
DrLakshman Jha Parimal
🌹हार कर भी जीत 🌹
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr Shweta sood
*कौशल्या (कुंडलिया)*
*कौशल्या (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
"बरसाने की होली"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नाम बदलने का था शौक इतना कि गधे का नाम बब्बर शेर रख दिया।
नाम बदलने का था शौक इतना कि गधे का नाम बब्बर शेर रख दिया।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज़िंदगी
ज़िंदगी
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
Raazzz Kumar (Reyansh)
Can't relate......
Can't relate......
Sukoon
अप कितने भी बड़े अमीर सक्सेस हो जाओ आपके पास पैसा सक्सेस सब
अप कितने भी बड़े अमीर सक्सेस हो जाओ आपके पास पैसा सक्सेस सब
पूर्वार्थ
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
राम
राम
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शादीशुदा🤵👇
शादीशुदा🤵👇
डॉ० रोहित कौशिक
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shaily
फूल से आशिकी का हुनर सीख ले
फूल से आशिकी का हुनर सीख ले
Surinder blackpen
कुछ गम सुलगते है हमारे सीने में।
कुछ गम सुलगते है हमारे सीने में।
Taj Mohammad
मन की इच्छा मन पहचाने
मन की इच्छा मन पहचाने
Suryakant Dwivedi
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
Neeraj Agarwal
मर्चा धान को मिला जीआई टैग
मर्चा धान को मिला जीआई टैग
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...