Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 48 Next Poonam Matia 10 Feb 2024 · 1 min read *याद तुम्हारी* याद तुम्हारी क्या कहूँ ........ प्रेशर कुक्कर की सीटी-सी है आती है तो तूफ़ान-सा शोर लेकर पर उसे दफ़्न कर देती हूँ भीतर ही कहीं जैसे बजती हुई सीटी का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 1k Share Kanchan Alok Malu 10 Feb 2024 · 1 min read मोबाइल की चमक से भरी रातें, मोबाइल की चमक से भरी रातें, इंसान की जिंदगी की, बदल गई कई सारी बातें। स्मार्टफोन के खेल, और चैटिंग करने की होगई आदतें रिश्ते हुए दूर, और कम होगई... Poetry Writing Challenge-2 6 10 159 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read जिस दिन से बिटिया रानी - डी के निवातिया जिस दिन से बिटिया रानी, मेरे आँगन छोड़कर चली गयी, मिलन को तरस रहे है नैना, क्यों बाबुल की गली भूल गयी !! निर्झर बरसते है मेरे नैना, जैसे सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · गीतिका 1 123 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** ऊँघती धरा, भरे जो अंगड़ाई, क्रूर क्रंदन !! *** ओस की बूँद ललाट सजाकर, रिझाते पुष्प !! *** बसंत राग, गाता है जब फाग, झूमती धरा !! ***... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 108 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु – प्रकृति *** ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! *** भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! *** अकेला खड़ा, प्रकृति... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 137 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** छू गई मन, फ़िज़ाओ में बिखरी तेरी खुशबू !! *** आँखों है दंग, पढ़ी मन की चिट्ठी प्रीत के संग !! *** नेह धूप से, हर लेता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 150 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया बसंत हाइकु *** कोयल गायें, सरसों लहलायें बसंत आये !! *** सरसों छाये, ओढ़े पीली चादर, खेत मुस्काये !! *** बागों में शोर लदने लगे जब, आमों पे बौर !!... Poetry Writing Challenge-2 1 130 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** दरख़्त झुके, हिम अगवानी में, पवन रुके !! *** हिम चादर तानकर है लेटा, पार्क में बेंच !! *** सर्दी का भूत, हिम राहों पे घूमें, बनके दूत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 100 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* माहिया तू वादा कर मिलना जरूरी है, एक बार इरादा कर !! *** रुख कैसे मोड़ ले हम, उनकी बातो को, उन तक क्यूँ छोड़ दे हम !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 70 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* सावन सूना जाए तेरे बिन साज़न बरखा मुझे ना भाये।। *** ये सावन के झूलें कहते है हर पल तुमको कैसे भूलें ।। *** पूछे मुझ से रातें,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 139 Share डॉ० रोहित कौशिक 10 Feb 2024 · 2 min read फिर क्यों मुझे🙇🤷 लालसा स्वर्ग की रहे?🙅🧘 मुझे जब मिला है , सूरज का शौर्य और धरा का रज, कला परिवर्धन , चन्द्रवत् धीरज फिर क्यों मुझे लालसा स्वर्ग की रहे? अम्बु, अनिल और अनल, आजीवन मिलेंगे... Poetry Writing Challenge-2 · Deshbhakti Geet · अमरत्व · गीता · देशप्रेम · मेरा सुन्दर सपना 2 150 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ****** जाती हो तो जाओ, बीती बाते तुम, यादो में ना आओ !! ! आओ ना मस्ती में, की खो ना जाऊं मैं दिल की बस्ती में !! !... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 79 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया *** ये दिल कुछ कहता है, इसकी भी सुन ले, तुझ में ही रहता है !! ! सुन इस फरियादी की ये क्यूँ करता है, बातें बरबादी की !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 61 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read " बंदिशें ज़ेल की " समय को सामने से निकलता देख तु, हाथ मलेगा पश्चाताप के अग्नि में जलेगा अपने आप से रूठ जायेगा हृदय जब टूट जायेगा जब कोई अनहोनी सी खबर आयेगी समय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 226 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया **** दिन आये फूलों के, मौसम डालने का, पेड़ो पर झूलों के !! *** कोयल का गान सुनो, क्या कहती है ये, रखकर तुम कान सुनो !! *** गाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 69 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है ग़ज़ल ***** तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है, तन्हा रहकर ये समझे तन्हाई क्या होती है ! यूँ तो बहुत सुना था जमाने के मुख से मगर, करके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, ग़ज़ल ****** बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, कई रातें गँवा देते गजल अच्छी बनाने में ! न जाने कौन सी जादू कलम इनके लगी हाथों, नहीं देरी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, ग़ज़ल ***** अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, मिरे दिल की भला क्यूँकर छुपाऊं मैं ! उसे तन-मन से माना है ख़ुदा अपना, क्यों सब कुछ न उस... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, विधा: ग़ज़ल ********** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, टूटा जो फूल डाली से कभी खिलता नहीं यारों ! लगा चाहे ले जितना ज़ोर लेकिन सच... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, ग़ज़ल ********* निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, मिला कर नजर अब हटाना नहीं है ! भले ही कहे जग मुहब्बत करो तो, सनम से हक़ीक़त छुपाना नहीं है ! जो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 114 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read " आज़ का आदमी " मनचाहा मिल जाए दुकान ढूंढता है कहां मन्दिरों में कोई भगवान ढूंढता है ज़मीर बेच- बेच कर पहचान ढूंढता है सफ में चोरों के रहकर ईमान ढूंढता है ओंछी सी... Poetry Writing Challenge-2 · चुन्नू लाल गुप्ता · लेख 1 145 Share डॉ० रोहित कौशिक 10 Feb 2024 · 2 min read बदल गया जमाना🌏🙅🌐 अब वो जमाना ढल गया जब, बातों में मिसरी घुली होती।। उषा सवेरा करती अरुणिमा, सुमन - सुगंधि वाता लाती। दिनकर करों से अश्रू धरा की, मिटाता मलिन धूमिल- दृष्टि... Poetry Writing Challenge-2 · 12 आजकल · ज़माना · बदलता इंसान · बदलती फितरत · बदलना और मिटना 2 139 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर राम संग जीवन मुझको जीना है अब मेरे भगवन मुझको बस तुझमें ही तो रमना है छल कपट और राग द्वेष से... Poetry Writing Challenge-2 1 157 Share विजय कुमार अग्रवाल 10 Feb 2024 · 1 min read इंसान सबसे बुद्धिमान प्रजाति इस धरती पर इंसान है। मानसिक क्षमता का फ़ायदा उठाना उसके लिये आसान है।। क्षमताओं की कड़ी चुनौतियों का उसको होता पूरा ज्ञान है। संतुलन यदि बिगड़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 141 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read भारत देश भारत, तेरी धरती सोना, विश्व में श्रेष्ठ, अनमोल रत्न। अनेक भाषाओं का आदर्श, संस्कृति का विशाल क्षेत्र। हिमालय की शीतल छाँव में, गंगा का नीर बहता धार। गंगा, यमुना, नर्मदा,... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending · Trending Poetry · Trending Writer · कविता 1 136 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read जवानी जवानी, एक रंगीन सफ़र, ख्वाबों की उड़ान, मस्ती का सफर। जिंदगी की राहों में उत्साह, हर पल एक नई खोज, नई राह। बातें हैं कुछ ज़बानी, कुछ निगाह, खुद को... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 88 Share पूर्वार्थ 10 Feb 2024 · 1 min read सवाल और जिंदगी जीवन के अनगिनत पहलू हैं, कुछ सरल, कुछ गहरे संवारे हैं। हर कोई पूछता है, "कैसे हो तुम?", पर सच्चाई में, हर दिन एक नया सफर है। हम खुद के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 74 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read सुख - डगर कंहा से आए दुख के सागर क्यूं बरसे संकट की बदरा क्या है, क्यों है क्लेश जीवन मे कंहा उद्गम इस पीडा की गंगा कुंठा , जलन ,अधीर मन हावी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 5 161 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 2 min read क्रेडिट कार्ड हो जाओ हर खुशी के लिए तैयार ले लो हमारे बैंक का क्रेडिट कार्ड फ्री है यह जादू की चिप्पी ले आओ जीवन मे सुविधा की मस्ती एक लाख का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 5 175 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read विवेकवान मशीन मशीने भी अब पा रही है विवेक चैट जीपीटी का बढ़ रहा है क्रेज हर समस्या से लड़ना हुआ आसान बटन दबाते ही मिल रहा समाधान कहानी, कविता लेख या... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 166 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read कर्म ही है श्रेष्ठ मुख्तसर से ख्वाब है और बिखरे बहुत ख्याल ख्वाब, ख्याल की जंग मे, किस्मत हुई खराब सोच सोच के सोच को अपनी इतना दिया थका नही बची अब सोच भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 174 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read यादो की चिलमन यादो की फिर दौड चली है रेल मुस्कान कभी अश्क की रेलमपेल कद से ऊंची साइकिल की सवारी हवाई उडान मे भी उसकी याद भारी डबल बेड के मोटे गद्दो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 147 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read जवानी के दिन इत्र छिडक , कालर उठाकर बाईक चलाया करते थे काला चश्मा पहन शान से कहर ढहाया करते थे रोज मांग की नई मांग से बाल संवारा करते थे नाई को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 1 187 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read योग करते जाओ ऋषि मुनियो ने है जाना दिया ज्ञान का खजाना जीवन मे है रोज अपनाना योग करते जाओ हो अरे हो हो हो हो हो तन ना हो पावे भारी मन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 4 157 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read भीतर का तूफान क्या तेजी दिखाए यह तुफान ? कितना नुकसान करेगा अपने क्रोध से? झकझोर दे बेशक, जीवन की सुगमता हिला दे धरती वृक्षो की, जमी जडे उठा के पटक दे, मछलियो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 216 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read अंगुलिया शरीर के शिखर को जब मिलता है अंगुलियां का सहज स्पर्श , खिल उठता हर रोम तरोताजा होकर , आगे बढ़कर जब कस कर मिलती है यही अंगुलिया अन्य की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 201 Share Sandeep Pande 10 Feb 2024 · 1 min read झरोखा हाड मांस के पुतले में हवा पानी बेशक जरूरत पर संसार को देखे कैसे बिन तन पर पाए झरोखा बंगला , कोठी , महल , झोपडी गर्मी, सर्दी, वर्षा से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 164 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read प्रश्नचिन्ह... राम तेरे भी हैं राम मेरे भी हैं राम तो इस देव भूमि के जन जन में हैं क्यूं लगाते हो प्रश्नचिन्ह अस्तित्व पर इनके राम तो इस जगत के... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share Kanchan Alok Malu 10 Feb 2024 · 1 min read वो पल....! वो पल जब छाया था, मिठास से भरा सा, दिल में बसा हुआ, ख्वाबों का ख्याल जरासा, फूलों की महक सा, हवा में लहराया, मन के भीतर आज भी है... Poetry Writing Challenge-2 6 7 171 Share शशि कांत श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read वो, मैं ही थी *वो, मैं ही थी* ************ वो, मैं ही थी... जब आवाज दी थी तुमको, उस पार से -प्रिये.., क्यों ना सुनाई दी थी तुमको? देखो तो जरा, आँखें तो खोलो,... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Neelam Sharma 10 Feb 2024 · 1 min read नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। बस यूं ही 🤗 बज़्म तुम बिन कोई हुई ही नहीं। नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। मुझसे होकर गुज़र गया द़रिया मैं मगर राह से हटी ही नहीं।... Poetry Writing Challenge-2 1 194 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Feb 2024 · 1 min read *अहम ब्रह्मास्मि* शीर्षक —- अहम ब्रह्मास्मि विधा —— छंद मुक्त अतुकांत काव्य डॉ अरुण कुमार शास्त्री एके साधे सब सधे , सब साधे सब जाएँ । अपने अपने इष्ट सभी के ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 134 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Feb 2024 · 2 min read *पानी केरा बुदबुदा* Dr Arun Kumar shastri * पानी केरा बुदबुदा * टूट कर शीशे सा बिखर जाना, बहुत आसान होता है । शिकस्ता साज़ पर नगमे सुरीले गा कर,दिखाये वही इंसान होता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 167 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 10 Feb 2024 · 1 min read हुआ दमन से पार बाधाएं आती रहीं, पथ में बारंबार। जोशीला मन जो किया, हुआ दमन से पार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 271 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Feb 2024 · 1 min read *देह का दबाव* Dr Arun Kumar shastri *देह का दबाव* देह के दबाव से अब मेरा दिल निकल रहा है इंद्रियों के स्वाद की पकड़ से ये दूर हो रहा है जब से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 139 Share Neeraj Agarwal 10 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक तेरी रुप ************* तेरा रुप दिल में समाया हैं। हां मन और मोह लिया है। जिंदगी गुज़रे तेरा रुप देखते हैं। हम तुम दो नहीं एक जान हैं। तेरा रूप ही मरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 115 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Feb 2024 · 2 min read *खुशियों की सौगात* DR ARUN KUMAR SHASTRI खुशियों की सौगात ऑथर – डॉ अरुण कुमार शास्त्री टॉपिक – क्या खोया क्या पाया 2023 में शीर्षक – खुशियों की सौगात भाषा – हिन्दी विधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share ज्योति 10 Feb 2024 · 1 min read ” कभी – कभी “ कभी – कभी ये दुनिया इतनी बड़ी लगती है , जब एक ही शहर में रह कर उस सख्स से नहीं मिल पाते हैं जिनसे मिलना चाहते हैं । कभी... Poetry Writing Challenge-2 2 130 Share Atul "Krishn" 10 Feb 2024 · 1 min read क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन क्यों अटकता है मन हर पुरानी याद में कभी फाग के राग में क्यों हो जाता है मगन होली... Poetry Writing Challenge-2 180 Share Atul "Krishn" 10 Feb 2024 · 1 min read आफ़ताब हर शाम आफ़ताब जब जमीं को है चूमता वो फ़लक़ से शर्म से सुर्ख़ होता है तब शफक़ कुछ देर की ही बात है ओढ़ कर सुनहरा सा दुपट्टा दरिया... Poetry Writing Challenge-2 140 Share Previous Page 48 Next