Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 44 Next Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *कठोरता (चौपाई)* कोमल हृदय कठोर हुआ क्यों? हंस भाव कठफोड़ हुआ क्यों?? भावुक मन क्यों शातिर होता? रेशम कुश किस खातिर होता?? हृदय शून्यता क्यों आती है? मानवता क्यों मर... Poetry Writing Challenge-2 1 136 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *बाल गीत (धरती)* धरती माता हैं सच्चाई । सारे जग की करें भलाई।। अन्न दान करती रहती हैं। भूख मिटाती ये चलती हैं।। सकल जीव हैं वसुंधरा पर। सबका घर... Poetry Writing Challenge-2 1 56 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *उन्नति (शुभांगी छंद )* सबकी उन्नति,अपनी उन्नति,जो समझे वह,मानव है। दुख पहुंचाना,खुश हो जाना,तीर चलाता,दानव है।। परहित में जो,खुश रहता है,वही दिव्य है,महा पुरुष। जो दुखवादी, खूनख़राबी,असुर घिनौना,पतित पुरुष।। समरसता... Poetry Writing Challenge-2 1 84 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *बाल गीत (जीवन)* सबसे अच्छा सादा जीवन। निर्मल रखते रहना तन मन।। सुन्दर मधुर विचार रखोगे। उत्तम मानव तभी बनोगे।। जीवन को आसान बनाओ। मेहनत करके सदा कमाओ।। प्यारे!कभी न... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *स्वाभिमान (त्रिभंगी छंद )* अति स्वाभिमान ही,प्रिय किरीट है,सिद्ध पीठ है,मनहारी। जो इसकी रक्षा,सदा करेगा,बन जाएगा,अधिकारी।। जो खुद में जीता,अमृत पीता,अमर वही है,अविकारी। वह अति सम्मानी,जग में नामी,आत्म भाव में,सुखकारी।।... Poetry Writing Challenge-2 1 129 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *चला प्रचंड वेग से* चला प्रचंड वेग से रुका नहीं कहीं गुनी। न अर्थ का प्रभाव था अनर्थ थी कहासुनी।। भविष्य देखता हुआ मनुष्य आज खो गया। अलक्ष्य है यहाँ... Poetry Writing Challenge-2 1 41 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *अगर तुम न होते (मुक्तक)* अगर तुम न होते कहीं मैं न होता। कसम से तुम्हारी कहीं का न होता। हृदय में बसे हो यही जानता हूँ। न मिलते अगर... Poetry Writing Challenge-2 1 55 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *शुभांगी छंद* आते हो तुम,पहले मन में,दिल में भरते,किलकारी। करते रहते,बात मनोरम,अतिशय मोहक,हितकारी।। जब तुम आते,मन को भाते,दिल बहलाते, सुखकारी। तेरे जैसा,मिलना दुर्लभ,प्रिय कल्याणी,शिवकारी।। शिव मनमोहन,शुभ संबोधन,प्रीति निर्मला,मनभावन। शुद्ध सरोवर,सत्व... Poetry Writing Challenge-2 1 66 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read मोबाइल ऐसा ताकतवर हो चला है मोबाइल इंसान की कोमलता मटियामेट कर चला है मोबाइल। विचारों में आ रहा नकारात्मक बदलाव झुंझलाहट, चिड़चिडेपन से भर चला है मोबाइल। सुबह से शाम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 148 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read बाजारवाद बेहिसाब खरीदारी से कौन किसको रोकता है बाजारवाद में नागरिक केवल उपभोक्ता है सुख सुविधा विलासिता हर समय भोग का भाव करता है विकृत स्वभाव सादगी को सोखता है। बस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 138 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read अनुभूति आजकल हम लोग अपनी इन नकारात्मक, आदतों को, बनाते नहीं सकारात्मक, जीवन की गति का आधार, यही भाव होते साकार, तब लेता है जीवन आकार, हवा के झोंके सा मन,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 137 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read औरों के संग औरों के सुख में, खुश होना, एक जादुई अहसास है। जो ऐसा करते है, उनको, जरूर इसका अभ्यास है, जग रंगों से लहराता है। जब अपनापन छा जाता है। यह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 190 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read ओ! महानगर महानगर की , ऊंघती हुई बालकनी कानों मे लगे इयरफोन दूर उड़ती तितलियां उमड़ते हुए बादल जगमगाता सूरज सडक पर दौड़ते चौपहिया दुपहिया वाहन कितने तरह का, सड़क पर शोर।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 113 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read त्याग कोयल कुहूक कर माहौल गुंजा जाती है बादल बरस कर मिट जाते है मधुमक्खी शहद के छत्ते ही छत्ते भर जाती है। कितना अनुकरणीय है यह आचरण। न लालच है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 134 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read आत्मबल जोश के जोहार से, आत्मबल बना रहे प्रयत्नशील तन रहे। महत्वपूर्ण अनुभवों, से मन सजा धजा रहे। थके चुके वही ,बने जो कामचोर, आलसी। हौसला मिटा न जिनका उनको ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 163 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read खत जब चिट्ठी आती थी , तो अपनापन आता था। उस एक चिट्ठी में सारा संसार होता था। अगल बगल इधर उधर सबकी चर्चा से बाग बगीचे बेमौसम होती बरखा से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 145 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read खिलते फूल एक बंजर सा खेत था। उसको देख माली बाबा ने कमर कसी। फिर माली बाबा ने उस खेत को सींचा हंसी खुशी। हौले हौले एक बगिया, अपनी मेहनत से बना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 125 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read अहा! जीवन मेरे -तेरे दिल की धडकन ही सच्चा संगीत जीवन की यह रीत। मानव, पक्षी, फूल पत्तियां सबमें उसका रूप वही छांव और धूप। कुछ मत बोलो इन आंखों से सब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 118 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read बांते भीगती जाती हैं, आपस की बातें भी, काफी चाय और शिकंजी की तरावट में, बातें , घुलती जाती हैं, हंसी- खुशी सहानुभूति के रंग और रस में, कहने वाले से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 216 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read चाहिए एक विचार तो चाहिए शब्दों के प्रवाह के लिए विचार तब । जब हो भाव के लिए चाव। और स्वभाव हो संवेदनशील जो शब्दों के चेहरे से रंगत न उडा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 157 Share शशि कांत श्रीवास्तव 12 Feb 2024 · 1 min read समय की रेत *समय_की_रेत* यह समय ही तो है -जो , सदा फिसलता रहता है , रेत की मानिंद अनवरत , कभी रुका है किसी के लिए , क्या ..! यह समय ही... Poetry Writing Challenge-2 1 136 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read गुम है अब, गांव से गुम हैं पाठशाला के साथ जुडे बडे बडे मैदान उन मैदानों से कबडडी की आवाज खो- खो की दौड रूमाल झपट्टा आम, इमली, अमरूद उडती हुई पतंग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 148 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read सरस रंग जीवन की नीरसता का जाल तोडते रंग हमारे अंतस से जुडे रहते रंग हमारी आंखो को दिखते सात रंग लेकिन उससे भी अधिक होते रंग हर रंग की अपनी भूमिका... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 147 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read फागुन फागुन है कुदरत का रंगीला रूप फागुन में हवा तीखी फागुन में तेज धूप फागुन में मादकता फागुन में रस फागुन की अमराई खिलती हंस हंस। फागुन इक सोच है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 168 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read नेता राजनीति तो खलनायकों का घर है। नेता बनकर इनको किसका डर है। सत्ता पाकर के अपराधी बन जाते नैतिकता वाहक उनके सर पर होता इक कृपानिधान कल के मसखरे बन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 153 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read सामाजिकता लोग इक दूजे के घर नही जाते साथ साथ बैठकर अब नही बतियाते सामाजिकता खोखली हो रही है सोशल मीडिया से कुछ निभ रही है आपसी संबंधो की जुगलबंदी। अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 179 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read गांव की याद जरूरतें बनाती हैं मतलबी और स्वार्थी शहर आकर आदमी की बुराई जीतती अच्छाई हारती। शहर आकर याद आता गांव का बरगद याद आती रहती गांव की चौखट। गाव की गली... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 158 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read जाने बचपन बच्चे को जानना उससे बतियाना ऐसा कि समंदर की गहराई छानना बच्चे के संग दिल से जुडना होता। तब जाकर बच्चे को संभव है पहचानना बच्चे की इचछा बच्चे की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 150 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read आज का दिन आज का दिन मौका है बीते कल को परखने का जरा सा संभलने का अभी हम जिस जगह पर हैं इससे बेहतर होगे यह सब आसान है अगर तय हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 172 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read बारिश बारिश का रूप बिखरा बारिश तो गांव भर को सामाजिक बनाती थी। बारिश तो झूलों को संगीतमय बनाती थी बारिश अब तबाही का मंजर दिखाती है जल जंगल जमीन नही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 131 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read अमीर नये नये अमीर लोग दिल से गरीब होते दस रूपये की भाजी पर भी मोल करते अखबार की रददी पर कबाडी के संग झगड़ते कुली मजदूर हर किसी से पाई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 128 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read मेले मेल और मिलाप के खो गये मेले माटी के बरतन गीत नृत्य के रेले मजेदार झूले सब खो गये यह नये मेले बहलाव का साधन केवल झमेले ब्रांड के मेले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 107 Share Punam Pande 12 Feb 2024 · 1 min read रिश्ते असाधरण सुख मिले तो साधारण हो जायें। रिश्ते सहेजे हम मानव हो जायें। दिमाग को दिल पर हावी ना होने दे। रिश्ते हैं मोती से गिरे तो उठा लायें। रिश्ते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 122 Share अंसार एटवी 12 Feb 2024 · 1 min read चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है बहुत अच्छे से सूरज को सवेरा जानता है ख़ुदा के बाद की है दस्तरस जो जान पाया मिरे अंदर की बातें दिल ये... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल 93 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 12 Feb 2024 · 1 min read पाहन भी भगवान भूलों से ही सीखते, भटके से इंसान। भावों से बनते यहां, पाहन भी भगवान। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 268 Share Neeraj Agarwal 12 Feb 2024 · 1 min read दहेज.... हमारी जरूरत शीर्षक - दहेज ************ दहेज आज आधुनिक हो गया है। न मांग न कोई अपना व्यवहार हैं। बस दहेज़ अब हमारी खुद की सोच हैं। बेटा बेटी ही अपने जरुरत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 147 Share ज्योति 12 Feb 2024 · 1 min read ” शुध्दिकरण ” सुना है ! तुलसी के पत्ते को जिन चीजों में मिलाओ वो पवित्र हो जाता है , तुलसी के पत्तो की माला पहनाने के बाद भी बलात्कार पीड़ित को पवित्र... Poetry Writing Challenge-2 2 114 Share पूर्वार्थ 12 Feb 2024 · 1 min read लिखना "लिखना" लिखता नहीं कि कुछ पा सकूं लिखता नहीं कि कुछ नाम कमा सकूं लिखता नहीं कि लोग प्रशंसा करे मेरी लिखता हूं क्योंकि बहुत बोलने के बाद भी बहुत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 127 Share Vandna Thakur 12 Feb 2024 · 1 min read बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी यही तो गम है , जिसको संजोए रहता हूँ जिनसे उम्मीद है , नाउम्मीद उन्हीं से रहता हूँ कहनेको खुशियाँ हैं , दामन में बेशुमार मेरे एक भी नहीं मिलती... Poetry Writing Challenge-2 · Motivational Poems · Poem 1 139 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 11 Feb 2024 · 1 min read मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र आधुनिकता की दौड़ में जिंदगी को कर के शामिल मैं दौड़ता रहा दौड़ता रहा तमाम उम्र सपनो को पूरा करने जिद पर अड़ा रहा मैं तमाम उम्र घर , परिवार,यार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 160 Share manjula chauhan 11 Feb 2024 · 1 min read गुलें-ए-चमन कैसा गुलें-ए-चमन है, कैसी सओख़ बहार है। जिंदगी पर रहते है सितम, ख़ैर जिंदगी से ही प्यार है। मुद्दतें लाख कोशिशें कि है, अब किस्मत से! या तो आर है... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 115 Share Sapna Arora 11 Feb 2024 · 1 min read 22)”शुभ नवरात्रि” नौ दिन की भक्ति,माँ की शक्ति,मेहर करती, शेर सवारी पर,माँ भवानी आकर,दर्शन देती🙏🏻 माँ दुर्गा स्वरूप,धरे नव नव रूप… शैलपुत्री शांति का है प्रतीक। ब्रह्मचारिणी है तप का वास। चंद्रघंटा... Poetry Writing Challenge-2 1 207 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 14, मायका *मायका* बिना माँ के भी खूबसूरत मायका होता है, जहाँ बहन-भाई और भाभियों का प्यारा सा साथ होता है। उम्रदराज होने पर भी वही अहसास होता है। वहाँ जाते समय... Poetry Writing Challenge-2 298 Share Sapna Arora 11 Feb 2024 · 1 min read 21)”होली पर्व” “फागुन मास रंगो का, तन में खिलता जाये। फूलों से भी खेलें होली, कृष्ण प्रेम को सजायें” हर्षोल्लास संग होली पर्व है आया, पर्व मनाने का ख़्याल,मन को हर्षाया। कन्हैया... Poetry Writing Challenge-2 1 137 Share Khajan Singh Nain 11 Feb 2024 · 1 min read भारत रत्न सम्मान सौदेबाजी में मांगा नहीं कमाया जाता है, वक्त आने पर पूर्वजों सा दम दिखाया जाता है। सम्मान अब वोट पाने के लिए बांटे जाने लगे हैं, प्रलोभन के टुकड़ों... Poetry Writing Challenge-2 1 104 Share Poonam Matia 11 Feb 2024 · 1 min read *लटें जज़्बात कीं* प्यार के रिश्ते में गुथना जैसे कि सीधी-सपाट लटों का किसी चोटी में गुथना| गुथने से पहले न कोई उतार-चढाव, न कोई घुमाव बस किसी धारा-सा निश्छल बहाव| गुथने के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 6 2 1k Share हिमांशु Kulshrestha 11 Feb 2024 · 1 min read मेरा डर.. तुम न समझी थी न ही समझना चाहा तुमने मुझे, मेरे डर को जो एक पल के लिए ही सही मुझ से दूर होने के ख्याल से ही उतर आता... Poetry Writing Challenge-2 1 103 Share Rahul Singh 11 Feb 2024 · 1 min read पापी मनुष्य पापी मनुष्य, दिल में कई अँधेरे, करता अनेक अन्याय, और संघर्ष से है परे। प्रेम की बजाय, वह चुनता है हिंसा का मार्ग, समझ न पाता वह, धर्म का सच्चा... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending Poetry · Trending Writer · कवित 1 107 Share Rahul Singh 11 Feb 2024 · 1 min read बड़ा भाई बड़े भाई की ममता, अनमोल है सदा, उनकी सीख से, जीवन बनता अद्भुत सदा। हर कदम पर साथ रहते, देते राह का पहरा, वो हैं सहारा, जिसके बिना जीना है... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 107 Share Ghanshyam Poddar 11 Feb 2024 · 1 min read वे आजमाना चाहते हैं कभी हमारे पुरखे रसूख वसूल सब एक थे आजादी के आंदोलनों में सुर -आवाज एक थे । लेकिन कभी -कभी वो हमे आजमाना चाहता है लेकिन हर बार हम उसे... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 59 Share Previous Page 44 Next