Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

जाने बचपन

बच्चे को
जानना
उससे
बतियाना
ऐसा कि
समंदर की
गहराई
छानना
बच्चे के
संग
दिल से
जुडना होता।
तब जाकर
बच्चे को
संभव है
पहचानना
बच्चे की
इचछा
बच्चे की
मर्जी
यह उम्र
दखल कभी
पसंद नहीं
करती।
बच्चों के
सुकून मे
जो सुकून पाता
वह
बचपन को
कुछ समझ पाता।

डा. पूनम पांडे

Language: Hindi
3 Likes · 65 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Punam Pande
View all
You may also like:
कहते हैं,
कहते हैं,
Dhriti Mishra
हवाओं ने पतझड़ में, साजिशों का सहारा लिया,
हवाओं ने पतझड़ में, साजिशों का सहारा लिया,
Manisha Manjari
"BETTER COMPANY"
DrLakshman Jha Parimal
संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्र संघ
Shekhar Chandra Mitra
3086.*पूर्णिका*
3086.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
Dr fauzia Naseem shad
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
*Author प्रणय प्रभात*
आरुणि की गुरुभक्ति
आरुणि की गुरुभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
Sukoon
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
VINOD CHAUHAN
बादल
बादल
Shutisha Rajput
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
Sahil Ahmad
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
#हाँसो_र_मुस्कान
#हाँसो_र_मुस्कान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सपनों को अपनी सांसों में रखो
सपनों को अपनी सांसों में रखो
Ms.Ankit Halke jha
क्यों नहीं बदल सका मैं, यह शौक अपना
क्यों नहीं बदल सका मैं, यह शौक अपना
gurudeenverma198
अकेले
अकेले
Dr.Pratibha Prakash
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-513💐
💐प्रेम कौतुक-513💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🌼एकांत🌼
🌼एकांत🌼
ruby kumari
मोबाइल के भक्त
मोबाइल के भक्त
Satish Srijan
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*आजादी का अर्थ है, हिंदी-हिंदुस्तान (कुंडलिया)*
*आजादी का अर्थ है, हिंदी-हिंदुस्तान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
लहर तो जीवन में होती हैं
लहर तो जीवन में होती हैं
Neeraj Agarwal
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...