Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 22 Next डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge-2 116 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल घर से जा बंजर में रह । फिर आकर तू घर में रह । जिन्दा समझा जाएगा, रोज़-ब-रोज़ ख़बर में रह । दफ़्तर से तू आकर घर, उसके दिल-दफ़्तर में... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 137 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल आदमी से मिलके जाना, आदमी क्या चीज़ है ? आदमी होकर ये देखा, ज़िन्दगी क्या चीज़ है ? नफ़रतों की देहरी पै पाँव रखना ही पड़ा, ज्यों हुए भीतर तो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 129 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल रात में भी ज़रा जगा कीजे । सुब्ह उठके उसे पढ़ा कीजे । खेल, मैदाँ में खेलना, लेकिन थोड़ी घाटी कभी चढ़ा कीजे । भाव उसके ज़रा समझ,पढ़ के, शे'र... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 105 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सहमा-सहमा-सा आदमी क्यूँ है । रूठी-रूठी-सी ज़िन्दगी क्यूँ है । क्यूँ ये सूरज छिपा-छिपा रहता, चाँद पर आज तीरगी क्यूँ है । जो कभी लाजमी नहीं थी, वो बात फिर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 127 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल एक मीठी - सी सजा है ज़िन्दगी । रोग भी है औ' दवा है ज़िन्दगी । मौत पर ही ख़त्म हो जिसका असर, वो मुसलसल-सा नशा है ज़िन्दगी । खोज़ती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 148 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पहले दाएँ मुड़कर देखो । फिर बाएँ से जुड़कर देखो । बैठे हो क्यों पंख सिकोड़े, खुले गगन में उड़कर देखो । फैल - फैल कर फैल गए हो, अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 156 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल :: हिंदी ग़ज़ल :: -------------------- पहले ज़रा ठहरना बेटा ! फिर डग आगे धरना बेटा ! गत,आगत की फ़िक्र छोड़कर, वर्तमान में रहना बेटा ! पहले मन को समझा लेना,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 2 125 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ जिस बात पै पर्दा रहा है । उसी का ही यहाँ चर्चा रहा है । मिला है प्यार दुनिया का उन्हीं को, मुहब्बत से जिन्हें शिकवा रहा है ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 125 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ज़िन्दगी अब अजाब की सी है । खाली बोतल शराब की सी है । दर्द लिक्खा है हर सफे जिसके, ज़िन्दगी उस किताब की सी है । अपनी हालत का... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 134 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इस लम्हे, मैं सस्ता हूँ । उस लम्हे, मैं मँहगा हूँ । राहू लील नहीं पाता, चाँद - सरीखा टेढ़ा हूँ । बाहर भीड़ बहुत है मेरे, भीतर - भीतर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 140 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम हो तो अब सब सुंदर है । घर लगता है , अपना घर है । पायल भरकर ममता छलके, बिछड़ी-सा लालित्य सुगर है । बिंदिया-सा व्यवहार दमकता, कुमकुम-सा आदर्श... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 116 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल थोड़ा - थोड़ा पागल हूँ मैं । पागलपन का कायल हूँ मैं । बरस पड़ूँगा तेरी जद में, दीवाना इक बादल हूँ मैं । जिन आँखों ने नीर बहाया, उन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 132 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हत्यारे , गद्दार देखिए । कितने हैं ? मक्क़ार देखिए । लूट , रेप औ ' इश़्तहार से , भरे पड़े अख़बार देखिए । पल दो पल की ख़ुशी मिली... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 152 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 141 Share Mukesh Kumar Sonkar 19 Feb 2024 · 1 min read मां तुम बहुत याद आती हो *"मां तुम बहुत याद आती हो"* पहले मेरी एक मामूली सी छींक पर तुम चिंतित हो जाती थी, डांट डपटकर घरेलू नुस्खों के साथ कड़वी दवा भी पिलाती थी, अब... Poetry Writing Challenge-2 · ओ माँ · कविता · प्यारी मां · मां · मां का अनोखा प्यार 2 115 Share पूर्वार्थ 19 Feb 2024 · 1 min read क्या लिखूं पास बैठो इक शाम लिखूं, अपने हाथों पर तुम्हारा नाम लिखूं...! आंखों में वो नमी है जैसे तुम्हारी कमी है रात के करवट में, ख्वाबो की बनावट मे चंद्रमा की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 66 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read आलम ए हिंद (व्यंग) सोच कर ये दिल बैठा जाता हैं आलम ए हिंद आज़ादी के पहले आलम ए हिंद आज़ादी के बाद लोकतंत्र की बदली तस्वीर पर तक़रीर बदली बापू और सुभाषचन्द्र तस्वीर... Poetry Writing Challenge-2 3 2 129 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारे नफरत ने मुझे तुम्हारे नफरत ने मुझे ,फिर से जीना सिखाया कुछ दिन तो तकलीफ में कटी दिन – रात । ठोकर खा कर फिर से चलना सिखाया दिया आंधकर की ओर चल... Poetry Writing Challenge-2 2 166 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read जीवन तो सुख- दुख का संसार है जीवन तो सुख- दुख का संसार है राहें मजबूत कर लो रे साथी । वफा से वफादारी कर लो रे साथी, नहीं तो अकेला पड़ जाओगे रे साथी । छोड़ो... Poetry Writing Challenge-2 3 169 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read बेजान जिंदगी में बेजान सा हमसफर हमें किसी की याद आती है इसलिए उसकी याद को बचाए को रखा, संजोए रखा, पिरोए रखा । अपने जख्म खुरेद रखा ,नहीं किया इलाज उसका वो नहीं तो क्या... Poetry Writing Challenge-2 1 122 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read हैप्पी फादर्स डे(हास्य व्यंग) वृद्धाआश्रम में मनाया फादर्स डे बोलो सब मिलकर हैप्पी फादर्स डे टुकुर – टुकुर – टुक करके आज मैं जल्दी – जल्दी तैयार हो जाऊं । पुराने कपड़े को प्रेस... Poetry Writing Challenge-2 1 135 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read रिश्ते दरी कोन किसको पसंद करता ? वह तो वक्त बता दिया करता ! किसके तरकश में कितना वाण ? रिश्ते दरी का गाठ जोर कितना ? खराब समय तूफान बतला देता... Poetry Writing Challenge-2 141 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे सुबह-सुबह टहल लिया कीजिए योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे। ठंडी हवाओं का झोंका का सामना सुबह-सुबह कर लिए करे । उगते सूरज को नमस्ते, शशरिकल, राम राम और सलाम... Poetry Writing Challenge-2 131 Share goutam shaw 19 Feb 2024 · 1 min read वादा ये दिल बेकरार दिल बार -बार पूछता क्यों किया दम घुटने वाला वादा ? ये दिल बार -बार पूछता है…….. अपने ही अरमानों का शर्मसार किया। लग जाएं ना तेरे... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share VINOD CHAUHAN 18 Feb 2024 · 1 min read यह नफरत बुरी है ना पालो इसे यह नफरत बुरी है ना पालो इसे दिलों में खलिश है निकालो इसे--यह नफरत न तेरा न मेरा न इसका न उसका है सबका वतन ये बचा लो इसे--यह नफरत... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 3 169 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read होली खेल रहे बरसाने । होली खेल रहे बरसाने, मेरे नटवर नन्द किशोर । गोपी ग्वाल बाल सब नाचें धूम मची चहुँ ओर होली आई है कन्हाई नाचे मस्त मगन मन मोर होली खेल रहे... Poetry Writing Challenge-2 1 77 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read बेटी बेटी घर में घुसत तो पुकारत चलत चाव, देखत रिझावत सुता वो सुखकारी है धावत झपट चल बाबुल को देवे नीर, कन्या तो स्वभाव से ही पितु की दुलारी है... Poetry Writing Challenge-2 102 Share goutam shaw 18 Feb 2024 · 1 min read नारी नारी हूं मैं शक्ति का नाम मिला पूजें जाने का वरदान भी मिला पर क्या समाज में सम्मान मिला ? बराबरी की सब बात करते है फिर क्यों अठारह वर्ष... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share goutam shaw 18 Feb 2024 · 1 min read आधुनिक सिया बनो आधुनिक सिया बनो , ये सतयुग नहीं, कलयुग है अग्निपरीक्षा जो कोई नारी तुझसे मांगे देने से अब इंकार करो सिया बनकर अवश्य रहो पर किसी के भरोसे ना रहो... Poetry Writing Challenge-2 62 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read सबको राम राम राम # सबको राम राम राम # प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम राम तुम भी आओ अयोध्या धाम सबको राम राम राम प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम... Poetry Writing Challenge-2 72 Share goutam shaw 18 Feb 2024 · 1 min read शुरुआत चल फिर से एक नई शुरुआत तो कर एक बार गिर गया तो क्या ? फिर से हौसला रख और एक नई उड़ान तो भर दौड़ ना सही , चलने... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share VINOD CHAUHAN 18 Feb 2024 · 1 min read कोई भोली समझता है कोई भोली समझता है कोई कोमल समझता है कोई औरत को बस ममता की एक मूर्त समझता है जन्म जिसने दिया मुझको तुम्हें और इस सृष्टि को उसी देवी को... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 2 150 Share Poonam Matia 18 Feb 2024 · 1 min read *फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर* छोटी थी जब स्वेटर बुनते माँ ने टोका था मुझको- 'सारा स्वेटर उधड़ न जाये ध्यान तो दे कहीं गिर न जाये बुनते-बुनते ही यह *फंदा*' छोटी-सी बुद्धि ने तब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 8 2 1k Share Ghanshyam Poddar 18 Feb 2024 · 2 min read हे राम ! प्रार्थना सभा में गोलियों की आवाज सुनाई दी और बापू चुप हो गए! भजन- संध्या के गीत बंद हो गए उभरते स्वर और बोल बंद हो गए कुछ पल बाद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 132 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read मै कमजोर नहीं यदि बारिश में छतरी तान लेने, से बारिश रुक जाती। तो ये दुनिया कभी न इतना रुलाती। जिद है मेरी भी ये, इस संसार से। हर जन्म में, मै आऊंगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 74 Share Chunnu Lal Gupta 18 Feb 2024 · 1 min read !! बोलो कौन !! दानवता के विष बेल को आगे बढ़ रोकेगा कौन ! असुरों का वध करनेवाला बोलो राम बनेगा कौन !! सीता पर कुदृष्टि डालते पहले उन्हें वधेगा कौन ! हर तन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 480 Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2024 · 1 min read आज का सच नही है बहुत पुराना है हजारों साल हो गए जानते हो जानता हूं जानते हो कि एक दिन यही होगा होता आया था होता आया है होता रहेगा आज का सच नही... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 86 Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2024 · 1 min read जीवन का सफर नदी का सफर है जीवन का सफर नदी का सफर है जन्म है पहाड़ से उतरना लहर की जवानी है टकराती रहती है सुख दुख के किनारों से बुढ़ापा है तलहटी मे सिमट जाना... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 155 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read हर एकपल तेरी दया से माँ हर एकपल तेरी दया से माँ, मेरी जीवन की सदा चलती है। कोई तेरे सिवा ना दुनियाँ में, मेरी आशा तुम्हीं पे रहती है।। तेरे दर तो हर खुशी मैया,... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 155 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read संकल्प संकल्प आइए ! आज हम सब मिलकर यह संकल्प लें इस होली को यादगार बनाने का। इस होली सिर्फ इस होली पर हम जश्न नहीं मनाएँंगे। रंग, गुलाल और मिठाई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता · संकल्प · होली 1 127 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read ** मैं शब्द-शिल्पी हूं ** मैं शब्द-शिल्पी हूंउ शब्दो को जोड़ता हूं मैं विध्वंसक नहीं जो दिलों को तोड़ता है /हूं फिर भी लोग मुझे इल्ज़ाम दिये जातें हैं मैं मोम-सा कोमल पत्थर किये जाते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 123 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read *. ईश्वर वही है * ईश्वर वही है जिसे हमने बनाया ईश्वर ने हमें नहीं बनाया क्योकि हमीं अपना ईश्वर तय करते हैं उसका रूप रंग आकृति सब कुछ लेकिन फिर भी वह हम पर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 67 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read देखो ना आया तेरा लाल ओ शेरावाली माँ, ओ मेहरावाली माँ तेरी दर्शन पाने को, तरसे ये नैना माँ देखो ना आया तेरा लाल, पहलीवार तेरे दर। दे दर्शन एकवार, आया लाल तेरे दर।। तू... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 217 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read * मैं अभिमन्यु * हर रोज चक्रव्यूह भेद निकलता हूं हर रोज महाभारत भेद निकलता हूं मैं अभिमन्यु सीखा नहीं माँ के उदर में ना खेद परिस्थितियां -पाशविक सिखलाती है मैं अभिमन्यु ना मैदान... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 130 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read रक्षाबंधन का त्योहार रक्षाबंधन का त्यौहार आया है आज राखी का त्यौहार लेकर के यह खुशियों की बौछार। रक्षाबंधन का त्यौहार है आया राखी बंधवा लो मेरे प्यारे भैया। प्रतीक है भाई-बहन के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता · रक्षाबंधन · स्नेह 1 143 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read चाहत तुम्हे चाहता हूँ मैं कितना सुनोगी । मैं चाहु प्रभु को तुम इतना सुनोगी ।। मेरे दिल मे बसती हो कैसे सुनोगी । जैसे हो सासे तुम बस येही सुनोगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read ** हूं रूख मरुधरा रो ** हूं रूख मरुधरा रो केर नाम है म्हारो विषम सूं विषम टेम में भी मैं ऊभो रहूं ***** अकास म्हारी ओर देखे है टुकुर-टुकुर अर सोचे मन में ओ बिरखा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 76 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read परी परी कल रात मेरे सपने में आई थी एक सुंदर परी। अपने साथ लाई थी चॉकलेट टॉफी ढेर सारी। लाल, नीली, पीली, बैगनी, गुलाबी और हरी। चॉकलेट पाने मेरे दोस्तों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · परी · बाल कविता 1 126 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read काम चले ना अब सोने से काम चले ना। फिर जगने से बात बने ना।। अब चुप्पी से काम चले ना। फिर बड़बोले से बात बने ना।। अब हसने से रार टले ना।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 66 Share Previous Page 22 Next