Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 36 Next पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 2 min read देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम नहीं मैं मंत्र ही जानूँ, नहीं मैं तंत्र भी जानूँ, नहीं कुछ ध्यान आवाहन, कथा विनति कोई जानूँ। नहीं मुद्रा समझ आती, नहीं व्याकुल विलापी पर- शरण तेरी... Poetry Writing Challenge 373 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 2 min read यशोधरा का प्रश्न यशोधरा का प्रश्न खुद को दुनिया में बतलाना शुद्ध, आसान बहुत है बन जाना बुध्द। किसी की शवयात्रा को देखकर, एक रात आधीरात को छोड़कर। गहरी नींद में सोयी पत्नी... Poetry Writing Challenge 1 168 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read क्यूँ? क्यों???? सबने पाली यहाँ इतनी हसरतें क्यों है? हर दिल में बसी इतनी नफ़रतें क्यों है? अपनों को ही यहाँ सब कर के बेगाने खुशियों की तलाश में भटकते क्यों... Poetry Writing Challenge 205 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read प्यार कर प्यार कर जिन्दगी की तरह मुझसे तू प्यार कर एक पल ही सही मुझपे एतबार कर। चार दिनों की तो फ़क़त जिंदगानी है कर ले मुहब्बत,न कभी तकरार कर। हर... Poetry Writing Challenge 179 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read सृजन आधार के वो दिन सृजन आधार के दिन जुबाँ अब खोल तू नारी, तनिक कुछ बोल तू नारी, दबा कर दर्द तू तन में, जहर मत घोल तू नारी। नहीं वो रक्त है अपवित्र,... Poetry Writing Challenge 87 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read चुप्पी तोड़ो चुप्पी तोड़ो चुप्पी तोड़ो स्वस्थ रहो तुम, घर-बाहर अलमस्त रहो तुम। इस मुश्किल में न घबराना- स्वच्छ रहो और स्वस्थ रहो तुम। चार दिनों का दर्द समझना, मुश्किल में औरत... Poetry Writing Challenge 104 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read चाँद से वार्तालाप ऐ चाँद! सूरज ने तुम्हें सोलहों कलाएं दीं बेवजह धरती के लिए जैसे भारत की धरती के मनुपुत्रों ने छल-बल लिए समस्त दलितों के विरुद्ध अकड़ने के लिए ऐ चाँद!... Poetry Writing Challenge · कविता 2 251 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read अपना बनाकर मानेंगे अपना बना कर मानेंगे धड़कन दिलों की आज बढ़ा कर मानेंगे होश उनके हम तो आज उड़ा कर मानेंगे चले जाओ, जहां आज तुमको है जाना मुहब्बत की शमां आज... Poetry Writing Challenge 62 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read आए गए महान आए गए बुद्ध फिर भी समाज की सही न सेहत, आबोहवा अशुद्ध आए गए महावीर फिर भी समाज तोड़क औ’ हिंसक ही बन रहे पीर आए गए नानक फिर भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 179 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read जीवन मंत्र गरूड़ पुराण में जीवन मंत्र स्वर्ग यहीं है और नर्क भी यहीं है। सुख और दुःख सबकुछ आपके कर्मों पर आधारित है। जिसके लिए हमारे वेदों में बहुत सरल मार्ग... Poetry Writing Challenge 70 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read सफ़र सफ़र कोई आता यहाँ हरपल, कोई जाता यहाँ हरपल, सफ़र ये ज़िन्दगी ऐसी, कोई रुकता कहाँ इकपल।। गुजर जाता अगर कोई, तनिक पीड़ा भले होती- समय ही ज़ख्म है देता,... Poetry Writing Challenge 62 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read खोलो त्रिनेत्र खोलो त्रिनेत्र हे शंकर! खोलो तो नेत्र अब खोलो अपना त्रिनेत्र। बहुत बढ़ गया पाप यहाँ हरपल बढ़ा संताप यहाँ। मासूमों का होत दुराचार, बढ़ा है कितना व्यभिचार। हुए कितने... Poetry Writing Challenge 121 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read बलात्कार क्यों न हो दुराचार 😢😢😢😢😢 हो गया रेप का अब, कानून पास अपराध थमेगा!क्या है ये विश्वास। अगर नहीं बदलेंगे विचार-संस्कार क्यों नहीं होगा, फिर बलात्कार? बात बात पे यहाँ... Poetry Writing Challenge 304 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read तवायफ़ की पुकार तवायफ़ की पुकार मासूमों का देख बलात्कार तवायफें भी सिसक पड़ी है आ जाओ बहशी दरिंदो! तुम्हारे लिए मुफ्त में खड़ी हैं। चीख चीख कर रही पुकार बच्चों पे क्यों... Poetry Writing Challenge 88 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read उठो द्रौपदी उठो द्रौपदी! उठो द्रौपदी!सम्भालो वस्त्र छोड़ो लज्जा,उठाओ शस्त्र अब नहीं यहां माधव आएंगे ना तुम्हें कोई अर्जुन बचाएंगे। घरघर शकुनि द्युति बिछाए हर डगर पर दुःशासन बैठा है पुत्र मोह... Poetry Writing Challenge 109 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read आदमखोर आदमखोर अब नहीं रहा जंगल घनघोर शहर में आ गए आदमखोर। जंगलवाले खून के प्यासे थे शहरवाले हैं जिंदा मांसखोर। वो आदमी मारकर खाते थे अब औरत के हैं जिस्मखोर।... Poetry Writing Challenge 92 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read थोथा चना वसुधैव कुटुम्बकम सारे जहाँ से अच्छा... है प्रीत जहाँ की रीत सदा... सत्यमेव जयते आदि इत्यादि जैसे उच्च उत्तंग उदात्त उन्मत्त मानवीय भावों के ठकुरसुहाती छद्म कपटी उद्घोष जहाँ हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 305 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read सायलेंट किलर भारतीय हिंदू संस्कार में बेटा होने एक खुशी की थाली बजती थी। यह परम्परा जनाना थी कोरोना-प्रकोप पर विज्ञान युग में थाली बज रही है। थाली बजाने का संस्कार यह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 318 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read संस्कारधर्मी न्याय तुला पर उस 'जजमान' 'न्यायाधीश प्रवर ने अपने पंडित कुलजात कुलपंडित के किशोरवय पुत्र को भी दिया था ब्रह्मगंधी अधिमान अपने घर आए पिता-पुत्र दोनों के चरण छू लिए थे उसने जबकि... Poetry Writing Challenge · कविता 1 255 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read बड़ी मछली सड़ी मछली नदियां जलचरों का घर होती हैं प्राकृतिक आहार शृंखला में घर के भीतर ही कमजोर को मजबूत जलचर खा डालते हैं बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है –... Poetry Writing Challenge · कविता 1 399 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read धर्म, ईश्वर और पैगम्बर मुसलमानों के पास अल्लाह नाम का ईश्वर है जो अशरीरी है और एक पैग़म्बर भी हुआ शरीरी उनका अल्लाह के इक्विवैलेंट कुव्वत वाला मगर वे न तो अपने ईश्वर का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 324 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read ईश्वर, कौआ और आदमी के कान ईश्वर को गढ़ने वाले आदमी ने बताया ईश्वर ने दुनिया बनाई है दुनियाभर के जीव जंतु बनाए हैं उनके गुण अवगुण भी निर्धारित करता है वह चलाता है उन्हें लोगों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 286 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read ईश्वर का घर किसी चालाक आदमी ने ईश्वर को बनाया बनाकर बताया कि हर जगह रहता है वह लेकिन उसके लिए घर बनाया उसे आलीशान घर तक में बिठा आया आलम यह है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 342 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read उसका प्यार वह मुझसे घृणा रखते हुए और, उसे जज्ब कर बाहरी तौर पर प्यार का इजहार ऐसे करता है जैसे कि मेरा मान भी उसने अपनों में अटा रखा हो! जैसे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 297 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न ईश्वर पूरी स्त्रियों में नहीं होता मात्र आस्तिक स्त्रियों में होता है आस्तिक स्त्रियों में भी पूरी शक्ति और मन से वह सवर्ण स्त्रियों के भीतर उतरता है इसमें भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 237 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 2 min read दर्द की मानसिकता डॉ ० अरुण कुमार शास्त्री एक ? अबोध बालक - अरुण अतृप्त दर्द की चादर से वैसे तो मेरा कोई लगाव न था ।। न चाहते चाह्ते ये न जाने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 322 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read आम्बेडकर ने पहली बार इस महामानव ने वर्णाश्रयीयों के चुंगल और आत्मघाती धार्मिकता से वैज्ञानिक सोच, स्वस्थ एवं खुद्दार जीवन की ओर मोड़ सकने का वाया भारत का संविधान रास्ता दिया था रास्ता जो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 253 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read कविता का प्लॉट (शीर्षक शिवपूजन सहाय की कहानी 'कहानी का प्लॉट' के शीर्षक से अनुप्रेरित है) बाबा साहेब से आभा पाकर मेरा धूसर चेहरा ऐसे चमकता है जैसे मोची के सधे हाथों पॉलिश पा कोई जूता! उधर वह शतरंजबाज धर्म की ओट ले बाजदफ़ा ऐसे लगाता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 355 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read घर घर कहते रहे सब सुनती रही लड़कियाँ ये पिता का घर ये पति का घर ये बेटे का घर, नहीं दिखा कभी उन्हें किसी माँ का घर किसी पत्नी का... Poetry Writing Challenge 322 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read वो लड़की निगाह में गज़ब अदा रखती है वो लड़की गोया के हसीन नशा रखती है वो लड़की मिरे हर जहर को काट देती फ़क़त बोसे से सुर्ख लबों पे मीठी दवा... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · ग़ज़ल · वो पहली नजर का इश्क 304 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read बिटिया बिटिया! बिटिया! सुनना सबकी सुन कर गुनना भी पर करना वही जो तुम्हें स्व विवेक से उचित लगे, किसी के भी अधूरे सपनों को पूरा करने का भार कभी अपने... Poetry Writing Challenge 250 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read हमसे पूछ रही गौरैया हमसे पूछ रही गौरैया किस घर के आँगन में आकर अपने मन की व्यथा सुनाऊँ हमसे पूछ रही गौरैया! दिखते नहीं किसी भी घर में लगे हुए एक भी पेड़... Poetry Writing Challenge 219 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 2 min read बेटियाँ बेटियाँ ———— बेटियाँ आती हैं शीतल मंद बयार की तरह बिखेर देती है सर्वत्र अपने साथ लाई सुमनों की सुगंध बेटियाँ आती हैं गर्मी की बारिश की तरह भिगो देती... Poetry Writing Challenge 372 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA यह देह जैविक जननी की जनी हुई है बाकी सब आम्बेडकर-माँ का दिया हुआ शब्द जो मैं बोलता हूँ तर्क जो तेरे विरुद्ध रखता हूँ चाय–पानी जो मैं तुम्हारे साथ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 252 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read अवतार देखो भक्ति का ई गजब व्यापार देखो ढोंगी बाबाओं का अवतार देखो अभिनय सीख जाओगे मुफ़्त में टीवी पे हर दिन बस समाचार देखो एक शब्द भी इधर उधर नहीं होते... Poetry Writing Challenge · कविता · कुनु · नज़्म 128 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read इश्क़ इश्क़ ———- उन्हें इश्क़ था वतन से शहीद हो गए सूखा नहीं है पानी आँख का जिनके लाल सरहद पर शहीद हो गए, रुकेंगे कैसे अश्रु जिस घर के लाल... Poetry Writing Challenge 166 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Jun 2023 · 1 min read चाँद कविता दूर है चाँद हमसे रूप लगता चाँदी सा पास गये वो कहते चमक हीन माटी सा फिर भी स्वीकार नहीं कही सुनी कोई बात हमे दिखाई देती है चाँदनी... Poetry Writing Challenge 126 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 11 Jun 2023 · 2 min read मैं तो रूह हूँ मैं तो रूह हूँ ब्रह्माण्ड की उड़ती धूल हूँ कभी कोख में कभी प्रकाश की जोत में आकार लेती मैं धूल हूँ मैं तो रूह हूँ... तूने देखा मुझे नजरों... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 97 Share ऋचा पाठक पंत 11 Jun 2023 · 1 min read मातृभाषा हिन्दी सारी भाषाएँ श्रृंगार माँ भारती का, पर हिंदी माँ के माथे की बिंदी है। सुदृढ़ करतीं सारी बोलियाँ, उपभाषाएँ, पर हिंदी माँ के भाल पर शोभती है। अपनाएँ मातृभाषा, करें... Poetry Writing Challenge · माँ के भाल की बिन्दी · मातृभाषा · हिन्दी 1 205 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 1 min read नाव मेरी डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त # बाल गीत # शीर्षक —-@ नाव मेरी @ रंगों की शब्दों की रंगावली , शब्दावली नाव मेरी भैय्या... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · बाल कविता 215 Share Santosh Khanna (world record holder) 11 Jun 2023 · 1 min read खबर खबर बहुत पहले की प्रकाशित मेरी एक रचना । तडफती धूप में खाली खेतों की फट्टी बिवाईयां पर खडा है वह आकाश पर नजर गड़ाये कहीं मेघों के घर से... Poetry Writing Challenge 113 Share Santosh Khanna (world record holder) 11 Jun 2023 · 1 min read आनन्द नृत्य आनन्द नृत्य। हो गई प्रकृति कुपित कर रही पर्यावरण खंडित हो रहा है मानव दंडित मच रहा है हाहाकार भूतल गगन दि्गदिगंत कर दिया सूर्य तपित फट रहे ज्वालामुखी उबल... Poetry Writing Challenge 89 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 1 min read नारी शक्ति डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक ? अरुण अतृप्त नारी शक्ति बहती रही नदी सी, वो चुपचाप झेलती झंझावात, प्रश्न थे अनगिनत कर दिये तिरोहित, मन से शांत,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 207 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 11 Jun 2023 · 2 min read बाली का उपालंभ सुना था तुम हो इक्ष्वाकु वीर महान एक वाण प्रहार से गिर करता तुमको दण्डवत प्रणाम । आज ये मैंने क्या देखा ताड़ की आड़ में एक वीर को बहेलिया... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 74 Share . 11 Jun 2023 · 1 min read Ulfatein saari ek taraf, Tera kala kurta ek taraf, Ulfatein saari ek taraf, Tera kala kurta ek taraf, Ek taraf hai samandar gehra, Teri gambheer aankhein ek taraf! Orr saare waade, irade ektaraf, Tere sang ki baatein ek taraf,... Poetry Writing Challenge 97 Share Basant Bhagawan Roy 11 Jun 2023 · 1 min read धमकियां शुरू हो गई तुमसे मिलके तो, मेरी दुनिया शुरू हुई थी कि धमकियां शुरू हो गई। तुझे पाने की, खुशियां शुरू हुई थी कि धमकियां शुरू हो गई। क्या करू दिल मानता नही... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Jun 2023 · 1 min read सुखम् दुखम डा. अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक / अरुण अतृप्त शीर्षक – सुखम् दुखम घृणा तुम्हारी कुछ काम न आएगी जिन्दगी को तो वो छु ही न पाएगी खून... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 234 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Jun 2023 · 1 min read मानवीय कर्तव्य डा. अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक / अरुण अतृप्त मानवीय कर्तव्य इश्क और आशिकी को हमें अब मिलाना चाहिए परचम मोहब्बत का आसमान में लहराना चाहिए // सूख... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 183 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Jun 2023 · 1 min read माये नि माये डॉ अरूण कुमार शास्त्री 💐 एक अबोध बालक💐 अरुण अतृप्त 💐माये नि माये 💐 आगाज़ कर रहा हूँ , तेरी हसरतों से माँ मैं जब भी घर से निकला ,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 246 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है, इस दिल की धड़कनों में ये स्पन्दन सा क्यूँ है। अपनी मुलाकातों की ये पहली ख्वाहिश तो नहीं, बरसों... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार और खलिश 1 241 Share Previous Page 36 Next