Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

अपना बनाकर मानेंगे

अपना बना कर मानेंगे

धड़कन दिलों की आज बढ़ा कर मानेंगे
होश उनके हम तो आज उड़ा कर मानेंगे

चले जाओ, जहां आज तुमको है जाना
मुहब्बत की शमां आज जला कर मानेंगे

कैसे भूलोगे लम्हें जो कभी साथ गुजारा
हरपल का हिसाब हम चुका कर मानेंगे।

मेरी नजरों से दूर चाहे जहां छुप जाना
महफ़िल में भी दिल तो चुरा कर मानेंगे।

कर दो मुहब्बत में लाख रूसवा मुझको
इश्क़ समंदर तुझको तो डूबा कर मानेंगे।

निभा ले दुश्मनी प्रियम से तू खूब अपना
कसम से तुझको अपना बना कर मानेंगे।
©पंकज प्रियम

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भूख-प्यास कहती मुझे,
भूख-प्यास कहती मुझे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कागज के फूल
कागज के फूल
डा गजैसिह कर्दम
क्या यही प्यार है
क्या यही प्यार है
gurudeenverma198
अधूरा सफ़र
अधूरा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सफर में जब चलो तो थोड़ा, कम सामान को रखना( मुक्तक )
सफर में जब चलो तो थोड़ा, कम सामान को रखना( मुक्तक )
Ravi Prakash
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-530💐
💐प्रेम कौतुक-530💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2845.*पूर्णिका*
2845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संस्कृत के आँचल की बेटी
संस्कृत के आँचल की बेटी
Er.Navaneet R Shandily
■ कड़वा सच...
■ कड़वा सच...
*Author प्रणय प्रभात*
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
गर्मी आई
गर्मी आई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
Sanjay ' शून्य'
याद - दीपक नीलपदम्
याद - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बहुत बरस गुज़रने के बाद
बहुत बरस गुज़रने के बाद
शिव प्रताप लोधी
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
मचले छूने को आकाश
मचले छूने को आकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खुशियां
खुशियां
N manglam
अहसान का दे रहा हूं सिला
अहसान का दे रहा हूं सिला
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
Neelam Sharma
जिंदगी की सांसे
जिंदगी की सांसे
Harminder Kaur
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन
भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन
लक्ष्मी सिंह
Phoolo ki wo shatir  kaliya
Phoolo ki wo shatir kaliya
Sakshi Tripathi
भाषाओं का ज्ञान भले ही न हो,
भाषाओं का ज्ञान भले ही न हो,
Vishal babu (vishu)
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
ঈশ্বর কে
ঈশ্বর কে
Otteri Selvakumar
Loading...