Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 28 Next Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक -ये बरसात शीर्षक -ये बरसात है अँधेरी काली रात, मन पर भारी ये बरसात। भीगे लफ्ज़ भीगी बात, अश्क़ में डूबी ये सौगात।। सिहर-सिहर से जाता क्यों है, बावला सा मन जाने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 95 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read एक शाम शीर्षक-एक शाम जरा सा रो दिए थे बैठ कर शाम खिड़की के पास दिनभर के ख़्वाब को ढलते हुए चाय के प्याले को लेकर भूल गए बस कुछ भूला याद... Poetry Writing Challenge · कविता 1 99 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read समय का बहाव शीर्षक-समय का बहाव मुमकिन होता गर तो पलट देते समय के बहाव को ज़िंदगी के रंग में फिर से भर लेते अनगिनत रंग जो कालचक्र में कहीं उतरे हुए हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 106 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read हुनर आ गया - शीर्षक- हुनर आ गया बदलते हैं लोग यहाँ फ़िज़ाओं के जैसे, हमें भी बदलने का हुनर आ गया। जमाने के साथ चलने लगे हम भी , ज़माने के साथ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 96 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read अनकहा रिश्ता शीर्षक -अनकहा रिश्ता ये कैसा अनकहा रिश्ता है, जो तेरे मेरे बीच है। स्नेहिल बन्धन है, जो हमारे क़रीब है। मुझे भावों के अल्फाज़ नहीं मिलते, जैसे सुरों के साज़... Poetry Writing Challenge · कविता 1 90 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read किसान शीर्षक - किसान खेत की मेड़ पर बैठ, ये सोच रहा, सबके पेट का हल, मेरे पास है, बस मेरा हल किसी के पास नहीं। जिस हल से, चीर कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 101 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 3 min read एक अच्छे मुख्यमंत्री में क्या गुण होने चाहिए ? एक अच्छे मुख्यमंत्री में क्या गुण होने चाहिए? भला करे जो गरीबों का गुण मुख्यमंत्री में ऐसे हो, बिल बिजली के कम करके भला किया जा नहीं सकता, बल्कि और... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 552 Share Shalini Mishra Tiwari 11 Jun 2023 · 1 min read उजियारा मौसम शीर्षक - उजियारा मौसम धुंध में लिपटा सारा मौसम, कोई उजली रेख नहीं। नहीं दिखे अपना ही साया, तृप्ति के कोई मेघ नहीं।। दिन में छुपा हुआ है दिनकर, प्रात-साँझ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 105 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read खुशी खुशी वो खुशी देता है अपने मन की, मैं खुशी दूँगा उसे उसके मन की । खुश तो होता हूँ फिर डर जाता हूँ , खुशी बड़ा खालीपन छोड़,जाती है... Poetry Writing Challenge 2 108 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read दायरे दायरे अपने दायरे हमने खुद बनाये कुछ हालात ने मजबूर किया , कुछ हम खुद से ठहर गये। पैर हमारे बेड़ियों में जकड़ गये । इनसे अब आज़ाद होना चाहिये... Poetry Writing Challenge 1 111 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना तू किस किस की सुनेगा, बड़ी मुश्किल में होगा । पर तेरे सिवा कौन , मेरी भी अर्ज सुनेगा। सब तुझसे मांग लेते है, मैं क्यों संकोच करूँ !... Poetry Writing Challenge 156 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read हर रोज बदलते मौसम में हर रोज बदलते मौसम में बेचैन हवाएँ चलतीं हैं । तय करना कितना मुश्किल है ! किस ओर हवाएँ चलतीं हैं । राही कब कौन जतन कर ले । धूप... Poetry Writing Challenge 116 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब महफिल उठ गयी जब महफिल उठ गयी तो घर याद आया है । किस कामयाबी पर नाज़ करें , ऐसा कुछ किया क्या है ? कुछ करते हैं तो कमाल करते हैं ,... Poetry Writing Challenge 100 Share goutam shaw 11 Jun 2023 · 1 min read पागल मन कहां सुख पाय ? पागल मन कहां सुख पाय ? जहां जहां देखे सब एक लागे भोर बेला पंछी उड़े निकले सांझ बेला वही डाल आए पागल मन नहीं सुख पावे । पागल मन... Poetry Writing Challenge 2 143 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read व्यथा - एक कविता बनी जब उत्तम एक कविता लगी ढूँढने ------ एक श्रोता किसको सुनाऊ , किस पर दोहराऊं जन्म की अपनी वीर गाथा सोच कर यह निकल पड़ी कवि के मन से... Poetry Writing Challenge · कविता · वीर गाथा · श्रोता 112 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Jun 2023 · 1 min read हाँ, बदल गया हूँ मैं... हाँ, ये सच है मैं बदल सा गया हूं... अब कोई शिकायत नहीं होती ये नहीं कि.. कुछ बुरा नहीं लगता बस हर घड़ी याद रहता है तेरी हर तकलीफ... Poetry Writing Challenge 2 568 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read जब तुम मिलीं - एक दोस्त से सालों बाद मुलाकात होने पर । भीड़ में एक दिन जब मुझे तुम मिली, लगा यूँ की खूब मिली, मिली मुझे - ज़िंदगी . यूँ मिलते मिलाते, हंसते खिलखिलाते, आया--- हवा का झोंका एक दिन एक... Poetry Writing Challenge · कविता · जिंदगी · दोस्ती · मुलाकात 164 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read क्षितिज आकाश में विचरते नभचर अनेक, उड़ती हैं पतंगे रंगित अनेक. विचरती उतरती दूर नभ में क्षितिज तक...पंख पसारती, पर बंधन है, डोर है, नभचर तो बे-डोर हैं क्षितिज का रस... Poetry Writing Challenge · आकाश · कविता · क्षितिज · नभचर · मृगतृष्णा 222 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read एक बार फिर । एक बार फिर थामाँ है हाथ मेरा तुमने गिरते लड़खड़ाते कदमो को मेरे, सराहा है तुमने अतीत की परछाइयों ने घेरा जब मुझको अंधेरो से लड़ना सिखाया है तुमने। भविष्य... Poetry Writing Challenge · उपवन · कविता · दोस्ती · दोस्ती-तेरी-मेरी · हाथ 317 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Jun 2023 · 1 min read कहने को है बहुत कुछ कहने को है बहुत कुछ जिसे हम छिपाते हैं अरमानों के आज़ाद परिंदे को कहाँ रास आते है कफस लफ़्ज़ों के ... इसलिए गढ़ लेते हैं किस्से दिल में और... Poetry Writing Challenge 69 Share Basant Bhagawan Roy 11 Jun 2023 · 1 min read अर्ज है प्यार कर लो मेरा अर्ज है, बस मुझे तो तेरा गर्ज है जी ना पाएंगे हम बिन तेरे सनम वादे कसमें तेरा हर निभाएगें हम गर बता दो कोई हर्ज... Poetry Writing Challenge · कविता 166 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read सर्दी धरती ने ली, कुछ करवटें। सूरज का ताप कुछ इस तरह सिमटा! तन पर गर्म कपड़ों को लिया हमने लिपटा जब हवा ने की, कुछ शीतल हरकतें। महीना दिसंबर का... Poetry Writing Challenge · कविता · दीपक · धरती · बसंत · सर्दी 186 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read कहता है सिपाही कहता है सिपाही कहता है सिपाही मुझे ना मोह पत्नी, पुत्र, धन, वैभव का, मोह है तो देश के लिए मर मिटने का। कहता है सिपाही मेरे शहीद होने पे,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 290 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read जनमदिन तुम्हारा !! आज फिर याद आ गये मुझे, अल्हड़पन के दिन, जो बीत गये, खूबसूरत वो पल, जाने कहाँ बीत गये उन सवेरो को इंतेज़ार रहता था तेरा, तेरी मुस्कुराहट का मोहताज़... Poetry Writing Challenge · कविता · कालेज · जनमदिन · दोस्ती · दोस्ती-तेरी-मेरी 220 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 2 min read आवाज आवाज हूं मैं इस भूमि की आवाज हूं ,अनंत की अव्यक्त की ,आवाम की आवाज हूं तेरे हृदय की ,मस्तिष्क की , मैं इंसान की आवाज हूं पूछती है यह... Poetry Writing Challenge · आवाज़ · कविता · लक्ष्मी बाई 1 129 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read शिक्षा रचना का विषय : शिक्षा :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: शिक्षा से हम सब ज्ञान पाते है संस्कार और संस्कृति को पहचानते हैं। शिक्षा की शुरुआत हम जब चाहे करते है। हम सभी के... Poetry Writing Challenge · कविता 172 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Jun 2023 · 1 min read यूँ ही... यूँ तो काट ही लेंगे जिन्दगी हम जो उठेगी हूक, लफ़्ज़ों में उतार लेंगे हम बहुत मुश्किल होता है, बिछुड़ के जी पाना तो क्या, मर मर के ही सही... Poetry Writing Challenge 71 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (25) यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता ! यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता ! शैशव में आदर्शो की गठरी सर माथे, यौवन में कर्तव्यबोध, उल्लास भगाता, घिसी-पिटी राहों पर चलने की मज़बूरी, और उमंगें सत्वहीनता... Poetry Writing Challenge 1 279 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read बेवफा शीर्षक वेवफा वेवफा तुमसे प्रेम में स्वार्थ की शाम रहती है। अपनी अपनी मन की सोच हम सभी की रहती है जीवन में धन और दौलत की चमक वेवफा होती... Poetry Writing Challenge · कविता 203 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read नारायणी जीवन की भगदड़ में, कुछ पल, जी लेती है वो । फिसलते लम्हों को भी,किसी तरह सम्भाल लेती है वो।। घड़ी की रफ्तार से कुछ क्षण चुराकर, मुस्कुरा देती है... Poetry Writing Challenge · आंचल · कविता · नारी · बिटिया-रानी · ममता 200 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नारी अबला नहीं कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी? कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी? कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे? कब तक यूँ ही... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अबला · नारी 139 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read नई शुरुआत रचना का विषय : नई शुरुआत :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: नई शुरुआत तो हर सुबह होती है हम सभी सोच हर पल बदलती हैं नई शुरुआत तो जीवन का सार कहती है। आज... Poetry Writing Challenge · कविता 552 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read भोग की वस्तु नहीं है नारी भोग की वस्तु नहीं है नारी, कब समझेंगे यह अत्याचारी। हर दिन लुट रहा जो अस्मत है, ये नरपिशाचों की ज़हालत है। नरपिशाच सुन! नारी, सृष्टि गढ़ने वाली है। यह... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अत्याचार · नारी · वस्तु 188 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नवरात्र पर विनती नवरात्रि के प्रथम दिवस विनती है कि सुख-शांति रहे। घर में सौहार्द रहे हमेशा आपस में न कोई भ्रांति रहे। विकसित हो अपना राष्ट्र और सब उन्नति की ओर बढे़ं।... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · नवरात्र · विनती 144 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read दरदू रचना का विषय : दर्द :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: दर्द हम सभी के मन में रहते है किसी से कहने में हम डरते हैं दर्द तेरे संग सदा बाट लेते है अपने दर्द... Poetry Writing Challenge · Poem 229 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · जुनून · हौसला 131 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read हरा रंग हरा रंग हरियाली का है जन-जन की खुशहाली का है हरियाली खेतों में आए तो किसानों के चेहरे खिल जाएँ। जब जंगल में छाए हरियाली पशु-पक्षी तब कलरव करते कोयल... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · हरा रंग · हरियाली · हिंदी कविता 225 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read जीवन जीवन चंचल मन है कोमल काया, रे बंदे तूने जीवन में क्या खोया क्या पाया। जीवन एक और सपने अनेक ,रे बंदे क्यों अपनी काया को मोह माया के तवे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 118 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 2 min read बेजुबान और कसाई बेजुबान और कसाई ~~~~~~~~~~~~~ (एक याचना) बीच सड़क पर डटे,बेज़ुबान बकरे और कसाई, हो रही थी मौनभाव में, अस्तित्व की लड़ाई । कसाई डोर खींच रहा, पर बकरे ने भी... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 2 189 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read मेरे अरमान मेरे अरमान मेरे भी कुछ अरमान थे ,अब कहीं खो से गए हैं। जीना चाहते थे अपने तरीके से ,अब कहीं मर से गए हैं। देखना चाहते थे सारा संसार... Poetry Writing Challenge · कविता 2 114 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 2 min read अर्धनारीश्वर की अवधारणा ” अर्धनारीश्वर की अवधारणा ” (छंदमुक्त काव्य) ~~°~~°~~° इस कशमकश-ए-जिन्दगी में, इंतजार करते ही रह जाते हैं लोग… एक दूसरे को समझ पाने में, इंतजार की घड़ियाँ समाप्त ही नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 2 171 Share Santosh Soni 11 Jun 2023 · 1 min read क्षमा देव तुम धीर वरुण हो...... क्षमा देव तुम धीर वरूण हो, किल्विष का मैं पर्ण गुच्छ हूँ सुधा देव गंभीर अरूण तुम, धरा गर्भ मैं पला पुष्प हूँ रूप सरस सौंदर्य देव जब, बरसाते तुम... Poetry Writing Challenge 328 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read दुनिया वालों दुनियां वालों वाह दुनिया वालों लूटना ही सीखा है क्या, पूछ लिया करो दो रोटी के लिए गरीबों को भी, बड़े नसीब से मिलता है यह मानव शरीर कुछ अच्छा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 116 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read अधूरी मुलाकात शीर्षक अधूरी मुलाकात अधूरी मुलाकात तुमसे आज मेरी रहती है। मन की सोच कभी कभी एक एहसास सा देती है जीवन में चाहत के सफर में अधूरी मुलाकात रहती है।... Poetry Writing Challenge · कविता 173 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read कर्ज कर्ज़ हर किसी को आशा की एक किरण की चाह होती है, काली रात सा हर एक दिन बन जाता है, जब कोई कर्ज में डूबता है। नहीं डूबता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 98 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read हर दिन बदलता सा दिखता है हर दिन बदलता सा दिखता है, अपनों की पहचान नहीं ,बड़ों की लिहाज नहीं, हर दिन बदलता सा दिखता है। अब वह पहले सा व्यापार ना रहा, ना रहा पहले... Poetry Writing Challenge · कविता 1 91 Share Neeraj Agarwal 11 Jun 2023 · 1 min read राज रचना का विषय : राज़ :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: राज़ हम मन भावों में रखते है बस तुझे कहने से हम डरते हैं मन तेरे संग सदा ही रहता है हम चाहत के... Poetry Writing Challenge · कविता 269 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read बचपन बचपन वह बचपन की भी क्या दिन थे, बदल सा गया है आज वह हर दिन। वह दादी की रात में कहानियां सुनाना, कभी-कभी डरावनी कहानियां सुनाना। बचपन में... Poetry Writing Challenge 1 1 112 Share N manglam 11 Jun 2023 · 1 min read शाम शीर्षक शाम सच हम सबकी चाहत की शाम होती है। हां सभी की अपनी अपनी मन की सोच रहती है हम सभी के जीवन में कुदरत और नसीब से शाम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 139 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read मृगतृष्णा मृगतृष्णा ~~~~~ मृगतृष्णा की चादर ओढ़, भटक रहा मानव इस जग में। मातृगर्भ से वर्तमान तक, खुद को समझ न पाया जग में । जन्म लिया निर्मल काया थी, शैशव... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 3 142 Share Previous Page 28 Next