Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

कहता है सिपाही

कहता है सिपाही
कहता है सिपाही मुझे ना मोह पत्नी, पुत्र, धन, वैभव का, मोह है तो देश के लिए मर मिटने का।

कहता है सिपाही मेरे शहीद होने पे, चार दिन आंसू बहाके भुलाने को देर नहीं लगती यह दुनियां l

कहता है सिपाही भूल जाये चाहे यह ज़माना हमें , मुझे फिर भी मर कर भी और मरने के बाद भी अपना सेवा धर्म कर्तव्य भारत माता की सेवा करके है मुझे इस धरती से जाना।

कहता है सिपाही गर्व है मुझे अपने पे और अपने साथियों पे की लाल मुझे अपना भारत माता ने अपना बनाया है, कि मर के भी ना मर पाएंगे एक आंच ना भारत मां पे आने देंगे ।

कहता है सिपाही कि जिस मिट्टी में पैदा हुआ हू, जिस मिट्टी ने हमें दिया सब कुछ, कि मिट्टी नहीं मां धरती है वो मेरी, मां धरती पे जो बुरी नजर रखेगा ,हम छोड़ेंगे अंधा बना के उसे।

कहता है सिपाही कि गोली खा के सीने पे सोए हम , कि मर के भी रक्षा तिरंगे मे जान डाल के करेंगे हम।

🇮🇳जय हिंद 🇮🇳

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 208 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उनको घरों में भी सीलन आती है,
उनको घरों में भी सीलन आती है,
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
dks.lhp
है प्यार तो जता दो
है प्यार तो जता दो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
"नींद का देवता"
Dr. Kishan tandon kranti
हरकत में आयी धरा...
हरकत में आयी धरा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
12 fail ..👇
12 fail ..👇
Shubham Pandey (S P)
मुझे धरा पर न आने देना
मुझे धरा पर न आने देना
Gouri tiwari
शहरी हो जरूर तुम,
शहरी हो जरूर तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
12- अब घर आ जा लल्ला
12- अब घर आ जा लल्ला
Ajay Kumar Vimal
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
shabina. Naaz
#राम-राम जी..👏👏
#राम-राम जी..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
किताबें
किताबें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
स्वयं के हित की भलाई
स्वयं के हित की भलाई
Paras Nath Jha
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जमाना तो डरता है, डराता है।
जमाना तो डरता है, डराता है।
Priya princess panwar
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
gurudeenverma198
पैसा होय न जेब में,
पैसा होय न जेब में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आम का मौसम
आम का मौसम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
abhishek rajak
माॅ प्रकृति
माॅ प्रकृति
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
माँ शारदे-लीला
माँ शारदे-लीला
Kanchan Khanna
" समय बना हरकारा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
Phool gufran
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
Sarfaraz Ahmed Aasee
रात के सितारे
रात के सितारे
Neeraj Agarwal
Loading...