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11 Jun 2023 · 1 min read

पागल मन कहां सुख पाय ?

पागल मन कहां सुख पाय ?
जहां जहां देखे सब एक लागे
भोर बेला पंछी उड़े निकले
सांझ बेला वही डाल आए
पागल मन नहीं सुख पावे ।

पागल मन कहां सुख पावे?
अधूरा प्यार बहुत तरपाये
बेवफा लोग को कैसे समझे
मीरा रही गई कृष्ण दीवानी
पागल मन नहीं सुख पावे ?

पागल मन कहां सुख पावे?
घड़ी घडी गिन दिन बिताए
पर मन को कौन मनाएं ?
रट रट तोता के राम बुलाए
पागल मन नहीं सुख पावे ।

गौतम साव

Language: Hindi
2 Likes · 105 Views
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