Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 22 Next Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read उकता कर हम ने ये काम कर दिया उकता कर हम ने ये काम कर दिया जो ख़ास थे उन को आम कर दिया हम को नहीं आता पर्दे में गुनाह करना जो भी किया हम ने सर-ए-आम... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 163 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मैंने कितनी अदाएँ बदलीं मैंने कितनी अदाएँ बदलीं तुम्हे रिझाने की ख़ातिर मैंने अधरों पे बंसी सजाई तुम्हे लुभाने की ख़ातिर न जाने क्यों दुनिया सुन कर चली आती है मेरी बंसी की तान... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 139 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read वो चाहतें हैं हमको कीचड़ में गिराना वो चाहतें हैं हमको कीचड़ में गिराना जिनके बस में नहीं अपने धब्बे छुड़ाना बन्द कमरे में ख़ामोश बैठी हूँ कब से संग-दिलों को हाल-ए-ग़म क्या सुनाना क़िताब-ए-ज़ीस्त के इक-इक... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 146 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मिरे आगे ज़िक्र-ए-अग़्यार क्यों करते हो मिरे आगे ज़िक्र-ए-अग़्यार क्यों करते हो ख़ामखां मिरा जीना दुश्वार क्यों करते हो कभी-कभार मिरी ख़ैरियत पूछ कर तुम अपना कीमती वक़्त बेकार क्यों करते हो ये आदत तुम्हारी तुम... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 144 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read हर गीत हर संगीत हर गीत हर संगीत, तुझ पर वारा करती है। मेरी मुरली की हर तान, तेरा नाम पुकारा करती है। मेरे हृदय के सूने आँगन में, हर ओर उदासी बैठी है।... Poetry Writing Challenge 87 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read वो रोज़ निकालता है ऐब जहाँ में वो रोज़ निकालता है ऐब जहाँ में सैकड़ों ऐब छुपे हैं जिसके गिरेबां में छोड़ा भी न गया हमसे नशेमन अपना उड़ना भी था हमको खुले आसमाँ में इतराने दो... Poetry Writing Challenge 114 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read संगदिल लोगों पे जाँ-निसार मत कीजिए संगदिल लोगों पे जाँ-निसार मत कीजिए इनकी ख़ातिर ज़िंदगी दुश्वार मत कीजिए शहद की शीशी में ज़हर भी हो सकता है मीठी-मीठी बातों पे ऐतबार मत कीजिए इश्क़ बा-सफ़ा है... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 119 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read बरसों से जिन्हें अपना माना बरसों से जिन्हें अपना माना अब कैसे उन्हें समझूं बेगाना मैं अपनी अना में दूर हो गई दिल को नागवार था दूर जाना क़ाफ़िले में चल के मुमकिन नहीं अपनी... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 108 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read कुछ तो बात है मेरे यार में...! 💕हिम्मत चाहिए होती है इज़हार में ! सब्र चाहिए होता है इंतज़ार में ! चैन नहीं है इकरार में ! कुछ तो बात है मेरे यार में !💕 🌸खो गई... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल 4 3 345 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read बहाना मिल जाए ❣️मेरी सूनी रातों को सहारा मिल जाए , मेरे काले आसमान को रौशन सितारा मिल जाए । यूं तो हम ही तलाशते रहते हैं आपसे मिलने के मौक़े , काश... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 388 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी एक पहेली... कभी है ये उलझी , कभी है ये सुलझी ! कभी बनती शत्रु , तो कभी बनती ये सहेली है ! ज़िंदगी एक पहेली है । ग़म से निकलने के... Poetry Writing Challenge · कविता 287 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read दोस्ती... चाहे बीत जाएं पंद्रह-पच्चीस साल, हमारी दोस्ती कभी कम न हो। तुम्हारी ज़िंदगी में हमेशा रहे खुशी, कभी ग़म न हो। ✍️सृष्टि बंसल Poetry Writing Challenge · कविता 317 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read बारिश के लिए तरस रहे है हम , छोटी - सी बारिश के लिए ! तरस रहे है हम , इस छोटी - सी गुज़ारिश के लिए ! जल्द ही जो मुकम्मल हो... Poetry Writing Challenge · कविता 406 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 3 min read नहीं जा सकता.... इश्क़ का खुमार जो चढ़ जाए, तो उतारा नहीं जा सकता। हर सच को, नकारा नहीं जा सकता। इश्क़ न करना यारों, इस सच को झुठलाया नहीं जा सकता। सच्चा... Poetry Writing Challenge · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल 295 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read आज ही का वो दिन था.... आज भी याद है मुझे! हुआ जो था आज से कुछ सालों पहले! आज ही का वो दिन था, जब मैंने पहली बार अपनी मम्मी को रोते हुए देखा था!... Poetry Writing Challenge · कविता 1 258 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 3 min read 🙏❌जानवरों को मत खाओ !❌🙏 शेर जो पीछे पड़ जाए तो , डरते हो , घबराते हो ! कभी सोचा है , जानवरों का क्या ? जो उनको मार कर खाते हो ! स्वाद गर... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल 1 472 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read नामुमकिन 🖤इस दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है, मुमकिन है तो दूसरों की बातें सुनकर गलत फ़ैसले लेना।🖤 🖤किसी के माथे पर नहीं लिखा होता है, कि वो सच बोल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 333 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 3 min read 🕊️एक परिंदा उड़ चला....! एक परिंदा उड़ चला , नीले आसमां में । एक नए घोंसले की तलाश में , एक नई आस पे , एक स्वविश्वास पे ।। उड़ते-उड़ते वह थक गया ,... Poetry Writing Challenge · कविता 681 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read एक नई उम्मीद 🖤 के चल राही , के तुझे मंजिल मिल जाएगी। तेरे एक कदम आगे बढ़ाते ही , ये दुनिया हिल जाएगी।।🖤 🖤जो है आज तेरा, कल वो तुझे मिल जाएगा।... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल 261 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read नहीं देखा....🖤 🖤मेरी ज़िद्द देखी सबने , मेरा सब्र नहीं देखा ! मेरी मुस्कुराहट देखी सबने , मेरा हश्र नहीं देखा !🖤 🖤मेरी कमाई देखी सबने , मेरा खर्च नहीं देखा !... Poetry Writing Challenge · कविता 277 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read पूर्ण-अपूर्ण जो अधूरा रह जाए, वह राधा-कृष्ण हैं। जो पूर्ण हो जाए, वह पार्वती-शिव है। ✍️सृष्टि बंसल Poetry Writing Challenge · कविता · कोटेशन 303 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम कृष्ण के बिना राधा अधूरी, राधे बिन अधूरे श्याम हैं। इन दोनों की जुदाई ही, सच्चे इश्क़ का नाम है। ✍️सृष्टि बंसल Poetry Writing Challenge · कविता · कोटेशन 556 Share Neeraj Agarwal 13 Jun 2023 · 1 min read दिव्य दृष्टि बाधित शीर्षक - दिव्य दृष्टि बाधित लोग ------------------------------------------------------------ दिव्य दृष्टि बाधित लोग भी इंसान होते हैं। जीवन में यह भी हैरान परेशान रहते हैं। शोषण और लाचारी का फायदा लोग उठाते... Poetry Writing Challenge · कविता 416 Share Anjana banda 13 Jun 2023 · 1 min read विरह का गीत विरह के मरू में इन आंखों से रोज न जाने कितने सावन बरसते है चले गए जो सारा बसंत समेटकर इस जीवन से क्यों उन्हीं के इंतजार में हम पतझड़... Poetry Writing Challenge · कविता 237 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read सीख नहीं सीख बुरी कोई पर सब बेटियों के लिए क्यों है नहीं रीत बुरी कोई फिर बेटियों के लिए क्यों है विवेकपूर्ण परिधान हो है सही ये बात पर नियंत्रित... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 312 Share Sunil Suman 12 Jun 2023 · 1 min read आजकल तन्हा हूं मैं .... आजकल तन्हा हूं मैं, एक साथी चाहिए... जो सुन सके, सुना सके, समझ सके समझा सके, अपने मन की कह सके, मेरे मन की सुन सके, बिन वजह बिगड सके... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 256 Share हरवंश हृदय 12 Jun 2023 · 1 min read आदमी आदमी को आदमी से हैं खतरे बहुत आदमी की हर चाल पे सम्भल जाता है आदमी फुरसत नहीं किसी को किसी से बात करने की बहुत कम नज़र आजकल आता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · हरवंश श्रीवास्तव 1 248 Share surenderpal vaidya 12 Jun 2023 · 1 min read सावनी श्यामल घटाएं ** नवगीत ** ********************* छा रही हैं * नील नभ पर छा रही हैं, सावनी श्यामल घटाएँ। गर्मियां तपती दोपहरी, में सभी व्याकुल हुए हैं। खिन्न मन बोझल कदम ले,... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · सावन 1 417 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता नील गगन से विशाल, हिमालय जैसा भाल सुमेरु कन्धे साधे वसुधा के जीवन की ताल मेरे पिता.... संवेदनाओं को कहां कह पाते गिरा पलक को अश्रु छिपाते मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 17 3 395 Share Prachi Verma 12 Jun 2023 · 1 min read ए मुसाफ़िर ए मुसाफ़िर तू बस चलता जा , हर रहा पर हर किसी से मिलता जा । जो साथ दे उनकी दुआए करता जा , और जो साथ छोड़ दे उस... Poetry Writing Challenge 1 204 Share surenderpal vaidya 12 Jun 2023 · 1 min read हिन्दी के हित ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~~~~ हिन्दी के हित प्यार जगाएँ। हम अपना कर्तव्य निभाएँ। ~ इस मिट्टी से जन्मी भाषा, करती पूर्ण सभी की आशा। नभ में नाम इसी का हम... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · हिन्दी 1 214 Share संजीवनी गुप्ता 12 Jun 2023 · 1 min read कीमत सपनों की थी एक छोटी सी बस्ती, पर बड़े अरमानों वाली। अरमान था शहर बनने का, ख्वाब था चकाचौंध का, भागते - दौड़ते दिन का, और जागती हुई रातों का। आखिर सपना... Poetry Writing Challenge · कविता 1 222 Share Prachi Verma 12 Jun 2023 · 1 min read थोड़ी पागल सी एक लड़की ये लड़की सबसे अलग है, बात बात पर मुझे डाटताती है । वक्त आने पर मेरी मम्मी बन जाती है , थोड़ी सी क्यूट और थोड़ी सी नादान है अब... Poetry Writing Challenge 1 311 Share संजीवनी गुप्ता 12 Jun 2023 · 1 min read बस यूं ही रहने दो बस यूं ही रहने दो बिखरी हुई लटों को, बस यूं ही रहने दो बिस्तर की सिलवटों को, बस यूं ही रहने दो बर्तनों का ढेर, बस यूं ही रहने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 161 Share संजीवनी गुप्ता 12 Jun 2023 · 1 min read हारता बचपन एक पौधा था, पनप न सका। धरती के आंचल ने उसे सींचा था, सूरज की किरणों ने उसे पाला था। बड़े अरमान से हुआ दाखिला, बड़े हौसले से वह भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 145 Share संजीवनी गुप्ता 12 Jun 2023 · 1 min read आस थकी आंखें तकती रह गईं, आशा की लौ धीमी पड़ गई, सांसों की गति कहीं अटक गई, पर तुम नहीं आए। तुम तो चले अपने पथ पर, पाया अपना लक्ष्य।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 289 Share Prachi Verma 12 Jun 2023 · 1 min read छोड़ दिया अब छोड़ दिया प्यार करना अब उससे जिससे करना उस भगवान से मनाया था । उस इंसान के लिए खुदका ही दिल हर बार दुखाया था। मिलना शायद कभी न लिखा... Poetry Writing Challenge 1 439 Share संजीवनी गुप्ता 12 Jun 2023 · 1 min read सत्य चला... कुछ जगा - जगा सा है, कुछ थका - थका सा है। सब धुआं - धुआं सा है, बादलों में छिपे सूरज की तरह, सत्य आज ढका - ढका सा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 205 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read याद है तुम्हें... वो लम्हे जब तुम होती थीं, मैं होता था, यूँ कहो कि हम होते थे कुछ वादे होते थे आँखों आँखों में बातेँ होती थीं लब ख़ामोश हुआ करते थे... Poetry Writing Challenge 56 Share Prachi Verma 12 Jun 2023 · 1 min read एक अच्छा शिक्षक कहते हैं ना ज्ञान से बड़ा, कोई दान नहीं । और गुरु से बड़ा, कोई दानी नहीं। हर बात को प्यार से समझाने वाला आप जैसा कोई नहीं, हमेशा मुझे... Poetry Writing Challenge 1 173 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read कफस लफ़्ज़ों के कहने को है बहुत कुछ जिसे हम छिपाते हैं अरमानों के आज़ाद परिंदे को कहाँ रास आते है कफस लफ़्ज़ों के ... इसलिए गढ़ लेते हैं किस्से दिल में और... Poetry Writing Challenge 89 Share Prachi Verma 12 Jun 2023 · 1 min read My best person ❤️ Maa ke dusre roop mein ek teacher meine paya hai Jiske hone se lagta hai ki bhagwan ne meri jindagi mein apko bahut pursat se banaya hai 💞 Bahut naseeb... Poetry Writing Challenge 1 154 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read वो एक शाम.. वो एक शाम जब आभासी दुनिया के फ़लक पर, पहली बार देखा तुम को अच्छा लगा था बरसों की खामोशी के बाद दिल ने चाहा कुछ शब्दों को बुनना, चुन... Poetry Writing Challenge 179 Share Anil chobisa 12 Jun 2023 · 1 min read #शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा 55 वर्ष का होने पर बचपन याद आता है, दादी, नानी, का घर पर जाना याद आता है।। क्या जमाना था वह आज सवाल उठा दिया जाता है, खुली छत... Poetry Writing Challenge · कविता 168 Share surenderpal vaidya 12 Jun 2023 · 1 min read कोशिश न करना * कोशिश न करना * ~ ~ कभी दूर जाने की कोशिश न करना। मुहब्बत निभाना सदा साथ रहना। कहे कुछ जमाना न परवाह कोई, हमेशा सही राह पर है... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · मुहब्बत 1 202 Share Kanchan Alok Malu 12 Jun 2023 · 1 min read आंसू। कभी स्मृतियों की क्षितिज से, टकरा जाते है हृदय मे, कभी लहरों को आवाजों से, बिखर जाते है पानी में, चाहे खुशी में निकल जाने से, सज जाते मन की... Poetry Writing Challenge 5 6 330 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read चलते-चलते चलते-चलते एक दिन हम यूँ ही निकल जाएंगे बन कर याद तुम में ठहर जाएंगे ग़र, आए भी याद, तो. आँसू बहाना नहीं वर्ना, बन के पानी तेरी आँखों से... Poetry Writing Challenge 298 Share rubichetanshukla 781 12 Jun 2023 · 1 min read #पेड़ हमारे मित्र # मेरे घर के आंगन में, पेड़ लगे हैं पांच। आम, पाकर ,बरगद,पीपल, है इनका पुराना साथ। हरा भरा बागीचा मेरा, मन को मोह है लेता। सरसर चलती हवा यहां पर,... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 1 213 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Jun 2023 · 1 min read तरक्की तरक्की बदल गये हमारे तरक्की के मापदंड हम आ गये हैं बहुत आगे हो कर उद्दंड जैसे बाढ़ में बढ़ आती है नदी आगे, जैसे चक्रवात में छोड़ देता है... Poetry Writing Challenge 295 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read "शेष पृष्ठा उस दिन घडी थी पापा के हाथ में और वक्त था मेरे साथ पता नहीं कहाँ.... कैसे गुम गए वो घड़ी... और...वो वक्त कहीं में ठग तो नहीं गई ?... Poetry Writing Challenge 1 213 Share Previous Page 22 Next