Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 224 authors · 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Lamhe zindagi ke by Pooja bharadawaj 4 May 2022 · 1 min read पिता “पिता हमारे घर के सुपर हीरो” माँ धरा है तो पिता नींव होते हैं जिन पर पूरे परिवार का बोझ होता है पिता वो विश्वास हैं को जीने की रहाँ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 192 Share pradeep nagarwal 4 May 2022 · 1 min read पिता का प्यार नहीं लगता मेरा डांटना तुझे अच्छा अब नहीं भाता मेरा फिक्र करना तुझे नही चाहिये तुझे अब रोका टोकी मेरी कर नहीं सकता तेरे ज़माने जैसी बातें नही आता मुझे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 426 Share pradeep nagarwal 4 May 2022 · 1 min read पिता उस सृजनहार का माध्यम है तु शिशुओं का जनक है तु पोरुष की ताक़त है तु कर्तव्यों की परिभाषा है तु जिम्मेदारियों का पर्वत है तु अपने परिवार की नींव... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 348 Share kamal purohit 4 May 2022 · 1 min read मेरे पिता ने मुझे समझाया जब जब दुनिया ने किया सवाल मेरे पिता ने मुझे समझाया रखना नही तू मन में मलाल मेरे पिता ने मुझे समझाया ऊपर से रहते है कठोर मन है शांत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 163 Share kamal purohit 4 May 2022 · 1 min read पिता भी चाहने वाला है (गीत) सर पर बोझा लेकर जिसने, अपना परिवार सँभाला है। बच्चों को माँ के जैसा ही, पिता भी चाहने वाला है। सुबह शाम नित काम करें वो,समय नहीं दे पाता क्षण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 362 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 4 May 2022 · 1 min read पिता पिता प्रकाश है पिता आकाश है पिता आस है आशा और विश्वास है कोई गम नहीं गर पिता पास है जिस घर मैं है पिता उस घर में देवों का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 301 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 4 May 2022 · 1 min read पिता हर गम उठता है फिर भी ओ मुस्कुराता है इस धरती पर देव तुल्य ओ पिता कहलाता है कठीन परिश्रम कर के भी ओ नहीं थकता हरदम बच्चों की राह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 384 Share Taj Mohammad 4 May 2022 · 1 min read पिता बना हूं। पिता बना हूं तो पिता का दर्द महसूस हुआ। वरना अभी तक तो पुत्र बनकर ही जीवन जिया।।1।। बड़ी जिम्मेदारियां होती है पिता के कंधों पे। मेरे पिताजी ने प्रत्येक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 351 Share मनोज कर्ण 4 May 2022 · 1 min read जीवन-रथ के सारथि_पिता जीवन-रथ के सारथि_पिता ~~°~~°~~° सारथि जीवन-रथ के , देवता तुल्य पिता हैं जग में। अन्नदाता भयत्राता पिता ही हैं , सृजनकर्ता भी वही जग में। माता को यदि तुम,सारे तीर्थ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 23 1k Share Dimpal Khari 3 May 2022 · 1 min read मेरे पिता पिता हैं बरगद की छाया, जिसके नीचे हम पले-बढ़े। कितने भी दुख आये हम पर, पिता ही सम्मुख खड़े रहे। बोली में थी कितनी कटुता, दिल में भरी थी अथाह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 4 233 Share Sushma Singh 3 May 2022 · 1 min read पथ के मार्गदर्शक पापा पथ के मार्गदर्शक पापा ------------------------- बचपन में उंगली पकड़ जो चलते, आज वही पथ प्रदर्शक है करते। राह दिखाते हमको मंजिल की, लक्ष्य हमारा परिपूर्ण करते ।। पथ के मार्गदर्शक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 104 Share Sushma Singh 3 May 2022 · 1 min read मेरे चांद है पिता मेरे चांद हैं पिता -------------------- जीवन के अंधकार में,रोशनी भरकर। स्वर्णिम प्रकाश फैलाकर, आशा का चिराग जलाते ! वो तुम हो!!! मेरे चांद हैं पिता------- जब भी घोर निराशा छाई,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 106 Share Ashok Sharma 3 May 2022 · 1 min read पिता:(प्रदीप छंद) सारे वैभव के तुम दाता, तू ही जग की शान हो। तुमसे ही सब घर की शोभा, त्यागपथी व महान हो। कहते जग का पालनहारा, सिर्फ एक ही एक है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 3 5 157 Share डी. के. निवातिया 3 May 2022 · 1 min read पिता - नीम की छाँव सा - डी के निवातिया पिता एक विश्वास *** घर आँगन में नीम की छाँव सा, जीवन सागर में बहती नाव सा, किसान बन घर परिवार सींचता, इंजन बन घर की गाडी खींचता, बच्चो का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 28 50 1k Share Taj Mohammad 3 May 2022 · 1 min read सृजन कर्ता है पिता। सृजन कर्ता है पिता,,, विघ्न हर्ता है पिता।। मिलते है जो भी घाव,,, उनको भरता है पिता।। पुत्र का पालन हारा है,,, हर विपत्ति में सहारा है।। पुत्र कुपुत्र कैसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 10 319 Share Bhawana Kumari 3 May 2022 · 1 min read पिता पिता की याद आज आपके जाने के बाद जब पहली बार आई मायके नहीं रोक पाई अपनी आंसु हर पल ऐसा लगा मुझको आप कही न कही से मुझे बुला... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 65 151 1k Share Sushma Singh 2 May 2022 · 1 min read कैसे कहुं पापा कैसे कहूं पापा ----------------- कैसे कहूं और क्या लिखूं, तुम्हारे लिए शब्द ही नहीं । बस!इतना पता है कि, तुम ही मेरा संसार हो।। कैसे कहूं और क्या लिखूं------ हर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 475 Share रीतू सिंह 2 May 2022 · 1 min read "वो पिता मेरे, मै बेटी उनकी" वो पिता मेरे, मै बेटी उनकी, जिन्होंने दी मुझे नई पहचान। उम्मीद का सहारा,नदी का किनारा, होसलो की ऊची उड़ान, माथे से टपकता पसीना जिन की पहचान। वो पिता मेरे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 98 146 1k Share Sushma Singh 2 May 2022 · 1 min read पिता की याद पिता की याद --------------- हर रोज आपकी याद आती है, तो आंखें मेरी छलक जाती हैं। याद बहुत आते हो पापा---- मन की वेदना जब उमड़ आती है, तो बचपन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 220 Share जगदीश शर्मा सहज 2 May 2022 · 1 min read पिता हिमालय है पिता परिवार की खातिर, हिमालय सा अचल रहता। पिता का साथ है तो झोंपड़ी सा घर महल रहता ।। पिता की हर खुशी कुर्बान, बच्चों के लिए रहती । पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 8 14 594 Share Dr Manju Saini 1 May 2022 · 1 min read पापा आपकी आवाज़ शीर्षक:पापा आपकी आवाज आपकी वो आवाज आज भी कानो में गूँजती हैं जब आप पुकारते थे एक नित नए प्यारे से नाम से मुझे आपकी आवाज़ सुनने को आज भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 121 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पिता ही मेरी खुशी पिता ही मेरी खुशी -------------------- जीवन की हर खुशी तुमसे है, साज और आवाज भी तुमसे है। मां के माथे की बिंदिया का नूर, तुमसे ही चमकता है। जीवन की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 174 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पिता के सपनों की दुनिया पिता के सपनों की दुनिया --------------------------- रंग बिरंगी ,सतरंगी इन्द्र धनुष सी, पिता के सपनों की दुनिया। जिसमें क ई दास्तान हैं, उम्मीदों का आसमान है। रंग बिरंगी पिता कि... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 132 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पूरी उम्र बिता देते हैं पिता पूरी उम्र बिता देते हैं पिता ------------------------------ पूरी उम्र बिता देते हैं पिता, बच्चों के अरमान पूरे करने में। थकते नहीं कभी कदम, परिवार को सुख देने में! इसी तरह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 128 Share Neha 1 May 2022 · 1 min read पिता अम्बर सा विस्तृत रूप सिन्धु सम ह्रदय गहरा जीवन पथ प्रदर्शक पिता जब छाया कोहरा श्रम की अग्नि में तपकर देते शीतल छाया संघर्षों में न डगमगाया रहा पिता का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 16 12 806 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पहरा देते पापा पहरा देते पापा --------------------- वतन पर पहरा देते, रक्षा जन-जन की करते। तब हम सब चैन से सोते, अपनी कोई फिक्र नहीं-- मेरे प्यारे पापा को। देश पर पहरा देते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 388 Share N.ksahu0007@writer 1 May 2022 · 1 min read पिता का साया हूँ मै तो इस धरा पर माँ पिता से आया हूँ हाँ जी मै हूबहू अपने पिता का साया हूँ उम्मीद ,सपने ना टूटने देते ऐसे होते पिता इसलिए मै पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 18 1k Share Radhakishan R. Mundhra 1 May 2022 · 1 min read "*पिता*" "पिता" केवल एक रिश्ता ही नहीं, हमारे जीवन का आधार होता है। माँ के अलावा "पिता" ही वो पहला व्यक्ति होता है जो हमारे इस दुनियां में आने से सबसे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 5 4 240 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read पिता जी का साया *** पिता जी का साया *** ********************* पिता जी की छत्रछाया है, कभी भी साथ न पराया हैं। लू गम की जरा न लग पाए, बरगद सी शीतल छाया है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 249 Share ऋचा त्रिपाठी 30 Apr 2022 · 1 min read .....उनके लिए मैं कितना लिखूं? बोलो,अब क्या लिखूं, उनके लिए मैं कितना लिखूं? क्या एक दिन आपके नाम लिखूं, बाकी दिन गुमनाम लिखूं। पिता जी! रहेंगे अपरिभाषित आप, चाहे मैं जितना लिखूं।। हो जाए पूरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 19 17 458 Share Mamta Rani 30 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता रहता है सदा हाँथ सर पे धूप से बचाता छाता जैसे कठोर भी है कोमल भी वो नारियल के ऐसे रहता जैसे कमी नहीं होने देते कुछ भी चाहे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 34 48 842 Share Anamika Singh 30 Apr 2022 · 2 min read मेरे पापा शब्द नहीं है मेरे पास , पापा! कैसे करूँ आपको व्याख्यान। ऐसी कोई कलम नहीं बनी, जो लिख सके आपका पुरा गुणगान। कैसे रंग भरूँ मैं, आपके प्यार को पापा,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 18 24 1k Share Ramesh Adheer 30 Apr 2022 · 1 min read हमारे बाबू जी (पिता जी) सपने में आये थे भैया आज हमारे बाबू जी। बालकनी से देते थे आवाज़ हमारे बाबूजी। उम्र गुज़र जाने पर भी जो जान नहीं हम पा पाये, खोल रहे थे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 479 Share Shankar N aanjna 30 Apr 2022 · 1 min read पिता हर मुश्किल में वे चट्टान बन कर अड़े है। हर जरूरत के समय मेरे पास ही खड़े हैं।। दुनिया की हकीकतों से रूबरू कराने वाले हैं। सही गलत की मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 6 720 Share alkaagarwal.ag 30 Apr 2022 · 1 min read 'आप नहीं आएंगे अब पापा' गीतों को सुनना, गाना गुनगुनाना और आंखें बंद कर के लय पे सर हिलाना याद आएगा पापा आपके सवालों का अनमोल खजाना याद आएगा। वो सीखना बातों बातों में हमसे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 697 Share Nitu Sah 30 Apr 2022 · 2 min read सच में पिता के हाथों में जादू है पापा की परी उस समय मात्र छः माह की थीं,जब ये घटना घटी। उस नन्ही सी जान को एक विचित्र रोग ने छू लिया था, विचित्र इसलिए की जिस डॉ०... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लघु कथा 3 2 154 Share Sushma Singh 30 Apr 2022 · 1 min read प्यार का सागर हैं पिता प्यार का सागर है पिता -------------------------- बचपन में जिसने,उंगली पकड़ चलाया, मुझे चोट लगने पर --- जिसने मुझे सहलाया। ऐसे प्यार का सागर है पिता--- जीवन के हर फर्ज निभाकर,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 83 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Apr 2022 · 2 min read नमन तुम्हारे श्री चरणों में, तुम याद बहुत ही आए पूज्य पिताजी की यादें, हृदय में हर पल आतीं हैं बचपन से पचपन तक की, ढेरों याद दिलातीं हैं कितना लाड़ प्यार करते थे,हर मांग पूरी करते थे कितनी मेहनत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 7 139 Share मनोज कर्ण 30 Apr 2022 · 1 min read पितृ स्वरूपा,हे विधाता..! पितृ स्वरूपा,हे विधाता..! ~~°~~°~~°~~°~~°~~° व्योम उर सा अनंत विस्तृत, स्नेह का साम्राज्य तेरा , आये थे हम,तेरी कृपा से, पर ये तो है सौभाग्य मेरा। स्वप्न चुन-चुन,द्रव्य गिन-गिन, हसरतें बनाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 26 1k Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 29 Apr 2022 · 1 min read पिता का पता पिता का पता कौन बताए, कब सोते कब जग जाते हैं, अथक; काम में लग जाते हैं, कब पीते कब खाते खाना कौन बताए, बच्चों का बढ़ना, पढ़ना-लिखना, लिए आंखों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 16 24 1k Share Charu Mitra 29 Apr 2022 · 1 min read मां के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं जिनकी बातें थी रौबदार जिनको खाना पसंद चटकदार अब वह सादा खाना खाकर भी खुश रहना सीख रहे हैं माँ के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं। किसी कार्यक्रम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 8 225 Share Nitu Sah 29 Apr 2022 · 1 min read पापा समुद्र से मोती, आसमां से तारें। ढुंढ के ला दो चांद सितारे।। ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा देख रहीं हु राह तुम्हारे। अब आ भी जाओ पापा हमारे।। ओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 671 Share Dr Manju Saini 29 Apr 2022 · 1 min read जब साथ थे पापा शीर्षक:जब साथ थे पापा जब भी मैं घबरा जाती थी हिम्मत देते पापा, पास मैं उनके जब भी जाती प्यार से दुलारते थे पापा चाहे जितना दूर रहो आप फिर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 209 Share Dr Manju Saini 29 Apr 2022 · 2 min read पापा की याद में चंद बूंदे आंसू शीर्षक: पापा की याद में चंद बूंदे आंसू चंद बूंदे आंसू अनायास ही बस चलते हैं…. पापा आपकी याद यूँ तो रोज ही याद आती है रोज ही छलक जाती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 179 Share Dr Manju Saini 29 Apr 2022 · 1 min read अलविदा कैसे कहूँ पापा शीर्षक:अलविदा कैसे कहूँ पापा कैसे कह दूं आपको अलविदा मेरे जिस्म में प्राण तो आप ही हैं आपकी यादों के बादल मेरे भीतर घुमड़-घुमड़ बरसते हैं तो आप ही बताओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 97 Share Ashok Sharma 29 Apr 2022 · 1 min read पिता:(त्रिभंगी छंद) हे जगत विनायक, भाग्य विधायक, गृह पालक तू, सन्यासी। खुशियों के दाता, सुहाग माता,जग पालक हे, अधिशासी । हे दर्द विनाशक, शांति उपासक, रहते हरदम, श्रमवासी। तू गम ना पाले,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 4 6 502 Share नवीन जोशी 'नवल' 28 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता से ही है प्रकट पहचान मेरी इस धरा पर, शीश पर प्रत्यक्ष जब तक उस गगन का हाथ है ! है नहीं चिंता किसी भी मोड़ पर कैसे चलूँगा,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 657 Share Dr Manju Saini 28 Apr 2022 · 1 min read सिर्फ एक बार पापा शीर्षक: सिर्फ एक बार पापा आ जाओ सिर्फ एक बार पापा चलो चलते हैं अपने गाँव घूमने पापा कितना सुंदर नजारा था अपने गाँव का चाची ,ताई बैठाती थी पलको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 96 Share Dr Manju Saini 28 Apr 2022 · 1 min read पापा का संदेश शीर्षक:पापा का संदेश गाँव से निकल न जाने कब पीढ़ी शहर आ गए अपने तो संस्कार गांव के घर ही भूल कर आ गए आँगन में मिट्टी के चूल्हे पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 408 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read ये दूरियां मिटा दो ना ये नाराजगी ,ये दूरियां पापा मिटा दो ना। सबको माफ करके ये फासला मिटा दो ना। तुम्हारे बिना जीना भला क्या जीना है । हमें गलें लगाकर ये दूरियां मिटा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 396 Share Previous Page 7 Next