Comments (146)
1 Sep 2022 09:20 AM
Bahut Sundar Reetu ji
13 Jun 2022 01:26 PM
सुंदर
13 Jun 2022 12:22 AM
पिता को समर्पित भावपूर्ण अभिव्यक्ति।
10 Jun 2022 11:40 AM
खुबसूरत रचना
9 Jun 2022 06:35 PM
भावपूर्ण रचनाl
5 Jun 2022 02:41 PM
वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीय … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
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3 Jun 2022 12:06 AM
अतिसुंदर रचना क्या बात है..!
2 Dec 2022 10:08 AM
😆😆😆😆
1 Jun 2022 09:50 PM
बहुत सुंदर आदरणीया।
30 May 2022 01:29 PM
बहुत ही खुबसूरत रचना।
कृपा मेरा गुरूर है पिता रचना पढकर कृतार्थ करें।
17 May 2022 10:27 PM
बहुत खूब
17 May 2022 12:48 AM
बहुत ही शानदार कविता। मेरी कविता वो कोई और नहीं पिता है और पिता रूप एक, स्वरूप अनेक पर दृष्टि डालें और अनुग्रहित करें
15 May 2022 09:31 PM
अति सुंदर प्रस्तुति
15 May 2022 02:00 PM
हौसले से पूर्ण सुंदर रचना ,सहर्ष धन्यवाद
14 May 2022 02:02 PM
बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन
14 May 2022 07:42 AM
SUPAR
14 May 2022 06:48 AM
अति सुन्दर प्रस्तुति
Nice 👌