Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2022 · 1 min read

पिता जी का साया

*** पिता जी का साया ***
*********************

पिता जी की छत्रछाया है,
कभी भी साथ न पराया हैं।

लू गम की जरा न लग पाए,
बरगद सी शीतल छाया है,

बेशक कभी नहीं है दर्शाते,
तन मन में प्रेम समाया है।

संघर्ष में जीवन बीत गया,
सीने में दर्द छिपाया है।

मुख से दिखते हँसते हुए,
गमों का बोझ उठाया है।

जिम्मेदारी में सांसे लेते,
चैन की सांस न ले पाया है।

औरों को खुश करते करते,
खुद आपार कष्ट पाया है,

सभी को समझते समझाते,
उन्हें कोई न समझ पाया है।

चिंताओं से सदा घिरे रहते,
सुख का पल कहाँ आया है।

भार्या ने है साथ छोड़ दिया,
स्वयं को अ केला पाया है।

धन माया का है लोभ नहीं,
औलाद पर सब लुटाया है।

जन्मदिन हर साल है आए,
फ़ुर्सत में नहीं मनाया है।

चाहे कैसी भी हो परिस्थिति,
हर फर्ज सदैव निभाया है।

मनसीरत जन्म कीबधाई दे,
पिता का सिर पर साया है।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

5 Likes · 5 Comments · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिस समय से हमारा मन,
जिस समय से हमारा मन,
नेताम आर सी
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
एक जहाँ हम हैं
एक जहाँ हम हैं
Dr fauzia Naseem shad
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
SHELTER OF LIFE
SHELTER OF LIFE
Awadhesh Kumar Singh
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
Manju sagar
जिंदगी और जीवन में अंतर हैं
जिंदगी और जीवन में अंतर हैं
Neeraj Agarwal
2986.*पूर्णिका*
2986.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सितम तो ऐसा कि हम उसको छू नहीं सकते,
सितम तो ऐसा कि हम उसको छू नहीं सकते,
Vishal babu (vishu)
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इंसान
इंसान
Bodhisatva kastooriya
दिल की बातें
दिल की बातें
Ritu Asooja
Navratri
Navratri
Sidhartha Mishra
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
जीने का सलीका
जीने का सलीका
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"ऐसी कोई रात नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
थोड़ी मोहब्बत तो उसे भी रही होगी हमसे
थोड़ी मोहब्बत तो उसे भी रही होगी हमसे
शेखर सिंह
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
'अशांत' शेखर
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
Ravi Prakash
#सुबह_की_प्रार्थना
#सुबह_की_प्रार्थना
*Author प्रणय प्रभात*
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
Dr Archana Gupta
जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का,
जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का,
Umender kumar
क्षमा देव तुम धीर वरुण हो......
क्षमा देव तुम धीर वरुण हो......
Santosh Soni
Loading...