Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 223 authors · 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "आदर्श पिता" "आदर्श पिता" ========== पिता को पितृ कह लें या पापा , वे तो रहेंगे संतति के जन्मदाता । जो बच्चों में सर्वगुण है भर जाता, वो ही एक अच्छा पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 2 616 Share Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" मन की कोख में बड़ा करते हैं बच्चों को मरते दम तक पर प्रसव वेदना को छुपा लेते हैं पिता करके असीमित प्रेम परिवार से अल्प संसाधनों में गुजारा करते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 5 2 586 Share Dr. Rekha Saxena 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" काव्य प्रतियोगिता काव्य प्रतियोगिता शीर्षक: " पिता" पिता का वरदहस्त सुखकारक है कल्पवृक्ष सा फलदायक है । वंश परंपरा का है वाहक, सबकी उन्नति का सहायक है ।। नभ विस्तारक सा आच्छादन,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 3 278 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" "पिता" !!!!!!!!!! किस परिस्थिति में एक "पिता" संभालते हैं घर-परिवार अपना ! एक पिता ही इसे समझ सकते , दु:ख-दर्द सहते वे रोज़ कितना!! दिन-रात मेहनत वे करते रहते ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 471 Share kumar Deepak "Mani" 16 Jun 2022 · 1 min read इक पिता से मत पूछना पतझड़ में जो फूल खिला दे, उस फूल की कीमत क्या होगी, ये इक पिता से मत पूछना। लहरों के जो विरुद्ध चले, हिम्मत उसकी क्या होगी, ये इक पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 301 Share Mahesh Ojha 16 Jun 2022 · 1 min read हाँ, वह "पिता" है ........... अंधियारे में खुद को जलाकर पूत के पथ को करे उजियार, अग्निपथ के शोलों में जलकर रौशन करे जो घर संसार। हँसते हँसते बच्चों की ख़ातिर ज़हर जीवन में पीता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 4 10 729 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Jun 2022 · 1 min read पथ प्रदर्शक पिता पिता हमारा जीवन दाता । हमें इस संसार में लाता ।। पिता बिना जीवन असंभव । करते वह सब कुछ संभव ।। पिता विशाल बरगद की छांव । जिसकी छाया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 5 345 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की अनमोल सीख शीर्षक:पापा की हिंदुत्व सीख अमर रहे भारत देश,अमर मेरे जवान रहे बोल पापा के मुझे सदा ही याद रहे हिंदू संस्कृति उच्च हमारी यही ज्ञान वो देते रहे अध्यात्मिकता की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 337 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के मार्गदर्शक बोल शीर्षक:पापा के मार्गदर्शक बोल आस रख पापा कहते थे.. समझाते थे आस से सब हासिल होता हैं निराशा चिंतन को बाधित करती है खुशियां स्वतः ही रुक जाती हैं तू... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 263 Share Ashish Kumar 16 Jun 2022 · 1 min read कितना मुश्किल है पिता होना कितना मुश्किल है पिता होना बदलते सामाजिक परिवेश में बढ़ती जिम्मेदारियों तले बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए झुकती कमर की चिंता छोड़ जी तोड़ मेहनत पर डटा होना सुविधा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · Meregodfather · Merepapa · Myfather · Pita · कविता 5 5 765 Share Ashish Kumar 16 Jun 2022 · 1 min read मेरे पापा मेरे सांता क्लॉस मेरे पापा मेरे सांता क्लॉज क्रिसमस ईव है फिर से आई खुशियों की सौगात है लाई नन्हे बच्चे चहक रहे हैं सबके दिलों में है खुमारी छाई कोई चाहे प्यारी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · Christmaseve · Merepapa · Meresantaclause · कविता 2 6 234 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के दिए पंख शीर्षक:पापा के दिए पंख ऊँची उड़ान भर खोल ख्वाबों के पंख अपने ख्वाबो का आसमान तेरा बस खोल पंख अपने बोलते थे पापा स्वयं भर उड़ान कर पूरे सपने अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 2 217 Share meenu yadav 16 Jun 2022 · 1 min read बापू- तेरी लाडली बापू तेरी लाडली के लाड़ कोई न करता.... तू थकने पर कंधे पर खूब घुमाया करता, अब कोई एक गिलास पानी की भी न पूछता, आँखों मे आँसू झलकते, कोई... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 292 Share Santoshi devi 16 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता दिवस का पीटते, चारों बेटे ढोल। आए दिन तो कर रहे, समझ बोझ का तोल।। नींव बिना सजते कहाँ,छत छज्जे कंगूर। बिना पिता आशीष रहे, जीवन भर लंगूर।। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 3 347 Share Taj Mohammad 16 Jun 2022 · 1 min read ऐसा ही होता रिश्तों में पिता हमारा...!! कभी दोस्त जैसे बनकर गले लगाता,,, तो कभी जिंदगी से गमों को भगाता,,, नहीं है कोई दूसरा यहां उन के जैसा,,, कड़ी धुप में हरदम छाया बन जाता,,, ऐसा ही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 7 337 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read हर रिश्तों से बड़ा, पिता हर रिश्तों से बड़ा ,हर वादों से उपर जो बंधन हैं ,जो करवा हैं, इंसानों की उन सब में 'पिता' का नाता अनुपम हैं पिता शब्द,हर शब्दों से उत्तम हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 228 Share Seema gupta,Alwar 16 Jun 2022 · 1 min read पापा की याद आंखें छलक जाती है जब पापा आपकी याद आती है मधुर स्मृतियों से मेरे मन की पिटारी भर जाती है छोटी सी दुकान सेही पापा पापा आप हम सबकी खुशियां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 2 234 Share Sangeeta Darak maheshwari 16 Jun 2022 · 1 min read पिता ही तो है पिता ही तो है शिशु के एहसास,को जो जीता है वो पिता ही तो हैं । उसके सपनो में ,जो रंग भरता है। पल-पल उसके लिये सवँरता बिखरता है। वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · एहसास · जमीं · पिता · शिशु · सितारे 3 3 283 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:काश ! आप सुन पाते पापा शीर्षक:काश ! आप सुन पाते पापा काश कि आप तक पहुंच जाती मेरी कराहने की आवाज काश आप सुन पाते मेरे दर्द की पीड़ा का अहसास पर आप तो चले... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 181 Share पंकज कुमार कर्ण 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता का जीवन" "पिता का जीवन" ************** कर्तव्य-पथ से,अडिग होते वो यदा-कदा; संघर्षशील रहते, अपने जीवन में सर्वदा। संकट भी होती है अगर,उनके चारों ओर; फिर भी उनका मन नाचे, जैसे वन-मोर। बचपन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 8 11 540 Share पंकज कुमार कर्ण 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता की क्षमता" "पिता की क्षमता" ************** पिता हर-घर की शान-बान है, हर बच्चे की , वही पहचान है। हर पिता भी सदा, एक पुत्र है; वो परिवार का जीवन-सूत्र है। मां होती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 8 7 769 Share Suryakant Dwivedi 16 Jun 2022 · 1 min read दीये की बाती ..दीये की बाती सूरज सा तपता है चंदा सा जगता है बच्चों की खातिर हर पल मरता है ।। मौन अभिव्यक्ति आंखें पढ़ लेती है फिसले जो रेत तो मुट्ठी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 388 Share dks.lhp 15 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता ओ पिता तुम याद बहुत आते हो अब भी जब कलम पकड़ता हूं कुछ करने आगे बढ़ता हूं तब जैसे उंगली थाम मेरी तुम सहसा संग आ जाते हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 8 6 520 Share पंकज कुमार कर्ण 15 Jun 2022 · 1 min read 'बाबूजी' एक पिता 'बाबूजी' एक पिता ~~~~~~~~~~ ज्ञान न मिला,जितना 'गीता' व 'गुरु' से; 'बाबूजी' से ’'ज्ञान' पाया हमने,शुरू से। उंगली पकड़ , चलना सीखा जीवन में; सौहार्द से रहना सीखा , घर-आंगन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 11 10 756 Share Khushboo Khatoon 15 Jun 2022 · 1 min read यादें वो बचपन के एक समय था जब पापा, गुड़ियाँ लेकर आते थे कहीं से आने पर आंखें उनकी हमें ही ढूँढने लग जाते थे!!! अगर मैं रूठ जाऊं कभी उनसे, तो कितने प्यार... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · पापा · यादें 8 4 627 Share SURYA PRAKASH SHARMA 15 Jun 2022 · 1 min read पिता माता ममता का चरित्र है , पिता दया की मूरत ।। करें पुत्र-पुत्री का पालन , करें परिश्रम अविरत ।। माता भोजन देती छककर किन्तु पिता दें लाकर । अथक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · Father · Pita 4 3 381 Share drpranavds 15 Jun 2022 · 2 min read हैप्पी फादर्स डे (लघुकथा) हैप्पी फादर्स डे (लघुकथा) कनिका अपने सारे मैडल, पुरस्कार,प्रमाण-पत्र क्रमबद्ध से जमाने में व्यस्त थी। दादी ने पूछा-"इन्हें फिर क्यों जमा रही हो।" नटखट कनिका बोली-"पापा के आने पर उन्हें... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लघु कथा · लघुकथा 2 2 322 Share kumar Deepak "Mani" 15 Jun 2022 · 1 min read बस पिता ही कह दो सीने में सैलाब लिए आंखों में आसमान लिए, वो फिरता है किसी के गुलिस्तान के लिए। छुपा के लाख गम हमें हँसाता है, नस्तर लाख चुभे हो पांव में पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 411 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Jun 2022 · 1 min read पिता प्रतियोगिता का अंतिम दिवस भी आ रहा। पिता पर क्या लिखूं समझ नही आ रहा।। हाथों में मेरे जिन्होंने कलम पकड़ाया था। कागज पर क्या लिखना है सिखलाया था।। पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 220 Share Neetu gupta 15 Jun 2022 · 2 min read पिता कैसे मैं भूल जाऊं वह दिन मेरे उस बुरे वक्त में बस मेरे पापा साथ खड़े थे उनकी आंखों में नमी थी चेहरे पर मुस्कान थी क्योंकि वही तो मुझे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 288 Share पूनम झा 'प्रथमा' 15 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता घर के मजबूत स्तम्भ होते हैं पिता, बच्चों की ताकत हैं पिता, भविष्य की उम्मीद हैं पिता, संघर्ष की धूप में छत्रछाया हैं पिता, पथप्रदर्शक हैं पिता, कंटक भरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 5 437 Share vivek.31priyanka 15 Jun 2022 · 1 min read पिता घर की पहचान आंधी आए आए तूफान, पिता हैं वट वृक्ष की छांव। धीर-गंभीर खड़े चट्टान बन, देते सहारा शाखा फैलाकर।। अन्तर्मन में अति कोलाहल, रहते अब्धि-सा शांत हरदम। भाल मार्तण्ड-सा प्रबल, चित्त... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 6 3 513 Share minakshi thakur 15 Jun 2022 · 1 min read कवित्त छंद कवित्त छंद धूप सा कड़क बन छाँव की सड़क बन उर की धड़क बन,पिता हमें पालता। डाँट फटकार कर कभी पुचकार कर, सब कुछ वार कर,वही तो सँभालता। जीवन आधार... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 4 5 1k Share minakshi thakur 15 Jun 2022 · 1 min read नहीं पिता के हिस्से आया (नवगीत) *नहीं पिता के हिस्से आया* नहीं पिता के हिस्से आया कभी कोई इतवार राशन के थैले में लाता हर संभव मुस्काने, उसके अनुभव के साँचे में ढलती हैं संतानें, उसके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 223 Share Nitu Sah 15 Jun 2022 · 1 min read एक बात... पापा, करप्शन.. लेना ये विनती है या प्यार,पापा आप समझ लेना। किसी को कुछ दें नहीं सकते,तो दिल में ये ग़म मत लेना। पापा कभी करप्शन मत लेना। हमें ना चाहिए कोई ऐसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 6 548 Share Dr P K Shukla 15 Jun 2022 · 1 min read तात तुम पिता बन गये जब जन्म हुआ मेरा , मिल पंच तत्व जग के मेरे लिए पिता श्री , आप आकाश बन गये । जीवन की जलती धूप में , तुम छांव बन गये... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 51 36 1k Share Sudhir srivastava 15 Jun 2022 · 1 min read पिता: पहले और बाद पिता:पहले और बाद ****************** हम नादानियों के चलते पिता के रहते उनके जज्बात नहीं समझते, जब तक समझते हैं तब तक उन्हें खो चुके होते हैं। उनके रहते हम खुद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 4 4 234 Share Neetu gupta 15 Jun 2022 · 2 min read पिता कितने भोले कितने सीधे कितने सच्चे हैं मेरे पापा कभी किसी का दिल ना दुखा या कितने अच्छे हैं मेरे पापा गुस्सा तो बहुत दूर कभी तेज आवाज में कभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 2 252 Share Neetu gupta 15 Jun 2022 · 1 min read मेरे पापा मेरे सुपर हीरो क्या लिखूं मैं पापा के बारे में वह कलम भी ना लिख पा रही लिखने को कहने को है बहुत कुछ पर वह कलम भी शब्द ना ला पा रही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 311 Share Neetu gupta 15 Jun 2022 · 1 min read पिता का साया जिसके सर पर पिता का साया है वह खुद को हमेशा मजबूत पाता है पापा हैं तो जीवन की हर खुशियां है पापा से ही तो यह जग सारा है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 1 301 Share सूर्येन्दु मिश्र 14 Jun 2022 · 1 min read विषय-पिता विधा-कविता वह शख्श पिता होता है.. जीना जो हमें सिखाएं खुद जज्बात दफ़न कर जो सख़्ती से पेश आए खुद गम सारे पी कर हमेशा जो मुस्कुराए पहन के टूटी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · पिता 6 3 231 Share Kumar Akhilesh 14 Jun 2022 · 1 min read “श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो” तुम कृष्ण से मेरे सारथी, अर्जुन सा तेरा पार्थ मैं जो पथ प्रसस्थ तुमने किया, उस पर चलूं निस्वार्थ मैं जिज्ञासा वश उत्पन्न हुए गर, मस्तिष्क मेरे प्रश्न जो उत्तर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · गीत 6 4 294 Share Taj Mohammad 14 Jun 2022 · 1 min read पापा ने मां बनकर। पापा ने मां बनकर,,, मुझको पाला है...!! मैंने अपना सम्पूर्ण,,, अस्तित्व उन्ही से पाया है...!! मां मेरे बचपन में ही,,, काल का शिकार,,, हो गई थी...!! मेरे पापा की सम्पूर्ण,,,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 758 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा ख़ुशी की बात आप ने की परवरिश मेरी खून पसीने से सभी इच्छाए की पूर्ण मेरी नही होने दिया किसी भी कमी का अहसास... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 255 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: मेरे पापा हर वक्त जहन में शीर्षक: मेरे पापा हर वक्त जहन में हर वक्त आप मेरी यादो में बसे हैं यादो के निशान गहरे तक उकेरित है नही भूल पाती हूँ मैं किसी भी वक्त... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 189 Share Neetu gupta 14 Jun 2022 · 1 min read पिता जिसके सर पर पिता का साया है वह खुद को हमेशा मजबूत पाता है पापा हैं तो जीवन की हर खुशियां है पापा से ही तो यह जग सारा है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 220 Share Santoshi devi 14 Jun 2022 · 1 min read पिता Happy Father's day ------------------------------------------------ धूप छाँव सब सहते रहते ,देते जीवन सार है जीवन दर्शक रहते पिता,यहीं जीव आधार है। संकट की हर बेला में यह, बनते सदा रक्षा कवच।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 3 241 Share संदीप सागर (चिराग) 14 Jun 2022 · 1 min read अब आ भी जाओ पापाजी हुई कौन खता तुम रूठ गए यह बात बताओ पापा जी । तुम रूठ गए जग रूठ गया अब आ भी जाओ पापा जी ।। होने ना दी नम आंख... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 28 47 1k Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: कुछ कह पाती पापा शीर्षक: कुछ कह पाती पापा बहुत कुछ कहना था,आपसे मुझे अब यही पछतावा साथ साये की तरह तड़फाता हैं बार बार मुझे,झकझोरता हैं मुझे जो कह न सकी आपसे ,वही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 207 Share dishasep18 14 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता हमारे गुरु समान होते हैं। पिता हमारे लिए अनेक बलिदान करते हैं। पिता हर पल हमारी खुशियों का ख्याल रखते हैं। पिता हमेशा हम सभी को खुश रखते हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 249 Share Page 1 Next