Comments (3)
16 Jun 2022 12:06 PM
बेहतरीन कविता, संगीता जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
16 Jun 2022 11:03 AM
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
पितृ चरित्र के यथार्थ का सुंदर चित्रण !
धन्यवाद !