Comments (4)
16 Jun 2022 12:08 PM
बेहतरीन कविता,खुशबू जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
15 Jun 2022 11:41 PM
खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
15 Jun 2022 11:22 PM
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
अति सुन्दर