Posts “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 173 authors · 405 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2021 · 1 min read पावस की छटा...!! पावस की छटा ( मत्तगयंद सवैया = भगण X 7 +गुरु+गुरु ) ________________________________________________ छाय रही घनघोर घटा, अरु दादुर कोयल गीत सुनाये। श्यामल मेघ दिखे अति सुंदर देख किसान जिसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 7 1 832 Share Rekha Mohan 6 Jun 2021 · 1 min read वरसात वरसात घटाएंँ आज पुलकित हो सुनाती अब तराने हैं, बरसती बूंँद के सबको बचाने नित खजाने हैं। धरा ने भी सुगंधित पुष्प की चादर लपेटी ज्यों , भ्रमर मधुमास में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 485 Share पंकज कुमार कर्ण 6 Jun 2021 · 1 min read पावस की बूंदें ************** पावस की बूंदें ************** घटा जब छाये घनघोर, टर्र-टर्र और क्रेऊं क्रेऊँ, करते मेढक और मोर। ये रिमझिम- रिमझिम , ज्योहिं होती ऐसी वर्षा, भींगने को हर प्राणी का, सदा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 17 1k Share Kumar Kalhans 6 Jun 2021 · 1 min read भू से मिलकर नवजीवन की गाथाएं रचती हैं। भू से मिलकर नवजीवन की गाथाएं रचती हैं। बूँदे झरतीं मेघों से बन धाराएं बहती हैं। इन ऊंचे पर्वत का जैसे पति ये सावन ही हो। कभी तो लगता ऐसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 3 457 Share pravin sharma 6 Jun 2021 · 1 min read सावन के बादल प्यार के पागल जल्दी छत पर आ जा गोरी हम बारिश बारिश खेलेंगे तू अपनी छत पर रह लेना हम अपनी छत पर रह लेंगे खेल आज होगा ऐसा, जैसा पहले नही कभी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 275 Share Laxmi Narayan Gupta 5 Jun 2021 · 1 min read पावस बहुत रुलाती हो पावस बहुत रुलाती हो, तरसा तरसा कर आती हो…. पीली चमड़ी वाली गर्मी, होजाती जब बहुत अधर्मी झुलसाती धरती का आँचल बिन पानी रीते सब बादल । पावस हड़काओ सूरज... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 519 Share Dr.Priya Soni Khare 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात के दोहे उमड़ -घुमड़ कर बादल गरजे,हवा चले मतवाली, मेघों में पानी भर कर, बरखा आने वाली| लहर-लहर हिलकोरे लेती,पत्ता-पत्ता झूमें, बारिश की रिमझिम में,पंछी डाली-डाली घूमें| ताल तलैया पूर्ण हो गये,नदियाँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 5 6 449 Share स्वर्णलता विश्वफूल 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात में जवान लड़की मायूस हो जाती है ! अब तो पोखर पर मॉल बने हैं नालियाँ भी ठसमठस भरे हैं मेढकों ने टर्राने छोड़ दिए हैं उनके घर मानचित्र से गायब हैं ! बारिश का पानी सड़क पर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 41 600 Share goutam shaw 4 Jun 2021 · 1 min read आधुनिक बारिश का इंतजार आधुनिकता की दौर में हाय ! किसका इंतजार ? एयर कंडीशन के बाजार में, एयर कूलर भरी ठंडी पानी से, पंखा चले फुल स्पीड में, हैं, किसका इंतजार ? वर्षा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 321 Share Laxmi Narayan Gupta 4 Jun 2021 · 1 min read सावन में सावन की रिमझिम से गीली चुनरिया चिपकी है जैसेकि चिपकें सवरिया । बरसो भले ही, पर कड़को न बदरा अकेली हूँ घर में, मैं उनकी दुलरिया । सावन में तन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 1 359 Share Shekhar Kumar 4 Jun 2021 · 1 min read जब बारिश की बूंदें, धरातल को चूमती हैं बरसात के मौसम में, कण-कण भींगा जाती है बादलों की कडकडाहट, कोई गीत सुना जाती है चमक ऐसी क्षण के लिए उजेला भर देती है जब बारिश की बूंदें, धरातल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 362 Share Seema gupta,Alwar 3 Jun 2021 · 1 min read ४ -कविताओं की बरसात अबकी बार मंच पर हो रही कविताओं की बरसात, कवि गण जुटा अपने भावों और विचारों की सौगात अनुभूति की बूंदों को जोड़कर कर रहे जमकर बरसात कोई कह रहा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 4 599 Share आचार्य सदानन्द पाल 3 Jun 2021 · 1 min read अब बादल मौत लेकर आता है अब बादल मौत लेकर आता है, जब चाहिए भारतीय किसानों को- तब यूरो पाने यूरोप चले जाता है। मानसून पूर्व बारिश की बारिशी इतनी तंज कसता व रंज लाता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 348 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात (दोहे) बरसात (बरसाती दोहे) श्याम मेघ अब छा गए, पड़ने लगी फुहार। सौंधी खुशबू को लिए, बरसात में बयार।। *** इंद्रधनुष के रंग से, किरणें कर श्रृंगार। नृत्य करे बरसात में,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 303 Share Buddha Prakash 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात में गलतियांँ बरसात में गलतियांँ हो जाती हैं अक्सर । तैरने जाते पोखर में जमीन खिसक जाती है तल से, कुछ लोग बिछड़ जाते कुछ याद आते हैं इस मौसम में, बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 10 382 Share goutam shaw 3 Jun 2021 · 1 min read बारिश का पानी बिना रंग रूप कितना अकड़ती संसार की तीन भाग पे रहती यूंही ही नहीं तू राज करती प्यास बूझा कर प्राण लाती । नदियों को मधो मस्त करती पोखर में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 332 Share goutam shaw 3 Jun 2021 · 1 min read मोची की बरसात काली मेह छाया है ओ ,मेघा देखकर बरसना काल बैसाखी चली गई अब तेरी ही बारी है आश विश्वास टूट गया। काली मेह छाया है ओ ,मेघा देखकर बरसना मेरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 297 Share Dr.Priya Soni Khare 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात की याचना सुनो मेघ-- जब आना, तब ऐसे बरसना जैसे, अमृत बरसता हो, प्रकृति के तृण -तृण को ऊर्जा से भर देना, ऐसे बरसना जैसे, माँ के नयनों से प्रेम बरसता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 992 Share Dr Asad Nizami 2 Jun 2021 · 1 min read खुल भी जाते हैं असद ज़ख़्म ए जिगर बारिश में बारिश में..... खुश बहुत होते हैं खुशहाल बशर बारिश में मुफ़लिसों के लिये तालाब है घर बारिश में फिर तो बंगाल में बरसात मुसलसल होती यार ज़ुल्फ़ों का तआउन है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 7 577 Share Dr. Rekha Saxena 2 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात बरसाती रिमझिम बूंदों में जीवन को मधुरूप मिला है।। तारापथ से चलकर आयी श्यामघटा नभ में फहराये।। चपला चमके मन हरषाये मेघदूत सन्देशा लाये ।। वर्षा की हर प्रखर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 12 741 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2021 · 1 min read करुणा की बरसात...(दोहे) करुणा की बरसात... सावन आया देखकर, हर्षित दादुर मोर। बदली में चंदा छुपा, ढूँढे कहाँ चकोर।।१।। अबके सावन करो प्रभु, करुणा की बरसात। शाख ना टूटे कोई, घर-घर हुलसें पात।।२।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 620 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 2 Jun 2021 · 1 min read "बरसात का पानी बचाएं" जंगल हमने विनाश करें, बरसात की बूंदें कहाँ से लायें, प्रकृति का चक्र बाध्य हुआ अब इंद्र देव से कृपा करायें, गाँव में घोर उदासी, फसले प्यासी,सूखी जायें पशु,पक्षी मर-मर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 411 Share pravin sharma 2 Jun 2021 · 1 min read इततु सी बारिश कर दो माना गलती हुई, कुछ पेड़ ना लगाए हंसी के मुस्कुरा दो थोड़ा सा ही, पर मुझे माफ़ कर दो गर्मी कितनी है तेरे प्यार के बिन, जां सूख गई अजी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 343 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 2 Jun 2021 · 1 min read बारिश की बूंदें बारिश की बूँदों में अपनी पहली मुलाक़ात याद आई, दिल से दिल मिले जिसमें फिर वो बरसात याद आई। वो कुछ पल की मुलाक़ात हमारे दिलों को धड़का गई, बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 532 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 2 Jun 2021 · 1 min read छम छम गिरती बरसात खिड़की के बाहर छम छम गिरती बरसात, दिल में उमड़ उमड़ आते तुम्हारे ख्यालात, अब वो खुदा ही जाने क्या होगा। मेरे दिल की बढ़ती जा रही हैं बेचैनियां, काबू... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 5 487 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 2 Jun 2021 · 1 min read सावन जैसी झड़ी रूक रुक कर होती ये बरसात ठीक नहीं, मेरे लिए आपके ये ख्यालात ठीक नहीं। मत लगाओ प्रभु ये सावन जैसी झड़ी, जानते हो आप तो मेरे हालात ठीक नहीं।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 3 598 Share goutam shaw 2 Jun 2021 · 1 min read आ रे बादल काले बादल आ रे बादल काले बादल वर्षा ऋतु मस्त आया किसानों के मुस्कुराहट लाए मिट्टी की सोंधी खुशबू जगा आ रे बादल काले बादल। छम- छम करके बरस प्यास धरती की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 1k Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 2 Jun 2021 · 1 min read बरसात बनके रंग हरा दे गया कोई ग़ज़ल - "बरसात बनके" चुपके से मेरे दिल को सदा दे गया कोई। नज़रों से ही पयामे वफ़ा दे गया कोई।। मुरझा गया था दिल का चमन सख्त धूप में।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 318 Share rekha rani 2 Jun 2021 · 1 min read जानते हैं कि बरसात क्या होती है जानते हैं कि बरसात क्या होती है जब किसी किसान के खेत से फसल काट कर घर ले जाई जाती है। उसकी बीबी प्यार से उसको सुंगा रही होती है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 396 Share rekha rani 2 Jun 2021 · 1 min read देखो तो बरसात है आई देखो तो बरसात है आई मेंढक राजा लेकर छाता घूम रहे तालाब में। मोर भी खुश हो नाच रहे हैं देखो कितने बाग में। बच्चे छप छप नहा रहे हैं।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 700 Share rekha rani 2 Jun 2021 · 1 min read "ममता की बरसात" एक चाह मेरी है मां गोदी में लिटा कर मुझको वो प्यार का सावन दे दो। कुछ और चाह न मेरी, बस गोद मिले मां तेरी। जन्नत है मुझे क्या... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 1 468 Share rekha rani 2 Jun 2021 · 1 min read बरसात आंसुओं की छलक छलक जाए धरती मां तेरी पीड़ा नैनो में ना समाए। बरसात आंसुओं की छलक छलक जाए। नादान हाय मानव करता है तेरा दोहन। कैसे यों नौंच डाले इसने मां तेरे ये आभूषण।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 1 1 332 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक 1 Jun 2021 · 1 min read 🌲प्रकृति 🌹दोहा 🤼 वर्षा ऋतु सद्प्रीति का,सुंदर भाव-विधान। क्षण-क्षण मिलन समान है,कर लो अनुसंधान। । 🤼 प्रकृति-प्रेम सुख-धाम है,त्याग दीजिए शोक। ज्ञान ग्रहण कर के बनो,आप प्रीति-आलोक। । 🌹गीत प्यार देकर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 19 1k Share goutam shaw 1 Jun 2021 · 1 min read मजदूर की बरसात ओ , मेघा तू ठहर के बरस मजा तुझको भी लेनी है मजा मुझको भी लेनी है कहीं धूप , कहीं छांव कहीं तुझे बरसना बस देख के बरस सयाम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 662 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Jun 2021 · 1 min read पावस ऋतु पावस ऋतु घनघोर काली घटा, सांवली लगे हैं छटा- उमड़ - घुमड़ कर, नीर बरसा गया। सजल सघन घन, भूमिपुत्र का है धन- बूंद बन कनक का , मन हरषा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 5 2 562 Share चन्दन कुमार 'मानवधर्मी' 1 Jun 2021 · 1 min read भीग रहा है मनोजलज ! इन्द्र धनुष से रंग झरे , रे बादल के बारात में ! भीग रहा है मनोजलज ! हरख हरख बरसात में ! हरित मनोहर मोहक तंतु , जाल हिलाता सावन,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 14 676 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jun 2021 · 1 min read आई पावस ऋतु मनभावन... आई पावस ऋतु मनभावन घनन-घनन-घन बरसे सावन हुलस रहा सृष्टि का कन-कन अद्भुत ये कुदरत का आँगन सूखतीं नदियाँ, ताल, सरोवर सूखी हरियाली, सूखे उपवन इतना बरसो आज तुम बदरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 389 Share Rita Singh 1 Jun 2021 · 1 min read बदरिया ओ बदरिया अब तो बरसो मेरे देश बदरिया ओ बदरिया अब तो , बरसो मेरे देश । बूँद-बूँद को तरसी धरती,तरसे हैं परिवेश ।। तपती सड़कें तपते घर हैं तपते भवन अनूप सूखी नदियाँ सूखे पोखर सूख... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 5 610 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read भीना भीना मौसम भीना भीना मौसम , और ये बदले बादल । अंग -अंग भींग जाये , हो जाऊँ मैं पागल ।। प्रथम प्रेम का स्पन्दन , मन की कलियाँ खिली । रोम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 75 7 610 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरस रोज बारिश बरस रोज बारिश जमीं पर पड़ेगी सभी राह जल से सदा को पटेगी गरज मेघ जब हर किसी को डराते ठहर धड़कने आपकी तो थमेगी झमाझम झमाझम मधुर सुर जलद... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 78 5 592 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read ऐसी बारिश दें प्रभु मन की नगरी मे छाया कुहासा लगता उठा कोई धुआँ सा प्रीत की रीति ही अनोखी तन मन झुलसा जाए चेहरे में जब चेहरा समाए जिया मेरा हुलसा हुलसा जाए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 79 2 482 Share Neha 1 Jun 2021 · 1 min read बरखा नील गगन में बादल गरजे उमड़ घुमड़ कर शोर मचाते जाने किस छोर से आ जाते कभी आंख मिचौली खेलते भर अपने संग पानी लाते रिमझिम रिमझिम खूब बरसते प्यारी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 13 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरसात के बादल ऐ बादल दूर गगन के जरा धरती पर आ बरस जर्रा -जर्रा सूखा धरती का कुछ तो दिखा तरस रोम -रोम जलता है दावानल सा दहकता है कोई तो बादल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 81 9 753 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read वर्षा वाबरी पागल-वर्षा बाँवरी मन ही मन बौराई तपती धरती जैसे जैसे बरखा बरसे तैसे तैसे धरती भीगी कन कन भीगा मन छन छन तृण तृण में शीतलता लाई पागल-वर्षा बाँवरी मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 87 8 899 Share Simmy Hasan 31 May 2021 · 1 min read गाँव की बारिश बारिशों में जब शहर की सड़कों पर जम जाता है पानी, कीचड़ और फिर बेचैन करने वाली उमस तब याद आता है गाँव बारिशों से महक उठते हैं घर, आँगन,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 618 Share Manu Vashistha 31 May 2021 · 1 min read बरसात की आस ✍️ आषाढ़ मास कर गया उदास! सावन मास बरसात की आस! बरसों बीते अब तो बरसाओ! ना तरसाओ माना, हैं दोषी हम! पर्यावरण से करी जो छेड़छाड़! भुगत रहा निर्दोष... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 542 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read सावन बरसे... अँखियाँ बरसें सावन बरसे फिर भी मनवा प्यासा तरसे गुजर न होती इक पल जिस बिन उसको देखे बीते अरसे याद सताए रहा न जाए बिंध गया मन मनसिज शर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 381 Share Rajesh Kumar Kaurav 31 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात की कहूँ कहानी सुंदर सुखद सुहानी है , धरती माॅ की गोद भराई बरसात से ही होती है । बरसात आने का अनुमान आसमान कह देता है, बादल गरजें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 2 335 Share Shriyansh Gupta 31 May 2021 · 1 min read बारिश की बौछार बारिश की बूंदे जब धरती से मिल जाती हैं तवे सी गर्म धरती पर तब सुकून की बौछार हो जाती हैं। सूखे पत्तों में भी हरियाली सी छा जाती है।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बारिश 8 4 1k Share Pallavi Rani 31 May 2021 · 1 min read बरसात ओ मेरी प्यारी ननद बरखा रानी, अब तो चली जाओ वापस अपने देश ....? मेरी छुई-मुई,?ये कहावत तो तुमने भी सुनी ही होगी कि, कमाऊ पूत और सासरे जाती बेटी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 5 447 Share Previous Page 3 Next