Posts “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 173 authors · 405 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 30 May 2021 · 1 min read " पावस-पावनि " वर दे, "पावस-पावनि", वर दे..! रिमझिम सावन, मस्त फुहारों से बरबस, मन को भी, तन सँग पुलकित कर दे। इन्द्र धनुष से स्वप्न, समाहित हो जाएँ, दु:ख, कष्ट, पल मेँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 122 275 3k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read वर्षा वाबरी पागल-वर्षा बाँवरी मन ही मन बौराई तपती धरती जैसे जैसे बरखा बरसे तैसे तैसे धरती भीगी कन कन भीगा मन छन छन तृण तृण में शीतलता लाई पागल-वर्षा बाँवरी मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 87 8 809 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरसात के बादल ऐ बादल दूर गगन के जरा धरती पर आ बरस जर्रा -जर्रा सूखा धरती का कुछ तो दिखा तरस रोम -रोम जलता है दावानल सा दहकता है कोई तो बादल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 81 9 719 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read ऐसी बारिश दें प्रभु मन की नगरी मे छाया कुहासा लगता उठा कोई धुआँ सा प्रीत की रीति ही अनोखी तन मन झुलसा जाए चेहरे में जब चेहरा समाए जिया मेरा हुलसा हुलसा जाए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 79 2 453 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरस रोज बारिश बरस रोज बारिश जमीं पर पड़ेगी सभी राह जल से सदा को पटेगी गरज मेघ जब हर किसी को डराते ठहर धड़कने आपकी तो थमेगी झमाझम झमाझम मधुर सुर जलद... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 78 5 556 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read भीना भीना मौसम भीना भीना मौसम , और ये बदले बादल । अंग -अंग भींग जाये , हो जाऊँ मैं पागल ।। प्रथम प्रेम का स्पन्दन , मन की कलियाँ खिली । रोम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 75 7 563 Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read बरसात के दिन भूले नहीं हम बरसात के दिन भूले नहीं हम ********************** बरसात के दिन भूले नहीं हम, बचपन को याद करते अब हम। लौटा दे कोई बचपन अब हमारा, उसका एहसान सदा मानेंगे हम।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 73 60 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2021 · 1 min read साजन सजनी की बरसात कर रही है कुछ इशारे,ये बे मौसम बरसात, सजनी साजन से मिले,कह रही ये बरसात। अबकी बार हो रही ,हरेक घर में बरसात, न जाने कब होगी, मेरे घर में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 70 41 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2021 · 1 min read जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात ************************* जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात, दिल में होने लगी है प्यार की बरसात। नन्हीं नन्हीं बूंदे पड़ने लगी है अब,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 65 56 1k Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2021 · 1 min read न भूलेंगे हम वो बरसात की रात न भूलेंगे हम वो बरसात की रात ************************ न भूलेंगे हम वो बरसात की रात, जिनसे हुई मेरी पहली मुलाकात। घनघोर घटाएं घिर रही थी गगन मे, दामिनी भी दमक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 63 58 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 May 2021 · 1 min read एक गजल बरसात पर एक गजल बरसात पर ***************** कल रात उनसे ख्वाब में बात हो गई, जिस बात का डर था वहीं बात हो गई। घटाएं घिरी और बिजली चमकने लगी, अंधेरा छाया... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 57 49 1k Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 18 May 2021 · 1 min read बरसात - अनुपम सौगात धरा-गगन के मिलन का , अनुपम अवसर है बरसात । नयन-नीर से कर देता है, पुलकित वसुधा का गात । प्रस्फुटित हो उठती हर तरफ , दोनो की चिर प्रणय... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 52 48 2k Share Seema gupta,Alwar 16 May 2021 · 1 min read -पहली बरसात चमक रही बिजली नभ में, गरज रहे बादल गगन में, आई मौसम की पहली बरसात, भीगे मन खुशियों के साथ, देख बूंदों को धरा पर , उमड़ जाती बचपन की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 49 71 2k Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 18 May 2021 · 1 min read बरसात का स्वागत कैसे करूँ स्वागत तुम्हारा? बताओ इस बार ,तुम बरसात । कोरोना के कहर से, व्यथित मनुष्य का गात । कितनो के अपने चले गए, कितने धन बल से छले गए?... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 46 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2021 · 1 min read मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है घनघोर घटा छाई है मौसम सुहाना हो गया ये दिल दीवाना हो गया बारिश की झमाझम बूंदों से प्रेम का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 150 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 May 2021 · 2 min read षोडश दोहा वृष्टि शीतलता चारों तरफ़, आई बरखा झूम मन उपवन में कोकिला, कूक मचाये धूम // 1. // प्रेम मयूरा नाचता, आग लगी घनघोर बारिश में तन भीगता, हिया मचाये शोर //... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 42 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 May 2021 · 1 min read भीगी बरसात धूप को छुपाकर जब आकाश में छा जाते खूब अंधेरा करते है बरसात में ये बादल।। कभी बरसते है कभी बिना बरसे ही चले जाते है लेकिन हमेशा नई उम्मीदें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 10 2k Share Ruchi Sharma 14 Jun 2021 · 1 min read बारिश ।।बारिश।। वो रिम-झिम, बरसती बारिश, जैसे कुछ तान सुनाती हो बारिश, वो बचपन की मस्ती, वो कागज की कश्ती, फिर से याद दिलाती है, बारिश। वो बेफिक्र होकर, बारिश में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 24 536 Share Vikram soni 24 May 2021 · 1 min read बरसात मै राहत दु तेरी साँसो को की मै शीतल हालात हुँ मै बुदु तेरी बैचेनी को कहो क्या मै बात हुँ तू समझ तो थोड़ा मुझे मै कैसी जज़्बात हुँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 14 604 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 16 May 2021 · 1 min read प्रथम मेह बंजर वसुधा हुई प्रसूता, घन ने गर्भाधान किया। सुप्त धरा में नव अंकुर ने, प्रथम मेह पय-पान किया। अर्धखुले नयनों से अंकुर, झाँकें मिट्टी के दामन से। महकी सौंधी गंध... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 17 20 993 Share भवेश 17 May 2021 · 1 min read बचपन की बरसात बचपन की बरसात याद है हमको वो राते, जब आती थी बचपन की बरसाते, बचपन मे हम बच्चे उछलते मटकते, उस गीले मेंढक से कहते , रे मेंढक, तुम क्यू... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 19 1k Share सुनीता महेन्द्रू 8 Jun 2021 · 1 min read सावन की पहली बूँद कुंज-वीथियों, उपवनों मे चारों ओर था सन्नाटा, उदासीन थे समस्त तरुणगण से लेकर खेत-खाहिलन तक, राह देख रहे थे सावन की पहली बूँद की, प्यासी थी धरती माँ, बिलख रहे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 26 1k Share Rajesh vyas 16 May 2021 · 1 min read बरसती बरसात में ______ गीत पैरोडी गीत __ तर्ज--ओ फिरकी वाली तू कल फिर आना--- *****पाठक बंधु इसी तर्ज से यह गीत पढ़ें ।**** चली चली ओ चली पुरवाई, घटाएं भी है छाई। बरसती बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 15 34 1k Share मनोज कर्ण 26 May 2021 · 1 min read *अनमना और छ्द्म जीवन * *अनमना और छ्द्म जीवन * ---------------------------- बाँध पर अवस्थित ये जीवन, सपनों के प्रसून खिलानें। विरह-मिलन के गीत गानें, फूस की इन झोंपड़ियों में, बारिशों से व्यथित है जीवन। अनमना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 16 1k Share पंकज कुमार कर्ण 6 Jun 2021 · 1 min read पावस की बूंदें ************** पावस की बूंदें ************** घटा जब छाये घनघोर, टर्र-टर्र और क्रेऊं क्रेऊँ, करते मेढक और मोर। ये रिमझिम- रिमझिम , ज्योहिं होती ऐसी वर्षा, भींगने को हर प्राणी का, सदा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 17 1k Share Shyam Sundar Subramanian 16 May 2021 · 1 min read वे मधुर पल बरसात के दिन जब आते हैं , बचपन की मीठी यादें साथ लाते हैं , वह दोस्तों के साथ बरसात में भींगते खेलना , गड्ढों के पानी को शरारत से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 26 550 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read आंसुओं की बरसात तेरी आंसुओं की बरसात हे धरती ! , रह रह कर मेरे दिल में आग लगाए । क्या कहूं ? कैसे कहूं अब तू ही बता , तेरा दुख मुझसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 23 981 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 May 2021 · 1 min read मेघावलियाँ मेघावलियाँ आसमान की बनी अंजुली, मेघों की शुचि धारा अविरल। शीतलता के मृदुल करों से, धुलने लगा धरा मुख-मण्डल। जल अतिशय से तुंग भवन के, बने पनाले सुंदर झरने। गली-... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 14 14 676 Share मनोज कर्ण 27 May 2021 · 1 min read बरसात " बरसात" - - - - - - - - - महामारी की गोद में पनपी, सदी की ये कैसी रिमझिम बरसात, आसुओं की मोटी बूंद से, छेद हो गई... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 22 2k Share रीतू सिंह 28 May 2021 · 1 min read "बरसात की थी एक कहानी" रिमझिम रिमझिम बरसा पानी, बरसात की थी एक कहानी। हवा भी थी जोरों से, बादल भी गरजे शोरो से। वन उपवन भी भीगा था, प्रेम रस की बूंदों से। विरह... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 17 709 Share Buddha Prakash 23 May 2021 · 1 min read बरसात की छतरी रंग-बिरंगी छतरी आई, छोटी-बड़ी लगे सुंदर-सी । रिमझिम-रिमझिम बरसात में, बूंँदों से बचूँ आज मैं । टिप-टिप पानी टपक रहा है, घन केश के छांँव में । भीग-भीग कर नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · बाल कविता 12 10 1k Share Dr.Priya Soni Khare 31 May 2021 · 1 min read प्रेम की बरसात एक बूँद आशा और हिम्मत की तीन, उत्साह की पाँच बूँद, और विश्वास की सात, पवित्रता की नौ बूँद, और शेष सब हो प्यार, बूँद_ बूँद मिल कर हो, ख़ुशी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 13 479 Share Dr.Priya Soni Khare 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात की याचना सुनो मेघ-- जब आना, तब ऐसे बरसना जैसे, अमृत बरसता हो, प्रकृति के तृण -तृण को ऊर्जा से भर देना, ऐसे बरसना जैसे, माँ के नयनों से प्रेम बरसता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 932 Share डा. सूर्यनारायण पाण्डेय 16 May 2021 · 1 min read बरसात की कहानी रुक-रुक कर चलती है, बरसात की कहानी, थम-थम कर चलती है, बरसात की कहानी। बरसात से ही नदियाँ, बरसात से ही झरना, बरसात के ही बल पर, भारत की है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 14 885 Share Seema gupta,Alwar 17 May 2021 · 1 min read -२.- इंद्र देव कृपा करों !! इस साल की बरसात,,,, झर-झर कर क्यों शोर मचा रही है? अपनी खूबसूरती से किस को लुभा रही हैं?? कौन सुनेगा?? सुना पड़ा सारा गलियारा, दूर दूर तक भय से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 18 540 Share Neha 18 May 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु नभ में बिछा काले मेघों का जाल सेना दल खड़े जैसे युद्ध में तैनात दामिनी दमकी कोई वज्र प्रहार हो मेघ चीर बाणों सी निकली वर्षा की धार अन्धकार से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 19 1k Share Vikram soni 25 May 2021 · 1 min read बरसात- भाग-2 यही कलकल, यही मधम यही भीष्णा है बरस पड़ा फिर किसी की ख्वाहिश में देखो यही तो कुदरत का करिश्मा है। सबसे यह स्वर लड़ाये, ध्वणी में इसके वीणा है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 13 348 Share Kumar Kalhans 26 May 2021 · 1 min read देखो बरखा की रुत आयी। देखो बरखा की रुत आयी। रिमझिम रिमझिम बरस रही हैं, धरती पर अमृत की बूंदे। कन कण इस कृतज्ञ धरा का पान करे इसका और झूमें। इसका कोई जोड़ नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 7 540 Share Vikram soni 26 May 2021 · 1 min read बरसात- भाग-3 आज तेरी पहलु में ही तुझे लिखने बैठा हूँ जो समझे हर कोई,तेरी मौजुदिगी को कुछ ऐसे तुझे जितने बैठा हूँ सबसे पहले तेरे आने पर तरुवर आहत सुनाता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 8 448 Share Rabindra Nath Singh Munda 9 Jun 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु जब गर्मी से सब रहते परेशान, और उनकी सब कोशिशें हो जाती फेल। तब वर्षा कि ठंडी बुंदें आती, शुरू हो जाती राहत का कुदरती खेल । यहाँ मानसून की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 20 986 Share Buddha Prakash 16 May 2021 · 1 min read बरसात आई झूम के... बरसात आई झूम के...। पवन करे शोर, कोयल की मधुर गुंजन, मयूरा नाचे भोर, चिड़िया की चीं-चीं सुनकर, मन बहलाए घन-घोर । बरसात आई झूम के...।।१। गरज रहे हैं तीव्र... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 12 746 Share जय लगन कुमार हैप्पी 16 May 2021 · 1 min read मौसम बरसात की मौसम बदल रहा है, जीवन बदल रहा है। काश तू भी बदल जाती, मेरी जीवन बदल जाती।। मौसम बरसात की है, मैंने दोस्ती तेरे साथ की है। काश इस बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 14 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 May 2021 · 2 min read बरसाती कुण्डलिया नवमी (1.) मौसम यह बरसात का, पृथ्वी पर उपकार हरियाली पर्यावरण, ऋतुओं का उपहार ऋतुओं का उपहार, मास ये सावन-भादो होते पूरे साल, माह श्रेष्ठतम यही दो महावीर कविराय, ख़ुशी बारिश... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 10 24 826 Share भवेश 18 May 2021 · 1 min read गाँव की बरसात गाँवों की बरसात जब गाँवों मे होती बरसातें, संग मे अपने खुशियाँ लाते, बारिश मे हम बाहर जाते, मोंर वहाँ के नाचते जाते, बच्चों को नए खेल खिलाते, टर्र-टर्र कर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 11 428 Share Sumita Mundhra 19 May 2021 · 1 min read यादगार बरसात यादगार बरसात याद आ रही है मुझे वो बरसात , जब उनसे हुई पहली मुलाकात । प्रेम में लिपटी थी हर इक बात , उमड़ने-घुमड़ने लगे थे जज्बात । बड़े... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 13 455 Share Pragya Goel 19 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात <<<<< बरस जाए जो बादल से, उसे बरसात क्या समझू जो आंसू ना समझा मेरे , उसके हालात क्या समझू बिजली जब कोंधती है गगन में, पीड़ा दिल में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 26 2k Share Kumar Kalhans 26 May 2021 · 1 min read ऐसे बरसो तरस गए नयनो से पानी बरसे। ऐसा बरसो तरस गए नयनों से पानी बरसे। धूप नहाई धरती का तन लावा जैसे तपता, रुछ पवन रेतीली आंधी बन नयनों में चुभता, धूसर सी लगती है भू की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 7 267 Share रीतू सिंह 26 May 2021 · 1 min read "मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है।" तेरे बिन अधूरे हम और विरान सी रात हुआ करती है, मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है। हवा का झोंका तन को छू तेरी याद दिलाया करती है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 25 437 Share Kumar Kalhans 6 Jun 2021 · 1 min read भू से मिलकर नवजीवन की गाथाएं रचती हैं। भू से मिलकर नवजीवन की गाथाएं रचती हैं। बूँदे झरतीं मेघों से बन धाराएं बहती हैं। इन ऊंचे पर्वत का जैसे पति ये सावन ही हो। कभी तो लगता ऐसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 3 420 Share Neha 12 Jun 2021 · 1 min read अमृत धारा नील गगन से आने वाली वर्षा संग लाना तुम अमृत धारा धुल जाये सब पीड़ा जग की सुन लो बात यह अन्तर्मन की आज जग में छाया सघन अन्धकार त्राहि... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 18 771 Share Page 1 Next