Posts "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 156 authors · 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next विक्रम कुमार 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम दुनिया में सबसे हसीं चीज है प्रेम अंतस में सबके बसी चीज है ना ही बंगला न कोठे न कोई भी शय प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी चीज है... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 47 922 Share कान्हा सोनी "रसिया " 2 Feb 2021 · 1 min read समर्पित प्रेम मैं कहता हूं कसम से तुमसे ही मैं प्यार करता हूं , दीवाना हूं तुम्हारा खुद को तुम पर वार करता हूं , मैं कहता हूं जमाने से तुम्ही तो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 59 573 Share Seema gupta,Alwar 2 Feb 2021 · 1 min read ' काव्य प्रतियोगिता- कुछ खत मोहब्बत के नाम'। _ मेरी मोहब्बत -मेरी मोहब्बत मत करो मोहब्बत को यूं तुम बदनाम, मोहब्बत करना नही होता इतना आसान, मै लिखती हूं आज एक खत मोहब्बत के नाम, कि थे और है हमअपनी मोहब्बत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 35 65 1k Share धीरेन्द्र वर्मा "धीर" 2 Feb 2021 · 1 min read " दिल की आवाज़ " मैं विरह गीत गाता रहा उम्र भर, आंसुओं को छिपाता रहा उम्र भर।। तुम पे इल्जाम आये कभी ना सनम, दर्द सहकर भी यूँ मुस्कुराता रहा।। मैंने दु:ख को चुना... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 94 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2021 · 1 min read #कुछ ख़त मोहब्बत के #कुछ ख़त मोहब्बत के यौवन की याद दिलाते हैं , नैनों के चमन खिलाते हैं। कुछ ख़त मोहब्बत के यारो , दिल से संभाले जाते हैं।। कभी ख़ून से कभी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 49 642 Share Ruchika Rai 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम रिश्ते का आधार प्रेम अपरिमित असीमित अपरिभाषित अनंत जिसका विस्तार है। शब्दों से न तौल सके जिसको अनंत संभावनाओं का आधार है। नही बाँध सकते इसे किसी रिश्ते में हर रिश्ते में जुड़ा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 52 939 Share कुमार संदीप 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का शब्द नहीं प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम में है समाहित भावना रुपी समुद्र ज्ञान रुपी नभ।। प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम पूजा है प्रेम... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 42 563 Share Satyaparkash Shastri 2 Feb 2021 · 1 min read "बस एक पल"----$ हमारे नाम भी कोई पल कर दो, भीड़ में दुनियाँ की अकेले हैं हम। बाहों में आपकी निकले ये दम, आज नहीं तो कल कर दो। हमारे नाम भी कोई... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 38 602 Share Madhu Mundhra Mull 2 Feb 2021 · 1 min read ।। एहसास प्यार का।। अनकही बातों का स्वाद कुछ अनोखा होता है, आंखों ही आंखों में कुछ बातें होती है और दिल बेगाना सा होता है, हवाओं में भीनी भीनी महक सी आती है,... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 40 728 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 2 Feb 2021 · 1 min read पहला ख़त प्यार का पहला ख़त लिक्खा है ख़त में ये इज़हार किया। मुझको तुमसे प्यार हुआ है ख़त में ये इक़रार किया।। ख़त पढ़ कर नाराज़ न होना तुमसे यही गुज़ारिश... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 43 411 Share Indu Nandal 2 Feb 2021 · 2 min read तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त ख़ुशबू में लिपटा ख़त जो तुम्हारा आया, वक़्त को वहीं रुका हुआ पाया। खोलते ही ख़त तुम्हारा दुनिया बदल गई, वीराने में मुहब्बत की महफ़िल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 61 156 2k Share Sapna Arora 2 Feb 2021 · 1 min read “प्यार भरा ख़त” “प्यार भरा ख़त” ख़त को पकड़ा जो कलम के साथ प्यार का नज़राना लिखने को मचला। अहसास किया एक दिन कुछ नया होगा पुराना छोर नया दोर...नई भोर। प्रफुल्लित होगा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 35 116 1k Share ओंकार मिश्र 2 Feb 2021 · 1 min read -:।। मोहब्बत ।।:- मोहब्बत दिल की आह से ही होती है। मोहब्बत विचारों की अभिव्यकति से ही होती है। कभी अपने और पराए से मोहब्बत होती है। आंखो से मोहब्बत दिल में तड़प... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 43 598 Share Rakmish Sultanpuri 2 Feb 2021 · 1 min read आँसुओं ने ख़त लिखा $$ ग़ज़ल $$ देख दिल पर ज़ख्म गहरा हसरतों ने ख़त लिखा । आज फिर मुझको मेरी तन्हाइयों ने ख़त लिखा । उम्र गुज़री तड़पती यूँ करवटों में रात भर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 48 535 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Feb 2021 · 1 min read पिय को पाती मत्तगयंद सवैया विधान = भगण X 7 +गुरु+गुरु पिय को पाती छोड़ि गये किस कारण से अब ढूंढ रही अँखिया दिन राती। भूल गये परदेश बसे यह सोच सदा धड़के... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 85 1k Share लक्ष्मी सिंह 2 Feb 2021 · 1 min read विरह गीत _वीर_छंद आधारित विरह गीत लिखा हुआ है क्यों किस्मत में,इतना लंबा विरह-वियोग। लगा गये हो जाते-जाते, बड़ा-भयानक दिल का रोग। सुबक रही हूँ अबोध शिशु-सी, मन को समझाएगा कौन। नित... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · विरह · विरह गीत · वीर छंद 12 48 570 Share Ankit Agarwal 2 Feb 2021 · 1 min read # सच्चा प्रेम एक छोटा सा शब्द होता है, प्रेम, प्रेम जताया नहीं जाता, बस हो जाता है, जाने वोह, हमें किस मोड़ पर ले जाता है, उम्र और जात पूछकर, नहीं किया... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 82 933 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 2 Feb 2021 · 1 min read अनाम मोहब्बत drarunkumarshastri ... एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त कुछ् खत मोहब्बत के अब भी मेरे पास तरतीब से सहेजे हुये ..... तेरी पहचान लिये तेरे मेरे सानिध्य के जिंदा उन्मान... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 43 383 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मुहब्बत के वो खत मुहब्बत के या हृदय का राग कहूँ सुध -बुध खो बैठी उसे प्रेम की आग कहूँ प्रथम नैन मिलन में तुम मेरे बन काम गये अब मन मंदिर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 92 82 1k Share अभिनव अदम्य 1 Feb 2021 · 1 min read सभी ख़त हमारे जलाने लगे हैं। ग़ज़ल काफ़िया- आने रदीफ़- लगें हैं। 122 122 122 122 मुझे इस तरह वो भुलाने लगें हैं। सभी ख़त हमारे जलाने लगें हैं। कभी साथ छूटे न अपना कहा था... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 77 583 Share Subhash Singhai 1 Feb 2021 · 4 min read कुछ ख़त मोहब्बत के , दोहा गीत व दोहे १-#दोहा_गीत चन्द्रबदन मृगलोचनी, चपला रूप अनूप |(मुखड़ा) सुरभित गुंजन कंठ है , लगे गुनगुनी धूप ||(टेक) पग पायल है नाचती , निकसत है झंकार |(अंतरा) कटि करधोनी खिल रही, लगती... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 51 793 Share Sandeep Gour Rajput 1 Feb 2021 · 1 min read विरह में लिखा मोहबब्त का ख़त आज उठा कर कलम कुछ लिखता हूँ सजनी से दूर परदेशी पिया के विरह का ख़त लिखता हूँ, सुनो सजनी तुम्हारे बिन अधूरा सा लगता सब यहाँ नहीं लगता है... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 46 649 Share Abha Singh 1 Feb 2021 · 1 min read प्यार का पहला खत मेरे दिल में रहने वाले ,मेरे हालात से अंजान दोस्त, मैंने सोचा है कि आज तुझे खत लिखूँ... आज लिखूँ कि सारी दुनिया को छोड़कर मेरी अनकही चाहत ने, कितने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 74 643 Share Rajesh vyas 1 Feb 2021 · 1 min read **लिखे थे खत हमने तो हजार** थे नैना जबसे लागे ,हम तुम दोनों ही जागे। सपने-अपने यह मांगे, बढ़ते गए हम तो आगे। अरे हो गया तुमसे प्यार, लिखे थे खत हमने तो हजार।। (१)थी पहली... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 35 145 1k Share बदनाम बनारसी 1 Feb 2021 · 1 min read एक नया गीत लिखता हूं प्रेम दो आत्माओं का मिलन है और संगीत आत्मा का परमात्मा से मिलन। इन दोनों को मिला कर प्रेम रस से परिपूर्ण ये गीत। आज मैं एक नया गीत लिखता... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 63 1k Share महेश कुमार (हरियाणवी) 1 Feb 2021 · 1 min read प्यार के बोल (घनाक्षरी छंद) देखा है वो वक़्त ज्ञानी, रुक जाती है जुबानी। सिल जाते होंठ जहाँ, स्वयं नाप-तोल में।। रूह से ये मन बोले, आंखों में ना आंखें डोले। सुनने है शब्द सांझे,... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 76 538 Share Mamta Singh Devaa 1 Feb 2021 · 1 min read ' अतृप्ति ' पीय तुमको तो मयुर बन अपने प्रेम का पंख फैला बरखा में मदमस्त हो मेरे आस - पास ही बसना था , तुम तो मुझे चातक बना कर खुद बरखा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 40 113 1k Share Mahender Singh 1 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के नाम कुछ खत मोहब्बत के,जस् उड़ते पंछी, उन्मुक्त गगन में, जुडे हुए डोर जीवन से. कबूतर को माध्यम बना, खत उसे डाला. जीवन को उसके, रंग में अपने ढहाला. रंग भरे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 54 761 Share आर एस आघात 1 Feb 2021 · 1 min read ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी.. ओ बैरिया तेरी ...बैरन प्यासी ...2 बहुत दिनों से दर नहीं भटके .. बैरन रहत उदासी .... ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी ..2 दिन बतियों के बीत गए हैं ..... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 63 801 Share Sanjeev Singh 1 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मोहब्बत के लिखे कुछ ख़त और कुछ बातें मोहब्बत की । ख़त में इज़हार है मेरा, दास्ताँ शिद्दत की । अगर तुम चाहो तो मुझे ठुकरा सकते हो , मुझे तो ख़ूब... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 23 77 879 Share Ram Krishan Rastogi 1 Feb 2021 · 1 min read लिखता रहा इश्क भरे खत लिखता रहा इश्क भरे खत ********************* लिखता रहा इश्क भरे खत पर मैं उनको जलाता रहा, इस तरह मोहब्बत के सबूत मै हमेशा मिटाता रहा। चलता रहा ये सिलसिला उसकी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 53 95 2k Share Pallavi Rani 1 Feb 2021 · 1 min read 'यादों का मौसम'- कुछ खत मोहब्बत के 'यादों का मौसम ' ***************** भीगी सी शाम के आँचल पे, लहराती अल्हड़ मस्त हवा। यौवन की दहलीज पर , अंगडाई लेती वो सुर्ख गुलाब की कलियाँ। और उसकी खुशबु... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 81 831 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 1 Feb 2021 · 3 min read मोहब्बत के खतों के बदलते रंग पहली नजर:- --------------- जब देखा था तुझे, वो पहली मुलाकात थी । वो कल की नही, पिछले जन्म की बात थी ।। जब पहली बार तुझे देखा, मैं ठहर गया... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 43 550 Share नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम ऐसा प्रेम मधुर हो जिसको, याद करे यह दुनिया सारी। प्रेम नहीं पर्याय स्वार्थ का, नहीं करो तुम इसको विकृत, ऐसा प्रेम दिखाओ करके, अंतर्तम करता हो स्वीकृत ! सीमाओं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 123 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Feb 2021 · 1 min read तुम तुम तुम ना होकर भी मेरे जीवन में हो। उसी तरह जैसे फूलों में खुशबू, जैसे सागर में मोती, नदिया में लहरें, हवाओं में ठंडक, अग्नि में तपन, तुम हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 80 898 Share Dr. Man Mohan Krishna 1 Feb 2021 · 1 min read ये ख़त मोहब्बत के तू मेरी राधा, मैं तेरा कृष्णा । तेरा ही लगा है, मुझको ये तृष्णा ।। जाने अनजाने में जानम , मैं तुमसे प्यार कर बैठा हूँ । क्या गुस्ताखी हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 175 1k Share SARGAM BHATT 1 Feb 2021 · 1 min read अनोखी मोहब्बत *कुछ खत मोहब्बत के* यूं रात रात जग कर मैं जो चांद का दीदार करती हूं, तुम्हें क्या पता सनम मैं तुमसे कितना प्यार करती हूं। हमारे प्यार के खिलाफ... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 57 600 Share Roshan Jha 1 Feb 2021 · 1 min read तुम्हारी यादें । नमन ? :- साहित्यपीडिया मंच कुछ ख़त मोहब्बत के लिए रचना -: तुम्हारी यादें !:- आँखों से मेरे आँसू बहने दो , मत रहो मेरे पास, बस अपनी यादें रहने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 58 589 Share ज्योति 1 Feb 2021 · 1 min read " बारिश की बूंदें " " कुछ खो गया , कुछ बाकी है । आज फिर तेरे आने की ख्वाहिश बाकी है ! " ये जो बारिश की बूंदें है , गगन से धरती पर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 89 491 Share मोहित शर्मा स्वतंत्र गंगाधर 1 Feb 2021 · 1 min read कोई तुमसा नहीं (कविता) कुछ नहीं लिख पाया तुम पर जब तो बस मन से मन की प्रीत लिखी मैंनें अपनी हार लिखकर प्रिय बस खुद पर तुम्हारी जीत लिखी सूर्य की पहली किरण... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 43 596 Share निहाल छीपा 1 Feb 2021 · 1 min read आज मेरे दिल में उसे जगह दी है आज मेरे दिल में । बड़ा चैने सुकून आया आज मेरे दिल में ।। मोहब्बत तो दीवानगी की राह है प्यारी । मोहब्बत हो गयी उससे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 54 517 Share चन्दन कुमार 'मानवधर्मी' 1 Feb 2021 · 1 min read साथी तेरा साथ पल भर को भी तेरी यादें, विस्मृत हों न मन से, साथी तेरा साथ है प्यारा, हमको तो जीवन से ! पतझर से विराने मेरे, मन में छायी मत्त बहार।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 130 1k Share Sheela Gahlawat Seerat 1 Feb 2021 · 1 min read "मोम इश्क़ पिघल रहा" मोम इश्क़ का पिघल रहा है मेरा दिल भी संभल रहा है नैनों ने कीं बातें जबसे ख़्वाब तुम्हारा ही पल रहा है ये आलम है बेचैनी का दिल अब... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 157 1k Share DEVESH KUMAR PANDEY 1 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत के वह ख़त इश्क़ की जिसमें पहली हवाएं लिखी थी प्रेम में सारी अपनी भावनाएं लिखी थी शब्द जिसमें प्रेम के, आज भी देते दस्तक आज फिर पढ़ रहा,मुहब्बत के वह खत। जिसको... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 47 771 Share राजेश बन्छोर 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम.......किस्तों में कभी किया दीदार था हमने आज सुबह इजहार हुआ | बीत गये बरसों बरस हमने किस्तों में प्यार किया || पहली किस्त की बारी आई बीच सड़क वो आ टकराई... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 144 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Feb 2021 · 2 min read क्योंकर जलाये वो, कुछ ख़त ... क्योंकर जलाये वो, कुछ ख़त महब्बत के लिखवाये हसरत ने, जो तेरी चाहत के अब भी ज़हन में हैं, बेशक जले वो ख़त वो शब्द उल्फ़त के, मजरूह निस्बत के... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 98 777 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 1 Feb 2021 · 1 min read वक्त के झोंकें ग़ज़ल, वक्त के झोंकें, काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से, आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से, लिखता रहा मैं भी ख़त बस तेरे ही... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 48 414 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम दो दिल की धड़कन है, नहीं है खेल जिस्मानी प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है प्रेम काबा प्रेम काशी, रब की निगाहे बानी है प्रेम आधार है जग... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 78 814 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 1 Feb 2021 · 1 min read मोहब्बत करने में वक़्त लगा ऐ ज़माने! मुझे मोहब्बत करने में वक़्त लगा। दिलबर अपने को खत लिखने में वक़्त लगा। इस कद्र डूबी रही मैं उसकी मोहब्बत में, मुझे खुदा की इबादत करने में... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 52 894 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Feb 2021 · 1 min read #प्रेम में पल-पल# प्रेम में पल-पल // दिनेश एल० "जैहिंद" बार-बार तेरी याद आने का क्या राज़ है। सुहानी बरसात के वो दिन मुझे याद हैं।। यादकर क्षण काटना तेरे प्यार में, पल-पल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 32 103 746 Share Previous Page 3 Next