Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2021 · 1 min read

‘ काव्य प्रतियोगिता- कुछ खत मोहब्बत के नाम’। _ मेरी मोहब्बत

-मेरी मोहब्बत

मत करो मोहब्बत को यूं तुम बदनाम,
मोहब्बत करना नही होता इतना आसान,
मै लिखती हूं आज एक खत मोहब्बत के नाम,
कि थे और है हमअपनी मोहब्बत के इतने कद्रदान,
मेरी प्यारी मोहब्बत..
हुआ जब अपना मिलन,
रूह का रूह से हुआ संगम,
मेरा मन हुआ तेरे संग,
लेने लगा सुंदर स्वप्न की तरंग,
मधु हिलोरें लेने लगी हरदम,
ना दिखे तो मेरा मन चिंता मग्न,
जब दिखे तु मन में खिले प्यार के सुमन,
तुमसंग रहती तो मधुर रस बरसाते गगन,
मोहब्बत की शुरुआत का सुहाना था वो रमण,
जब बंधी मैं प्रणयबधं तेरे संग,
प्यार के सुरीले गीत गाए पवन,
खुशियों की हुई बरसात,हुआ तेरा-मेरा एक साथ,
वो प्यारी मोहब्बत है मेरे प्रिय प्राणनाथ,
फिर मोहब्बत प्रेम में हो गई परिवर्तित,
असिमित, अलौकिक, अपरिभाषित,
सुंदर सब रसों से हुई सुसज्जित।

‌ -सीमा गुप्ता

35 Likes · 65 Comments · 1075 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
कभी जब देखोगी तुम
कभी जब देखोगी तुम
gurudeenverma198
सच
सच
Neeraj Agarwal
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Harminder Kaur
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
स्वच्छंद प्रेम
स्वच्छंद प्रेम
Dr Parveen Thakur
यारों की आवारगी
यारों की आवारगी
The_dk_poetry
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
SPK Sachin Lodhi
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
शेखर सिंह
Kavita
Kavita
shahab uddin shah kannauji
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
हर्षित आभा रंगों में समेट कर, फ़ाल्गुन लो फिर आया है,
हर्षित आभा रंगों में समेट कर, फ़ाल्गुन लो फिर आया है,
Manisha Manjari
तुझे देखने को करता है मन
तुझे देखने को करता है मन
Rituraj shivem verma
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
Ranjeet kumar patre
*भूमिका*
*भूमिका*
Ravi Prakash
*लम्हे* ( 24 of 25)
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
वो सब खुश नसीब है
वो सब खुश नसीब है
शिव प्रताप लोधी
-- नसीहत --
-- नसीहत --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
2815. *पूर्णिका*
2815. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
एक दोहा...
एक दोहा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आत्मरक्षा
आत्मरक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Santosh Khanna (world record holder)
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
Loading...