Posts "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 189 authors · 189 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Abha Singh 24 Dec 2020 · 1 min read रावण रूपी करोना य़े रावन रूपी कोरोना जब तुम हमारे देश आ ही गए हो तो , हम तुमसे नजरें चुरा सकते नहीं... हाथ जोड़कर करते हैं तुम्हारा स्वागत, पर हम हाथ मिला... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 69 495 Share Dr Meenu Poonia 23 Dec 2020 · 1 min read ''प्रकृति का गुस्सा कोरोना'' बच्चे, वृद्ध, नौजवान बैठे थे नव वर्ष 2020 आगमन के इंतजार में, दस्तक कोरोना की मचा गई तबाही बुरी तरह हिला मानव प्रकृति की मार में। दिखे वहीं सिर्फ मार्मिक... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 26 687 Share Dr. Arti 'Lokesh' Goel 23 Dec 2020 · 1 min read तुम बिन जाऊँ कहाँ! तुम बिन मैं जाऊँ कहाँ? हर कहीं आवश्यक मास्क, पहले साँस जो न आती, आसान बना अब तो टास्क। काले-गोरे का फ़र्क हटाया, रंग एक हर मुख पर छाया, सच्ची-झूठी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 38 69 951 Share Bharat Bhushan Pathak 23 Dec 2020 · 1 min read नहीं कोरोना चीज बड़ी है लावणी छंद में तुच्छ प्रयत्न सादर समर्पित है:- विधान-१६-१४ मात्रा पर यति,कुल ३० मात्रा प्रति चरण। दो-दो चरण समतुकांत तथा चरणांत गुरु या दो लघु अनिवार्य । नहीं कोरोना चीज... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 30 476 Share Mahender Singh 22 Dec 2020 · 1 min read कोरोना और स्वस्थवृत्त विचलितता कैसी कौन भ्रम संशय कैसा लडना क्यों भागना क्यों हो तेजस् जैसा विवेक जगा ज्ञान विज्ञान उग्र भय कैसा पंच-तत्व ये पिण्डारा पवन से भय कैसा जानकर अंजान हो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 26 616 Share Pallavi Mishra 22 Dec 2020 · 1 min read कोरोना (ग़ज़ल) रब के दर पे सर झुका कर देख लूँ सबके हक़ में मैं दुआ कर देख लूँ इस वबा ने क़ैद घर में कर दिया अब परिंदों को रिहा कर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 36 78 1k Share Naresh Sagar 22 Dec 2020 · 1 min read *टिकने ना देंगे हम हिंदुस्तान में* ===== ?✍?गीत *टिकने ना देंगे हम हिंदुस्तान में* =========== कोरोना के कह दिया है कान में टिकने ना देंगे हम हिंदुस्तान में चीन डोल या जा तू पाकिस्तान में *टिकनें... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 38 73 1k Share Rekha Drolia 21 Dec 2020 · 1 min read कोरोना-एक अलग पहलू जीवन के इस भाग दौड़ में आया ठहराव,तू भी रुक इस पल को जी... होठों पर मुस्कान अभिराम झंझा से ले विराम इस पल को जी अपनों के लिए हैं... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 41 894 Share डॉ मनीष सिंह राजवंशी 21 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना में जिंदगी की मुश्किल" अजीब दर्द है,उलझन है, तन्हाई है। जिंदगी मुश्किलों में उतर आई है। एक आस से नजरे देखती है उधर। जिधर से यादों की झलक आई है। सोचता हूँ क्या खत्म... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 41 990 Share विजय कुमार नामदेव 21 Dec 2020 · 1 min read प्रेमगीत कोरोना संकटकाल निकल जाए तो। तुमको जीभर प्यार करूँगा।। अभी तो छूने में भी डर है, मन में कोरोना का घर है। बीतेगा तो पुनः मिलेंगे, बुरा समय तो ये पलभर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 22 543 Share Sanjay Giri 21 Dec 2020 · 2 min read कोरोना पर एक पैरोड़ी गीत कोरोना पर एक पैरोडी *****†********** कोरोना कोरोना कोरोना कोरोना चीन चान के चाँद बाग से चार कोरोना लाये कोरोना कोरोना कोरोना कोरोना चार देश में चार भेष में चार कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 19 386 Share Harinarayan Tanha 21 Dec 2020 · 1 min read 'कोरोना' तुझे हाय लगेगी मेरी मैं कई महीनों से कैद हूँ घर में बस तेरे डर से अनलाँक नही कर पा रहा हूँ खुद को बस तेरे डर से दूर रहना बस तू सदा ही... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 55 765 Share Dhanurdhar Dwivedi 20 Dec 2020 · 1 min read कोरोना तू आयेगा इसी उम्मीद में, मैं हर रोज जीता हूँ, जहर घोली हवा को, यूँ ही घुट- घुट के पीता हूँ, जवानी क्या, बुढापा क्या, अब बे-रंगीन है दुनिया, कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 27 512 Share Paramita Sarangi 20 Dec 2020 · 1 min read तन्हा शाम "तन्हा शाम" ये कैसा भुताणु है, जिस से हर सुबह डरी हुई है हर शाम तनहा है सोता देह मेरा इस घर में आत्मा तो दुसरे सहर में है ये... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 32 883 Share डा. सूर्यनारायण पाण्डेय 20 Dec 2020 · 1 min read मुकुट उतरेगा सुन भाई, मैं सन दो हजार उन्नीस का, आक्रान्ता सम्राट हूँ मैं एक रहस्यमयी मुकुट हूँ. एक यायावर हूँ, तथाकथित कोरोना हूँ सबको मुकुट पहनाने की चाह लिए फ़िलहाल, विश्व... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 66 1k Share Zia Fatma 20 Dec 2020 · 1 min read ठंड और कोरोना के अत्याचार ठंड से सब परेशान बा ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा। सबेरे त बिस्तर से उठे के मन ना करे घर से बाहर जाये के सोचलहु पर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 22 407 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 20 Dec 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना से अगर है लड़ना तो पालन करना ही होगा बनी योजना जो हितकारी जिससे यह न फैले जन में जिससे पीड़ा न हो मन में यद्यपि सच सरकार हमारी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 26 313 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Dec 2020 · 1 min read अहद ज़िंदगी कुछ बोझिल सी हो गई है , खुश़गवार चेहरों की खुशी गुम़ हो गई है , एक अजीब सा खौफ़ ज़ेहन पर तारी है , चारों तरफ माहौल में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 31 126 856 Share लक्ष्मी सिंह 20 Dec 2020 · 1 min read कोरोना विधा -मुक्तक एवं दोहा सर पर चढ़ कर नाच रहा है, चीन का जादू-टोना। पूरे जग में फैल रहा है,शुरू है रोना ढोना। कुछ सावधानियां अपनाना, धैर्य से नाता रखना-... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 74 1k Share Dijendra kurrey 20 Dec 2020 · 1 min read कोरोना मनहरण घनाक्षरी - कोरोना ★★★★★★★★★★★ जग में कोरोना आया, कैसे जादू टोना आया। सबको ही रोना आया, दुख भरा साल हैं। ★★★★★★★★★★ मिटने लगी है काया, दवा नहीं बन पाया।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 24 420 Share Santosh Shrivastava 19 Dec 2020 · 1 min read सीखा करोना से मची तबाही दुनियां में जब महामारी बना कोरोना हर तरफ मची अफरा तफरी हुए प्रयास बचाव के मास्क दूरी सफाई बने सहारा इन्सान के अह्सास कराया दूर होने पर भी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 22 349 Share DrShubhra Maheshwari 19 Dec 2020 · 1 min read प्रोफेसर कोरोना (व्यंग्य कविता) प्रोफेसर कोरोना ( व्यंग्य कविता) प्रोफेसर कोरोना एक बात पूछती हूं -सटीक उत्तर बताइए ,उत्तर देते जरा भी ना शर्माए ,बात निष्पक्ष होकर बताइए । आप कहां तक जा सकते... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 24 635 Share Meera Thakur 19 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का आगाज़ कोरोना....कोरोना...कोरोना.... सुन- सुन कर आ गया सभी को रोना, कितने लोगों को पड़ गया अपनों को खोना। लोगों से दूर हो गया नींद और चैना ॥ कई महीनों के लॉकडाउन... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 41 56 1k Share Arsh M Azeem 19 Dec 2020 · 1 min read कोरोना तुम कब जाओगे मुश्किल में जान है हर शख्स परेशान है मुंह पे लगे है ढक्कन सांस लेना कहां आसान है इस घोर संकट से मुक्ति कब दिलाओगे बस एक ही प्रश्न है... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 47 683 Share Vindhya Prakash Mishra 18 Dec 2020 · 1 min read है कोरोना बहुत न हम डर खाएंगे है कोरोना बहुत हम भी घर जाएंगे । जबतक खतरा रहा न शहर जाएंगे । कांपते लोग है घर मे दुबके हुए। भूख के मारे है ये बेचारे है पानी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 516 Share शायर देव मेहरानियां 18 Dec 2020 · 1 min read कविता _निकल पड़ा अनजान सफर पर निकल पड़ा अनजान सफर पर, छोटा सा जीव निराला। रोना-धोना मचा जहाँ में, प्रकृति से पड़ा अब पाला।। होके रह गये बन्द घरों में, लगे की पड़ गया ताला। चित्कार... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 23 428 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read कोरोना"एक नवगीत विधा-नवगीत रस-हास्य शीर्षक:कोरोना ************ नाम मे'रा तो कोरोना है,अपना भी तुम बतलाओ। मिलना हो तो मिलो प्रेम से,घर से तो बाहर आओ।। ****************** जीवन के सारे झंझट से, मुक्त तुम्हें... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 17 309 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 18 Dec 2020 · 1 min read कोरोना चालीसा कोरोना चालीसा दोहा श्री वीणा वादिनि सुमिर, बरनउँ हृदय विचार । कोरोना सी व्याधि का, नहीं कोई उपचार ।। संकट में है मनुजता, जीर्ण – क्षीण पतवार । कुटिल विषाणु... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 90 1k Share Kavita Rana 18 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना ने जीना सीखा दिया" अहमियत पता ना थी "प्रकृति" की हम लोगों को प्रकृति को माँ मानना सिखाया, जिन "मजदूरों" को हम जानते नहीं थे उनके हमारे बीच होने का अहसास कराया, लॉकडाउन में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 58 749 Share आर एस आघात 17 Dec 2020 · 1 min read मेरा नाम कोरोना करता हूँ जब परेशान तो आपस में दूर रहो ना, जब दिक्कतें है लाख तो नियमों का पालन करो ना । दूर रहे हो आजतक परिवार से, शिक़ायत भी बहुत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 38 798 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 17 Dec 2020 · 1 min read " "कोरोना" को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना" कितने मजबूर, बेबस, बशर हो गए, कितने क़ुर्बाँ, कोरोना-क़हर हो गए। चीन से चलके आया, जो इक वायरस, सारी दुनिया मेँ, इसके चलन हो गए। साँस लेना मरीज़ों का, दूभर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 109 199 8k Share Amber Srivastava 17 Dec 2020 · 1 min read कुदरत। जाने कैसे मुकाम पे आकर, ये दुनिया गई ठहर है, पिंजड़े में जानवरों को रखता था इंसान, आज कैद घर में हर पहर है, जाने कैसी शाम है ये, और... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 31 74 2k Share अनिल कुमार 'राही' 17 Dec 2020 · 1 min read कुछ दिन घरों में चलो यार कुछ दिन रहें हम घरों में। कि मस्ती ठिठोली करें हम घरों में।। मिला है बहाना कि रूठें मनायें। नज़र बच्चों पर भी रखें हम घरों में।। करें... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 26 792 Share अंजनीत निज्जर 17 Dec 2020 · 1 min read आह्वान वैश्विक स्तर पर फैली एक बीमारी, केवल बीमारी नही एक महामारी, चल रही जंग अभी इस के ख़िलाफ़, जल्द ही जीतेंगे और मुस्कुराएँगे हम, पर सोचा है कभी क्या हम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 54 493 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना आया अदृश्य वायरस , हाथ सैनेटाइज कर। हाथ सैनेटाइज कर, खूब सैनेटाइज कर ।। मास्क को मुख पर लगा , हाथ ग्लोब्स पहन कपडे सैनेटाइज कर, सोशल डिस्टेंस रख मैं... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 94 38 1k Share Dr.Mamta Singh 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना "कोरोना " काव्य प्रतियोगिता ग़ज़ल --------- आज घर में कै़द हम ये सोचते हैं। रौनके़ क्यों कर हैं कम ये सोचते हैं।। इसमें है कुदरत की कोई बेहतरी ही, थम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 31 584 Share नन्दकिशोर दुबे 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना पर ग़ज़ल कोरोना पर ग़ज़ल (1) मौत पर मौत लगातार ख़ुदा ख़ैर करे । ये पसरता हुआ आज़ार ख़ुदा ख़ैर करे । (2) मौत को साथ लिये ख़ौफ़ कहर बरपाता संग-दिल कोई... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 497 Share रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना रुप विकराल कर,महामारी आ गई है, दिशाओं में अपना वो,तांडव मचा रही। आम-जन-खास-तक,नहीं पहचान रही, अपनी ऊंगली पर,सभी को नचा रही। खांसी साथ सर्दी लिए,दर्द व बुखार लिए, संक्रमित रुप... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 40 982 Share अभिनव अदम्य 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना इक वायरस दोहा ग़ज़ल कोरोना इक वायरस, परेशान संसार। पूरे जग में मच रहा, देखो हाहाकार। हाँथों को तुम जोड़कर, सबको करो प्रणाम कोरोना ने कर दिया, मानव को बीमार। निश्चित दूरी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 44 419 Share चन्दन कुमार 'मानवधर्मी' 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना किसी को हो ना छूकर लेती प्राण छीन ये, हाय किसी को हो ना। आयी नई बीमारी जग में जिसका नाम कोरोना । वुहान चीन को करके पार, व्यापी विश्व सकल संसार। इतनी घातक... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 108 1k Share Sudhir srivastava 16 Dec 2020 · 1 min read चहुंओर चहुँओर ******* फैला है कोरोना का शोर, सन्नाटे को चीरकर रह रह कर कोरोना सब को डराता है, बिना भेदभाव के सबको आँखें दिखाता है। बडे़ गर्व से स्वछंद मंडराता... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 17 272 Share Meenakshi Bhatnagar 16 Dec 2020 · 1 min read जश्न जश्न अभी यह दौर कठिन है वक्त का , मानव खड़ा ले कवच हिम्मतका , चल रहा है कोशिशों का सफर , जल्दी ही खत्म होगा यह कहर , जब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 22 607 Share आकाश महेशपुरी 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने रोक दी दुनिया की रफ्तार कोरोना से भी अधिक, घातक थी वह भूख। जिसके कारण राह में, प्राण रहे थे सूख।। सभी घरों में बंद थे, थी दुनिया बेहाल। कोई भूलेगा नहीं, मौतों का यह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · दोहा 27 44 932 Share प्रीतम श्रावस्तवी 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना लोकगीत बोल- पिचिक जाई नकुना,अउ छोट होई आँखी हाय रे ई कोरोना कुछ, राखिस नाहि बाकी।। हाय रे०----- 1- बैला यस मुँह मा लगाय दिहिस जाबा घर का जिहेल किहिस कासी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 27 751 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Dec 2020 · 1 min read जान है तो जहान है.... ("कोरोना" विषय पर काव्य प्रतियोगिता हेतु) जान है तो जहान है.... न सँभले हैं हालात अभी और कुछ दिन घर में रहो ख्याल रखो अपना-अपनों का न बीच शहर में रहो संयम से रह किसी तरह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 57 749 Share धीरेन्द्र वर्मा "धीर" 16 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना" चीन से एक यम जब रवाना हुआ। उसकी दहशत में सारा जमाना हुआ। रोग फैला ये ऐसा गली हर नगर, इसका सारा जहाँ तो निशाना हुआ। बढ़ चली इस कदर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 79 2k Share Sarita Pandey 16 Dec 2020 · 1 min read तुमने क्या पाया? ऐ कोरोना! तुमने क्या पाया? ऐ कोरोना! पर हाँ,हमने बहुत कुछ खोया ऐ कोरोना! खो दिया हमने अपनों को, अपने भविष्य को और अपने बहुत सारे लोगों को। खो गई हमारी आशायेँ,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 41 749 Share ओम प्रकाश शर्मा 16 Dec 2020 · 2 min read कोरोना के योद्धा कोरोना के योद्धा घर में बैठे हुए जो आदेश मान बिना कार्य ना करें बाहर प्रस्थान विषाणु प्रसार जो रोकना चाहे हैं कोरोना के वे योद्धा महान | -- चाहे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 31 468 Share Sanjeev Singh 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना ****** दिनांक: 16/12/2020 धरातल पर आज उतरी , विपदा अत्यंत ही भारी है। बेमौत मर रहे हम सारे , कोरोना वो महामारी है। बंद हुए पिंजरे में मानो ,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 40 75 1k Share अनुराग दीक्षित 16 Dec 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही। जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 46 980 Share Previous Page 3 Next