जिन्होंने मेरी उत्कृष्ट रचना “कोरोना दोहा नवमी” को वोट दिया उनका विशेष धन्यवाद…. जिन्होंने नहीं दिया कोई नहीं अगली प्रतियोगिता में दे दीजियेगा…..
आपके वोट का भी बहुत-बहुत धन्यवाद महावीर जी, मैं आभारी हूं,आगे भी हम एक दूसरे को वोट करके एक दूसरे को प्रोत्साहित करते रहेंगे.?☺☺
आपकी रचना अति सुंदर है मैंने आप को वोट कर दिया मेरी रचना कोरोना मजबूत नहीं कमजोर है को आप भी अपना वोट प्रदान करें धन्यवाद
आपके वोट का बहुत-बहुत आभार, मैंने भी आपको वोट(23) कर दिया है धन्यवाद?☺
आदरणीय मैने आपको वोट कर दिया है कृपया वोट कर दीजिए धन्यवाद
आपके वोट का आभार ,वोट नंबर 21 मैंने आपको दे दिया है?
उत्कृष्ट सृजन आदरणीय बधाई, आदरणीय कृपया मेरी रचना को पढें एवं अपना मत अवश्य व्यक्त करें।
आपके शब्दों का आभार,अभी मुझे आपका वोट प्राप्त नहीं हुआ है?☺
आदरणीय कृपया मेरी रचना को पढें एवं अपना मत अवश्य व्यक्त करें।
आदरणीय मैने आपको वोट कर दिया है कृपया वोट कर दीजिए धन्यवाद
आपके वोट का आभार ,वोट नंबर 21 मैंने आपको दे दिया है?
अंबर जी को एक बार पुनः धन्यवाद, प्रतियोगिता में मेरे रचना नाम मिला जिससे कोरोना अवलोकन करें अच्छी लगे तो प्रतिक्रिया दें!
आप मुझे अपना वोट देकर अनुग्रहित करें?☺
नमस्ते जी,
आपकी रचना मुझे बहुत अच्छी लगी। मैंने आपकी रचना को वोट कर दिया है। यदि आपको मेरी “कोरोना एक महामारी” रचना पसंद आये तो मुझे भी अपना कीमती वोट देकर कृतज्ञ करें। आशा है कि मुझे आपका भी वोट मिलेगा।
धन्यवाद।
आपके वोट का बहुत-बहुत आभार,मैंने भी आपको वोट दे दिया है?☺
अंबर भाई जी, आपकी रचनाएँ देखीं। छन्द बन्ध का आभाव है। महज़ तुकबन्दी कोई कविता नहीं है। यदि सचमुच कवि बनना है तो छन्दों की कोई किताब पढ़िए या आपके कोई निकटतम शाइर/कवि हों तो उनसे जुड़िये। आपमें अपार सम्भावनाएँ हैं। विचार हैं लेकिन यदि छन्द में ना हों तो उनका कोई महत्व नहीं! एक बात थी जो आपको बतानी ज़रूरी समझी। कृपया अन्यथा न लें।
महावीर उत्तरांचली जी, कवितायेँ कई शैलियों में विद्यमान है! ये जरुरी नहीं की जहाँ छन्द बंध का प्रयोग नहीं वो कविता की श्रेणी में नहीं है! आप जानेंगे तो पाएंगे की कवि वो ही है जो अपनी बात को बिना जटिल बनाएं आसान भाषा, आसान शब्दों में लोगो तक पंहुचा पाएं! जिस शैली की ये कविता लिखते हैं उसे तुकांत शैली कहते हैं! तो ऐसा नहीं है की जिसमे छंद और बंध की बात नहीं है वो कविता नहीं है! अम्बर जी की अगर आप कवितायेँ पढ़ते हैं या अगर एक-दो कवितायेँ भी पढ़ी हो तो आपने ध्यान दिया होगा की ये अपने पाठको को प्रोत्साहित करते हैं! इनकी कवितायेँ प्रेरक होती हैं! आपका comment अम्बर जी की लेखनी पर पढ़ा तो सोचा की आपकी सलाह में थोड़ा सुधार करूँ! और इसलिए भी किया क्योंकि कवितायेँ में आपकी भी पढता हूँ !माफ़ी चाहूंगा लेकिन आपकी कविताओं में मुझे तुकबंदी ही नजर आयी! छन्द बंध की बात मुझे आपकी लेखनी में नज़र नहीं आती ! हम लोग एक जैसी पद्धति के लोग है, पढ़ना, सुनना और लिखना हमारा शौक है! इसलिए एक दूसरे को सुनकर, पढ़कर और देखकर ही हम एक-दूसरे में सुधार कर सकते हैं! हैं न? मैं उम्मीद करता हूँ की आप इन बातों को अन्यथा नहीं लेंगे!?
आपके शब्दों का आभार अमृत जी??☺
Beautiful lines
Thanks for your vote and appreciation ??
आदरणीय मैने आपकी रचना को वोट कर दिया है अब आप मेरी रचना को भी वोट करें ????
आपके वोट का आभार,
मैं भी आप को वोट कर चुका हूं धन्यवाद??
मैने आपको वोट नंबर88 दे दिया है कृपया आप भी हमें वोट करें
जी आपके वोट का धन्यवाद मैं भी आपको बहुत कर रहा हूं??
super bro
बहोत खूब जी….?
आपके इस जादुई लेखनी को मेरा अंतस हृदय से नमन साथ ही साथ आपको आंग्ल नववर्ष की हार्दीक शुभकामनाऐं ।।
कृपया आपका भी आशिष मुझे मेरे “सहित्यपिडिया काव्य प्रतियोगिता” में शामिल “बैरी कोरोना!” नामक रचना को मिल जाये तो मैं कृतार्थ होऊँ ।। ?
आपके शब्दों का आभार आप मुझे अपना वोट देने की कृपा करें
आपको वोट दे दिया। कृपया मुझे भी अपने वोट से लाभान्वित करें।
आपके वोट का धन्यवाद,मैंने भी आपको वोट दे दिया है???
श्री अम्बर जी,नमस्कार कृपया मुझे भी आप अपनी वोट देने की कृपा करें मैं आपको पहले ही वोट दे चुका हूं।
आदरणीय रस्तोगी जी मैं आपको अपना वोट दे चुका हूं. ?
कुदरत ने कहर मचाया है कोराना ने सभी को सताया है, “”नाम मिला जिसे कोरोना””इस शीर्षक से मेरी भी रचना है अवलोकन करें अच्छी लगे तो वोट करें धन्यवाद!!
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपको मेरा वोट स्वीकार हो।।
:- पाण्डेय चिदानन्द “चिद्रूप”
+917525099399?
आपको भी मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई, कृपया मेरे वोट की भेंट स्वीकार करें?