Posts "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 189 authors · 189 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Akhilesh verma 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना - वक्त वो भी था गले दौड़ के लग जाते थे कोरोना के मद्देनज़र मेरी पेशकश दौरे तन्हाई में जीना बड़ा ही मुश्किल है और अंजान हूँ मैं कौन मेरा क़ातिल है । वक्त वो भी था गले दौड़ के लग... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 23 416 Share Mandeep Gill Dharak 16 Dec 2020 · 1 min read नई आफ़त (करोना) करोना नई यारों एक आफ़त आई, जिसने सारी दुनिया डराई। पहले कहा वायरस करोना, अब कहने लगे कोविंड- ऊनी। कोई कहे अमरीकें ने छोड़ा, कोई कहे यह पैदाईश चीनी। कोई... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 33 77 919 Share Ravi Betulwala 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना.... "ऐ कोरोना"... तेरा जीवन...कोई जीव के बगैर नहीं.... पर.. जब तक शरीर. मे ना आ जाये, तब तक तू गैर नहीं, तूने जो छीना है हमसे, इसपर तो तेरी खैर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 554 Share डॉ आनन्द किशोर 16 Dec 2020 · 1 min read इतना घातक सा क्यूँ है कोरोना क्या वबा से मची तबाही है ख़ौफ़ है और बदहवासी है क्या ख़बर क्या ख़बर चली आए चैन ग़ायब है बेक़रारी है ये वबा आदमी के द्वारा क्या एक भेजी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 20 609 Share PRATIK JANGID 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना अच्छे खासी ज़िन्दगी में कुछ दिन ऐसे आये । देश हो गया बंद ओर सब हाय हाय कर घबराएं ।। हर घर में थी चर्चा उसकी, और टीवी में हर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 88 105 3k Share डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद" 15 Dec 2020 · 1 min read "ये कोरोना हार जाएगा" दबे पांव गुजर जाएगा, ये कोरोना हार जाएगा। सुनो रस होते है नौ, ये दसवां रस है वाय , ये किसी को ना भाय, कल हाथ मसलता , यूं ही... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 31 759 Share रेखा कापसे 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना में हाल बुरा है एक विषाणु विदेशी आया, देख संक्रमण मन घबराया! घर में नजरबंद हुए सब, सकल विश्व संकट गहराया!! वक्त मानों थम सा गया है, ये कोरोना जम सा गया है! हर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 42 77 2k Share Kumari Rashmi 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का कीड़ा कोरोना का हर तरफ ऐसा है खौफ बाकी रोगों की नहीं हो रही बात रिश्ते नाते सब हो रहे बेजार कौन अपना है कौन पराया इसकी हो रही है पहचान... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 101 991 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 Dec 2020 · 1 min read पति की चिता को पत्नी ने दी मुखाग्नि (सत्य घटना पर आधारित कविता) पति चिता को मुखाग्नि देने की, सत्य एक करुण कहानी है नारी के सेवा साहस की, अनुपम एक निशानी है कैराना पीड़ित एक पति, अस्पताल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 69 744 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 15 Dec 2020 · 1 min read #कोरोना दोहे# कोरोना दोहे //दिनेश एल० "जैहिंद" अब दो हज़ार बीस तो, बन बैठा यमराज, ज़िंदगी तो ठहर गई, ठप्प पड़े सब काज,, साँस रुके अरु दम फुले, हिया बड़ा घबराय, मौत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 38 97 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का प्रतिकार कोरोना का प्रतिकार ------------------------------------------------ कोरोना का कहर मिटाने , सब मिल प्रण दुहराना जी। दूर रहो इक दूजे से पर, मिलकर इसे हराना जी।। मिला दिवस माँ अम्बे का नव,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 52 73 1k Share Ahtesham Ahmad 15 Dec 2020 · 1 min read हताश कोरोना हताश कोरोना ! कोरोना हूँ।! हाँ मैँ कोरोना हूँ ! छोड़ा नहीं जग का कोई कोना हूँ। ख़ूब हुड़दंग मचाया हर जगह। जान लिया सब की बिलावजह। क़यामत कह लोग... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 31 842 Share rekha rani 15 Dec 2020 · 1 min read ज़रूर मेरे महकते गुलशन को किसी की नजर लगी होगी ज़रूर मेरे महकते गुलशन को किसी की नजर लगी होगी। जहां महकती थी खुशबू नन्हीं कलियों की, वहां सैनिटाइजर की दवा फिजाओं में लगी होगी। जहां बढ़ते थे कारवां स्कूल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 56 55 4k Share Aruna Dogra Sharma 15 Dec 2020 · 1 min read नया सामान्य नया सामान्य सुबह-सवेरे माँ ने भेजा आज एक उपहार, देख कर चकित हो गई, अनोखा माँ का प्यार, खोला तो अंदर मासक, सैनेटाईज़र अौर हैंडवाश पाया, हर मुश्किल घड़ी में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 20 746 Share Shashi kala vyas 15 Dec 2020 · 1 min read *"कोरोना"* *"काव्य प्रतियोगिता"* विषय - *"कोरोना"* *"इंतजार"* इंतजार की ये घड़ी,देहलीज जो पार की, घिरोगे फिर रोग से आफत आ जायेगी। आफत कोरोना आई, ये दुनिया बदल गई, चारों ओर घिर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 31 711 Share Seema gupta,Alwar 15 Dec 2020 · 1 min read --हारेगा कोरोना., कोरोना तुम को एक साल होता आया, सारे संसार में आकर उथल-पुथल मचाया, हवाई,रेल सब तुंरत रूकवाया, जो जहां था उसको वहीं ठहराया, स्कूल,कॉलेज, फैक्ट्री सब पर ताला ठुकवाया, इस... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 76 147 4k Share kamlesh Goyat 15 Dec 2020 · 1 min read बचो कोरोना से मुंह पे मास्क रहियो भाई बंद मकान में। कोरोना दुष्ट ने पैर फैलाए हैं जहान में।। ठीकरी पहरे दिन रात गाँव और शहर में। सन्नाटा सड़कों पे खामोशी खेत खलिहान... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 28 1k Share Rajesh vyas 15 Dec 2020 · 1 min read **नाम मिला जिसे कोरोना** हाहाकार मचाया जग में, नाम मिला जिसे कोरोना। महामारी जो बन कर आया ,विज्ञान को बना दिया बोना।हाहाकार मचाया जग में, नाम मिला जिसे कोरोना।। (१)हड़कंप मचाया इसने ऐसा ,दुनिया... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 48 147 1k Share सुशील सिहाग "रानू" 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना इक अजब दुविधा है कोरोना... जीवन को दहशत में संजोना... रहकर यूं दूर, एकांत भाव से, खुद के दिल का झांके कोना... बाहर भीतर,बस एक ही डर, क्या था पाना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 51 662 Share ज्योति 15 Dec 2020 · 1 min read '' सुन कोरोना ! '' सुन कोरोना ! जब तु आया था , सब के मन में डर समाया था । ना तु अपना है ना तु पराया है , तु तो बस एक साया... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 91 812 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Dec 2020 · 1 min read #कोरोना काल #कोरोना काल साँस रोकले जकड़ फेफड़े,रोग संक्रमण का आया। कोरोना नाम वायरस का,घातक सबने बतलाया। दवा नहीं है हवा यही है,साँसों से बढ़ता जाए; चीन देश से आया भारत,गाँव शहर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 54 955 Share अनिल प्रसाद सिन्हा 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना बिमारी नहीं महामारी जानें ये कोई भयंकर बिमारी है, या कोई रूष्ट होती दैवीय माया है, चीन के वुहान शहर से आई ये महामारी, या कोई काली छाया है। सम्पूर्ण विश्व में इसका... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 38 644 Share Abhinav 15 Dec 2020 · 1 min read मैं कोरोना..., एशिया महाद्वीपे चीन राष्ट्र जन्मस्थान है मेरा, मैं कोरोना अन्य कोविड - 19 नाम है मेरा! महामारियों में सर्वशक्तिशाली मैं कोरोना, वायरस विमारियों का सम्राट मैं कोरोना! द्वीप महाद्वीप सब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 26 456 Share Dr.Surbhi (Homoeopathic Doctor) 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना काल मायूसी पसरी हुई थी सन्नाटे का आगाज था सभी कौने खाली पड़े थे पुलिस का चाकचौबंध था । कुत्ते बिल्ली रो रहे थे एम्बुलेंश का शोर था मायूस डॉक्टर हो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 40 676 Share Ram Krishan Rastogi 15 Dec 2020 · 1 min read मत पूछो यारो,कोरोना में दिन कैसे काट रहा हूँ मत पूछो यारो मुझसे,कोरोना में दिन कैसे मै काट रहा हूँ | अपने मन की बाते करके तुमसे,अपना दुःख मै बाँट रहा हूँ || हो गई पढाई ऑनलाइन पर,बच्चो के... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 123 165 5k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Dec 2020 · 1 min read करोना का खौफ सुनी जो उनके आने की आहट हमने , अपना होशो-ओ-हवास गंवाया हमने। पहले सजग थे साफ सफाई को लेकर , अब नया वहम का रोग लगाया हमने। अपनों के करीब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 82 1k Share रीतू सिंह 15 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना का है वार" कोरोना का है वार, चारो तरफ हाहा कार। ऎसी महामारी ,सब हुऐ लाचार। मास्क और सैनिटाइजर, लिए हथियार। करते एक दूसरे से दूरी बरकरार। कोरोना का है वार, चारो तरफ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 35 90 1k Share Radha Bablu mishra 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना पूरी दुनिया में मचा दिया हा हा कार, सबको कर दिया बेकार, नाम सुन के इसका सबको आ जाएं रोना, यह है उत्पाती कोरोना।। ना जाने कहां से यह यमदूत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 31 460 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना त्रासदी वेंटिलेटर पर जूझ रहा था हाथों में फोन थाम के बाप साहस दे रहा था माँ की सिसकिया रोक के । खिड़कीयों से बाहर देखता है पसरा है सन्नाटा घुप्प... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 54 708 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 Dec 2020 · 1 min read ***** कोरोना ***** " कोरोना का कहर " कैसी ये बिमारी आयी, प्रलय बन दुनिया पर छाई, ज़हन में जिसने सब के दहशत भर दी काली सफ़ेद कमाई की जेबें खाली कर दी।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 101 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2020 · 1 min read सारा जीवन व्यर्थ हो गया,अभी आर्थिक मंदी में। मित्रों समर्पित है कोरोना गीत। सारा जीवन व्यर्थ हो गया, अभी आर्थिक मंदी में। भूख प्यास हो गयी पराई, इसी आर्थिक बंदी में । धूप छांव का होश नहीं अब,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 28 422 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना दोहा नवमी कोरोना ने विश्व को, दिया अजब सन्देश कुदरत का सम्मान हो, दिया ग़ज़ब आदेश //1.// है कोरोना से दुखी, यह समस्त संसार समय अभी है चेतिए, बदलो दुर्व्यवहार //2.// कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 28 129 1k Share सुनीता सिंघल 15 Dec 2020 · 1 min read ईश्वर ढूंढते थे ईश्वर मंदिरों में,विपदा पड़ी तो जाना, वो तो,रहते हैं थाने और अस्पतालों में। न अपनों से मुलाकात,न आराम की कोई बात, पी.पी.ई ,की परतों के बीच ,पसीने से... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 69 187 1k Share जगदीश लववंशी 15 Dec 2020 · 1 min read यही कोरोना का तोड़ हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है ।। घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 24 772 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2020 · 1 min read हौसला रखो...!! बुरा वक़्त हैं गुज़र जायेगा ज़रा हौसला रखो! अच्छा वक़्त फ़िर आयेगा ज़रा हौसला रखो! कभी रोक न पाया अंधेरा भी सवेरा होने से! राहे ले जायेगी मंजिल पे जरा... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 62 742 Share अशोक सोनी 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना क्या है कोई व्याधि है ? महाविपदा है ,देह का क्षरण है ? जीवन-मरण है , अदृश्य से रण है ? नहीं , कदाचित नहीं , कुछ नहीं कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 86 1k Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना वापस आ गया क्या कहे कोरोना वापस आ गया घबराया मन और भी घबरा गया। मास्क लगाइए आप जरूर, भीड़ में रहिए दो गज दूर, अधिक से अधिक रहिए घर, सैनिटाइजर लेकर निकले... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 30 574 Share Mamta Singh Devaa 15 Dec 2020 · 1 min read ' उपर वाले की लाठी ' कैसा कोरोना काल था अजब सबका हाल था वहीं एक घर में दादी का खाना भी मुुुहाल था , सब अपने में मदमस्त अपने में चूर देखो कैसे विपदा में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 43 100 1k Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 15 Dec 2020 · 1 min read बैरी कोरोना! कितनो के घर बिखर गये, जाने कितने अपनो से दूर हुए। इस बैरी कोरोना के खातिर, हम सब कितने मजबूर हुए।। बन्द हुआ कहीं आना जाना, कहीं पक्का रिश्ता टूट... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 26 97 957 Share Previous Page 4