Posts "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 189 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read कोरोना कहर हर मंजर देखो शहर का कैसा हो रहा है शहर का शहर जैसे बंजर हो रहा है मिट्टी का आदमी मिट्टी में समा रहा है अकेले आया था जो अकेले... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 27 570 Share Saurabh Chaudhary 2 Jan 2021 · 1 min read धन्यवाद कोरोना "धन्यवाद कोरोना" दिन रात कमाने में बेआराम दौड़ रही थी ज़िन्दगी कि अचानक कोरोना आ गया..... इसके अदृश्य भयावह रूप से धरा पर हर जगह डर छा गया.. कोरोना से... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 25 461 Share Pawanesh Thakurathi 2 Jan 2021 · 1 min read करके जादू- टोना, भगाना है कोरोना सुनो पप्पू के भैया, सुनो प्यारे कन्हैया। सुनो रामू, श्यामू, दामू, सुनो रेखा, शीला, मोना। करके जादू- टोना, भगाना है कोरोना।। खान-पान का सबको, ध्यान है रखना, और सभी को... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 24 389 Share Sanjay Kumar 1 Jan 2021 · 1 min read ।। कोरोना का शहर ।। चीन के बुहान शहर से निकलती हुई करूण आवाज़ विश्व के कोने कोने में हो गया कोरोना आगाज़ ।।1।। फिर क्या था देखते-देखते गाँव गली मुहल्लो में दहशत फैली चारो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 40 515 Share Akib Javed 1 Jan 2021 · 1 min read कोरोना - इंसानियत को सबक मानवता को ही भूलकर मानव करता था सब काम सुबह से लेकर शाम तक नही था एक भी आराम प्रकृति का खूब दोहन करा वह धरा का किया नुकसान सोंच... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 24 337 Share Suvarna Partani 31 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का प्रकोप #गीता_छंद आज विपदा आ पड़ी है, मृत्यु का फैला जाल। त्रस्त सारे लोग अब हैं, काल ने पलटी चाल। बंध जाए साँस सारी,होय जीवन दुश्वार। दी प्रकृति ने आज शिक्षा,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 23 650 Share Dr. Harimohan Gupt 31 Dec 2020 · 1 min read कोरोना गीत देश वासियो, बहिन भाइयो, मोदी का ऐलान, आप मानिए, “अगर जान है तो ही रहे जहान”| भारत ही क्यों, सब देशों में घमासान है, कोरोना के कारण सब ही परेशान... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 26 540 Share पूनम झा 'प्रथमा' 30 Dec 2020 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन ...... आज ऐसे कैसे दिन हो गए, कि हम शब्द विहीन हो गए, समझाने के तरीके बदल गए, लापरवाह भी अब संभल गए, बच्चों को साथ रहना हम सिखाते... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 39 886 Share Garima Srivastava 30 Dec 2020 · 1 min read कोरॉना और लॉक्ड डॉउन इस लॉक्ड डाउन ने भी क्या कमाल कर दिया हर आदमी को अपने अंदर छुपे इंसान से मिला दिया। अमीर हो या हो गरीब आज सब एक से लगते है।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 29 861 Share Neelam Chaudhary 30 Dec 2020 · 1 min read *कोरोना की सकारात्मकता* कोरोना के डर ने जीवन का मूल्य समझा दिया ! भटके हुए इंसान को फिर से जीना सीखा दिया !! अपनों के साथ का भी इसने महत्व बतला दिया !... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 66 987 Share Vijay Kanaujiya 30 Dec 2020 · 1 min read चेहरा सहमा सा लगता है चेहरा सहमा सा लगता है ******************** प्रारूप आज संबंधों का बदला-बदला सा लगता है अब राह बदलकर चलते हैं चेहरा सहमा सा लगता है..।। अब सहज नहीं मिलना जुलना दिनचर्या... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 21 401 Share KAJAL CHOUDHARY 30 Dec 2020 · 1 min read कोरोना समय थमा, विकास थमा, सूक्ष्म वुहनी, कोरोना वायरस - प्रकोप से! बंदी- बेरोज़गारी- मौत - का बाज़ार बढ़ा! सरक्षा में भागते पैरों में छाले पड़े मौत के खौफ से कुछ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 59 757 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Dec 2020 · 1 min read !!*!! कोरोना मजबूत नहीं कमजोर है !!*!! कोरोना एक महामारी है, जान गया संसारा कोरोना से डरे तो, मिट जाए अस्तित्व हमारा कोरोना एक महामारी........... 【1】 कितनी महामारी आयें, कितनी जायेंं महामारी कोरोना से लड़ने की, सारे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 33 1k Share Pallavi Rani 30 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना"- सबक जीवन का "कोरोना "- सबक जीवन का ******** कोरोना का हुआ आगमन ; सकल विश्व में पसरा क्रंदन समय- चक्र ने क्या रूप धरा ! क्यूँ जहरीली हो गयी हवा !? हल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 65 863 Share Neha 29 Dec 2020 · 1 min read कोरोना आज स्तब्ध रह गया सकल विश्व छाया कैसा कहर है विषाणु का फैलता मकड़जाल मानवता पर बना काल है आधुनिकता की दौड़ में जीवन और मृत्यु से जूझ रहा हाय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 66 2k Share पं आलोक पाण्डेय 29 Dec 2020 · 1 min read संक्रमण का खण्डचक्र ! दिव्य सनातन पूर्ण पुरातन सभ्यता का दर्पण ! यह कैसा पुनरावर्तन - विपदा का नर्तन ! पृथ्वी पानी पवन प्रकाश ; सब दूषित कलुषित आकाश ! स्वारथ में परमारथ लूटे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 21 679 Share Avinash Tripathi 29 Dec 2020 · 1 min read कोरोना को नाकाम करो.... कुछ काम करो। कुछ काम करो, कुछ काम करो..... कोरोना को नाकाम करो, कुछ काम करो। जन जन का कल्याण करो, कुछ काम करो। कर्तव्यों का निर्वहन करो, कुछ काम करो। सुरक्षा के... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 20 557 Share Piyush Singh lodhi 29 Dec 2020 · 1 min read साथ मिलकर कोरोना को हराएगें साथ मिलकर कोरोना को हराएगें, हाथ किसी से नहीं मिलाएगें, घर से हम कहीं नहीं जाएगें, सबसे दो गज दूरी बनायेगें बार-बार अच्छे से हाथ धोएगें, सेनेंटाइज करके देश को... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 31 494 Share विक्रम कुमार 29 Dec 2020 · 1 min read हे ईश्वर इस जहां से कीजै , कोरोना को दूर हाहाकार हर ओर मचा है , हुए हैं सब मजबूर हे ईश्वर इस जहां से कीजै , कोरोना को दूर बंद पड़ा हर ओर यहां है , हुआ है क्षय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 50 570 Share विकास सैनी The Poet 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना #घर_पर_ही_रहना_होगा । _________________________ ना जाने कितनी विपदाये हम से लड़ने आएंगी । ना जाने कितनी विपदाये हम से होकर जाएंगी ॥ पर वर्तमान की जटिल है विपदा , इससे लड़ना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 25 372 Share Nidhi Srivastava 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का कहर ये उन दिनों की बात है जब ये जहाँ अपना था जिस घर से हम बोर हुए उस घर में रहना एक सपना था पंख पसारे खुली हवा में जब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 36 501 Share Sapna Arora 28 Dec 2020 · 1 min read ‘’कोरोना’’ एक ‘’सबक़’’ ??’’कोरोना’’ एक ‘’सबक’’?? कोरोना की कहानी..हम सब की ज़ुबानी! डर की चादर जो ओढ़ कर पहनी, हैरानी और परेशानी! कोरोना का सबक़ तो इतना, सिखा रहा कितना! रोग है तन... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 28 155 1k Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना -दोहे अगर कॅरोना हो गया,क्या होगा परिवार । हृदय निवेदन है प्रखर,कर लो आप विचार ।। क्यों आख़िर ताबूत में, ठोंक रहे हो कील। कोरोना ने कब प्रखर ,दिया तुम्हें ये... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 28 698 Share Pooja Singh 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना एक सीख अमर कोई नही इसका हमको पूरा ज्ञान था l पर हाँ अपनी हर एक बात पे हमको गुमान था l बंगला,गाड़ी ,जहाज से कम में हम कहाँ संतुष्ट थे ?... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 40 726 Share Arvind trivedi 27 Dec 2020 · 1 min read कोरोना नाव जीवन की डगमग बहे रात दिन, भय का सागर हमेशा डराता रहा। वेदना से ग्रसित देह देखीं सभी, आँसुओं को मगर क्यों छिपाता रहा ? हो रहा नित मुखर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 26 553 Share शिव प्रताप लोधी 27 Dec 2020 · 1 min read खुद के लिए जीना सीखा गया "कोरोना" आठों पहर खूब सोचा ज़माने भर के लिए, लेकिन खुद के बारे में कभी ना सोचा। हर किसी की ख्वाहिशें पूरी करने में खूब परिश्रम, खूब त्याग किया मगर, खुद... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 22 550 Share Talib Siddqui 27 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का क्या रोना,, कोरोना का क्या रोना,, कोरोना को है अब रोज रोना,, सब सिख गऐ इसकी होशयारी,, हाथ को बार बार धोना,, कोरोना ने जीतना तंग किया ,, अब उसको उतना ही... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 21 747 Share कुमार संदीप 27 Dec 2020 · 1 min read आए थे जहाँ से वहीं चले जाओ कोरोना! जब से हुआ है आगमन तुम्हारा तब से मच गई है हलचल जगत में तुमने लील लिया है कितनों का जीवन पता नहीं किस बात पर रुठ चुके हो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 22 534 Share Nishi Singh 27 Dec 2020 · 1 min read विराम क्यों? विराम क्यों? कहा था किसी फकीर ने होता नही कुछ भी यहां उसकी मर्जी के बिना चाहे ज़मी हो आसमाँ तो सवाल अब ये उठ रहा क्यों आज कल कहो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 53 66 2k Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Dec 2020 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी (कोरोना) मनहरण घनाक्षरी 01 कोरोना की महामारी ,नये युग की बीमारी पूरी दुनिया में फैली,गर्व मिटाने आई । वैज्ञानिक अहं भाव,बुद्धिवादी सभी दाव परेशान क्या इलाज,मिली नहीं दवाई । अहंकार हुआ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 27 835 Share surenderpal vaidya 27 Dec 2020 · 1 min read कोरोना को मात कोरोना को मात ~~ रोजी रोटी की तलाश में, दूर दूर तक जाते लोग। कष्ट सभी सहकर जी लेते, रूखी सूखी खाते लोग। रोग मुसीबत बनकर आया, घेर लिया सबको... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 23 804 Share Renu Bala 27 Dec 2020 · 1 min read नाम कोरोना, अज़ब व्याधि तन,मन,धन पुरुषार्थ कामुकता आधी. देखों भाई नाम कोरोना अज़ब व्याधि. तेज रफ़्तार से दौड़ती देखों ये जिंदगी, आपाधापी व्याप्त,जिंदगी कैसी बंदगी, थम सी गई है अकारण देखों पंथी, बाह्य आक्रमण... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 28 683 Share प्रभात पटेल 27 Dec 2020 · 1 min read कोरोना (गीत ) गीत सिरजो हौसलों के, गीतकारों! हौसला इस समय कम होने न पाए। चला ही आ रहा बढ़ता लीलने को जग समूचा - काल का यह रथ विनाशी नित... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 22 416 Share साहिल 27 Dec 2020 · 1 min read काल कोरोना काल कोरोना जब आया मानव मन में भय समाया, ज्ञानी- विज्ञानी परख न पाएं लगे जपने मास्क पहनें दूरी बनाएं, विश्व -विजय की हठ ठानी जैविक बम की गढ़ी कहानी,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 49 1k Share Siddhant Sonkar 26 Dec 2020 · 1 min read भइया हम कोरोना हैं भइया हम कोरोना हैं क्या हिन्दू? क्या मुस्लिम? आज संपूर्ण विश्व के लिए एक मात्र रोना हैं। काहें की भइया हम कोरोना हैं। आप सब एक हो जाओ जितना ज्यादा... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 57 647 Share Rita Singh 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने पैर पसारे कोरोना ने पैर पसारे , घर में रहना मुन्ना प्यारे दादी दादा संग खेलना , खेल नये पुराने न्यारे ।। योग ध्यान से जीवन जीना , डाल हल्दी दूध है... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 31 836 Share Ruchika Rai 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का नही रोना मुश्किल बड़ी थी,जंग हमने लड़ी थी, शत्रु अनदेखा ,मुसीबत आन पड़ी थी, फिर भी दिखाई सबने बड़ी हिम्मत, संकट की वो दुरूह वाली घड़ी थी। प्रकृति के साथ खिलवाड़ का... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 42 53 1k Share Dr P K Shukla 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना के रोने को क्या रोना कोरोना के रोने को क्या रोना , ज़रा इसको समझ लेना । जहाँ में जब जो होना है , जो होना है सो है होना । धरे सब नोट रह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 78 157 4k Share Kavi Kapil Khandelwal 'Kalash' 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना काल कोरोना काल कुछ आराम करना सीख गये कुछ काम करना सीख गये कुछ पैदल चलना सीख गये कुछ पैसे बचाना सीख गये कुछ पैसे उड़ाना सीख गये कुछ खाना बनाना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 32 987 Share निहाल छीपा 26 Dec 2020 · 1 min read शीर्षक - कोरोना विषाणु का आतंक शीर्षक - कोरोना विषाणु का आतंक दुनिया भर में फैल रहा कोरोना विषाणु का आतंक संचरित होकर कर रहा मानव जाति का अन्त दुनिया भर के वैज्ञानिक खोज रहे वैक्सीन... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 45 545 Share लक्की सिंह चौहान 25 Dec 2020 · 1 min read कोरोना काल का रुप जिस के दंश को झेल रहे है, बड़े बड़े देश सारे, काल के इस भयंकर रुप से, कौन हमे उबारे गुरुवर, यह काल की कैसी विशाल परछाई है, जो कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 22 832 Share Abha Saxena Doonwi 25 Dec 2020 · 1 min read बहुत दिन हो गए हैं तुझ से मिल के ग़ज़ल बहुत दिन हो गए हैं तुझ से मिल के! बता कैसे मैं पूछूँ हाल दिल के!! वबा की ये हवा कैसी चली है! खुशी आई नहीं है कोई खिल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 36 556 Share Manu Vashistha 25 Dec 2020 · 1 min read यूं ही नहीं कहलाते चिकित्सक/ भगवान ✍️सभी चिकित्सकों को समर्पित ? यूं ही नहीं कहलाते चिकित्सक/ भगवान ?????? अपनी रातों की नींद छोड़ दूसरों के ख्वाब सजाते हैं भूख प्यास सब छोड़ सेहत दरकिनार कर जाते... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 38 636 Share Krishna Srivastava 25 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना" काव्य प्रतियोगिता जय माँ शारदे विधा-दोहा छंद कोरोना का वायरस,विस्तृत जग में आज। सावधानियां ही मनुज,सबसे बड़ा इलाज।। हाथ धोइए आप तो,साबुन से दस बार। तुलसी,नीम ,इलायची,है इसका उपचार।। फ़ास्ट फूड से... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 49 137 1k Share Balram Tripathi 25 Dec 2020 · 1 min read कोरोना वायरस कोरोना वायरस महामारी है आई, देश पर विपदा की घड़ी लाई, लोगों के घरों में मासूमी सी है छाई, रोजगार पर सबके इसने रोक है लगाई, इसके कारण कई मासूमों... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 43 652 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 25 Dec 2020 · 1 min read कोरोना माई भक्तों की दुनिया में लोगों एक नई माता आई। सभी जनों के संकट हरने प्रकट हुई है सुखदाई। छुटकारा देने आई है कोरोना महामारी से - भक्तों ने ही नाम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 25 614 Share Roshan Jha 25 Dec 2020 · 1 min read कोरोना मैं मौन हूँ , अनभिज्ञ नहीं कोरोना काव्य प्रतियोगिता हेतु :- शीर्षक :- कोरोना मैं मौन हूँ , अनभिज्ञ नहीं ! मौन हूँ , तो मैं अनजान नहीं , चुप हूँ, तो क्या मेरा पहचान नहीं... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 34 644 Share Annujain Jain 24 Dec 2020 · 1 min read बर्बादी की कहानी सब करके बर्बाद छीन के निवाला मुंह से प्रगति को बदल अवनीति में सब तबाह किया लाखों बने काल का ग्रास ऐसा कारनामा किया बना कर ऐसा वायरस सबका सत्यानास... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 18 476 Share roopesh srivastava kafir 24 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ॥कोरोना॥ जीवन चल रहा था अपनी रफ़्तार से, धरती कराह रही थी दोहन की मार से, पशु-पक्षी भयभीत थे आदमियों के भरमार से, अब तो बस उम्मीद बची थी परवरदिगार... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 50 560 Share अमरेश मिश्र 'सरल' 24 Dec 2020 · 1 min read कोरोना चीनी यही कोरोना लाया ,सबको बहुत सताया विश्व घबरा गया है , विश्व घबरा गया है धमकाए ये तो कभी, कभी बड़बड़ाये बड़ी तेज से भारत इन्हें समझाए ,शांति संदेशे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 117 305 2k Share Previous Page 2 Next