अतिसुंदर। मैने आपको वोट दिया है। आप भी मेरी रचना “कोरोना(ग़ज़ल)” पढ़ें और मुझे अपना बहुमूल्य वोट दे कर अनुगृहीत करें। धन्यवाद।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपको मेरा वोट स्वीकार हो।।
:- पाण्डेय चिदानन्द “चिद्रूप”
+917525099399?
बहुत खूब सर हमारी कविता को भी अपना मत दे।
हमारी कविता को भी अपना मत दे।
बहुत सुन्दर रचना, मैंने आपको वोट कर दिया है | मेरी शुभकामनाएँ ?? मेरी रचना “कोरोना चालीसा” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
सरकार इतना शर्मिंदा ना करो ,हमने आपकी कविता को लोकतान्त्रिक प्रणाली से मिले अधिकार के अनुरूप वोट कर चुके हैं । आप लोग बगैर सारणी देखे दूसरे पर आक्षेप लगा देते है शायद यही एक कारण हो सकता है कि भारतीय संविधान में गुप्त मतदान की व्यवस्था की अन्यथा आप से चंचल स्वाभाव के नागरिक अब तक भारत की जनसंख्या आधी कर चुके होते ।
आप कमेंट बॉक्स में भी देखें मैंने वोट देने बाले दिन आपको लिखा भी था ।
आद. मैंने वोट कर दिया है परन्तु आपका वोट हमें मिला नहीं
मैंने भी आपको वोट कर दिया है
I voted ur poem…
उत्तम
Very nice
Voted
मेरा २७वाँ वोट स्वीकारें।
शानदार सृजन सर
अति उत्तम रचना मैने भी आपको वोट कर दिया है मुझे वोट देने का धन्यवाद !
voted!
उत्तम रचना!
बहुत सुंदर, हमारी कविता को अपना मत दीजिए