मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपको मेरा वोट स्वीकार हो।।
:- पाण्डेय चिदानन्द “चिद्रूप”
+917525099399?
अच्छी रचना है। मैंने आपको वोट कर दिया है। कृपया आप भी मेरी रचना “कोरोना के दौर में ” पढ़ें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहीत करें। धन्यवाद।
Pls give me vote
I have voted,
सुंदर संदेश पूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !
आपकी प्रस्तुति को वोट कर दिया है। कृपया मेरी प्रस्तुति “अहद “का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें !
हार्दिक आभार आदरणीय। आपकी सुन्दर प्रस्तुति को मेरा पूर्ण समर्थन।
बहोत खूब जी….?
आपके इस जादुई लेखनी को मेरा अंतस हृदय से नमन साथ ही साथ आपको आंग्ल नववर्ष की हार्दीक शुभकामनाऐं ।।
कृपया आपका भी आशिष मुझे मेरे “सहित्यपिडिया काव्य प्रतियोगिता” में शामिल “बैरी कोरोना!” नामक रचना को मिल जाये तो मैं कृतार्थ होऊँ ।। ?
आपका हृदय से आभार, बहुत सुन्दर प्रस्तुति। मैंने अपना वोट आपको दे दिया है।
सूंदर रचना । नववर्ष की शुभकामनाओं सहित मैंने आपको वोट दिया । कृपया मेरी कविता ” कोरोना के रोने को क्या रोना को अवलोकन करने की कृपा करे ।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं।
सुंदर रचना। मेरा वोट ग्रहण करें। मेरी कविता “कोरोना (ग़ज़ल)” पढ़ें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहीत करें।
क्या कहना है आपका, शब्द कहे है तोल।
कोरोना पर आपकी, रचना है अनमोल !!
महो० मैंने आपकी अनुपम रचना को वोट दिया। मेरी रचना का भी अवलोकन करके अपना अमूल्य मत प्रदान करें। @दिनेश
उत्तम रचना सुरेन्द्रपाल वैद्य जी! मैने आपको अपना वोट दे दिया अब आप भी कृपया मेरी कविता “कोरोना दोहा नवमी” को अपना वोट रूपी आशीर्वाद देने की कृपा करें
अभिनव मिश्र
अभिनव मिश्र”अदम्य
Dec 28, 2020 08:52 PM
आपसे अनुरोध है कि आप मेरी रचना(” कोरोना इक वायरस )का अवलोकन करके, अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें. ??
धन्यवाद सर!
सुंदर रचना के लिए वोट स्वीकार करें।
मेरी कविता ईश्वर पढ़ें और वोट रूपी आशीर्वाद दें?
वाह सर !! बहुत ही खूबसूरत रचना !!
मैंने आपकी मनोहर रचना को वोट दे दिया है। ?
मेरी रचना ” कोरोना किसी को हो ना ” का अवलोकन करने की कृपा करें। अगर उचित समझते हैं तो वोट कर कृतार्थ करें। आभार ??
सुंदर प्रस्तुति ।
कृपया मेरी रचना
कोरोना के रोने को क्या रोना
का अवलोकन करें
बहुत सुंदर सर, मैंने वोट कर दिया है आप मेरी रचना को बोट कर अनुग्रहीत करें मेरी रचना है पत्नी ने दी पति चिता को मुखाग्नि।
सुन्दर कविता वैध जी ? मेरी कविता “कोरोना बनाम क्यों रोना” का अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
अनुपम प्रस्तुति, सुरेन्द्र पाल जी..! मैंने आपको वोट कर दिया है। ( 39 )आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना ” पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार..!???