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30 Dec 2020 · 1 min read

कोरोना

समय थमा,
विकास थमा,
सूक्ष्म वुहनी,
कोरोना वायरस –
प्रकोप से!
बंदी-
बेरोज़गारी-
मौत –
का बाज़ार बढ़ा!
सरक्षा में भागते
पैरों में छाले पड़े
मौत के खौफ से
कुछ बर्बाद
कुछ मालदार बने!
लॉकडॉउन हुआ-
घर जेल हुए
दूरियां बढ़ी!
जल,थल,आकाश
किन्तु स्वच्छ हुए
परिंदे चौपाई
प्रसन्न हुए!

(काजल चौधरी)
“कानपुर नगर,
उत्तर प्रदेश”

19 Likes · 59 Comments · 707 Views
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