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Comments (32)

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मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपको मेरा वोट स्वीकार हो।।
:- पाण्डेय चिदानन्द “चिद्रूप”
+917525099399?

कवि कपिल महोदय सुंदर प्रस्तुतिकरण। मेरी कविता कोरोना भी अवलोकित कर वोट करें। मैं भी आपको शीघ्र वोट करूंगा। धन्यवाद।

12 Jan 2021 07:50 PM

कृपया मेरी रचना का भी अवलोकन करे और मुझे भी अपना बहुमूलय वोट देने की कृपा करे | मैंने आपको वोट दे दिया है वोट संख्या ४० है

अच्छी रचना है। मैंने आपको वोट कर दिया है। कृपया आप भी मेरी रचना “कोरोना के दौर में ” पढ़ें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहीत करें। धन्यवाद।

श्री खंडेलवाल जी नमस्कार आपने बहुत ही सुंदर रचना लिखी है। मानो उस पर आपने कोटा स्टोन लगाकर और सुंदर कर दिया है कृपया आप मेरी वोट का भी अवलोकन करें और वोट देने की कृपा करें मैं भी आपको अवश्य वोट दूंगा

मैने आपकी रचना को अपना वोट दिया कृपया आप भी मेरी कविता का अवलोकन कीजिए

बहुत सुंदर…?? मैंने आपकी रचना को वोट कर दिया है… आप भी “साथ मिलकर कोरोना को हराएगें” को वोट दें…

4 Jan 2021 04:07 PM

मैंने आपकी रचना को वोट कर दिया है आप भी मुझे वोट करने की कृपा करें

कृपया मेरी प्रविष्टि “अहद ” का अवलोकन कर वोट करने का कष्ट करें !
मैंने आपकी प्रविष्टि को वोट कर दिया है।

आपकी रचना बहुत ही प्रशंसा के काबिल है ! मेरा वोट स्वीकार करे . कृपया अपना मूल्यवान वक़्त दे कर मेरी रचना ” सुन कोरोना ” के प्रति प्रतिक्रिया दे . आपका बहुत बहुत आभार होगा .

बहोत खूब जी….?
आपके इस जादुई लेखनी को मेरा अंतस हृदय से नमन साथ ही साथ आपको आंग्ल नववर्ष की हार्दीक शुभकामनाऐं ।।
कृपया आपका भी आशिष मुझे मेरे “सहित्यपिडिया काव्य प्रतियोगिता” में शामिल “बैरी कोरोना!” नामक रचना को मिल जाये तो मैं कृतार्थ होऊँ ।। ?

30 Dec 2020 05:23 PM

Very nice poem

30 Dec 2020 04:32 PM

अति सुंदर

30 Dec 2020 04:30 PM

Nice

29 Dec 2020 10:07 PM

सुंदर रचना। मेरा वोट ग्रहण करें। मेरी कविता “कोरोना (ग़ज़ल)” पढ़ें और सपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहीत करें।

29 Dec 2020 08:28 PM

बहुत सुन्दर कविता कवि कपिल जी शुभकामनाएं ?
कृप्या मेरी कविता “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित कीजिए ?

बहुत सुंदर। कृपया मेरी कविता का भी अवलोकन करें। धन्यवाद।

29 Dec 2020 10:03 AM

अति सुंदर रचना
कवि कपिल खण्डेलवाल

अद्भुत रचना है कलश जी.!. मैंने आपको वोट कर दिया है(26)। आपसे अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना” को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना” ,जो कि कोरोना पर काव्य प्रतियोगिता मेँ शामिल है,का भी अवलोकन करें और यदि उचित लगे तो अपना अमूल्य मत प्रदान कर अनुग्रहीत करें। ? साभार..!

28 Dec 2020 11:03 PM

सीखने सिखाने के साथ एक आईना भी दिखा गया…
कम और सिमित चीजों से जीवन व्यापन करना सीखा गया..
शादियों में कितनी फिजूल खर्ची करते है सभी दिखावे के लिए..
कितने ही पिता को इस कर्ज रूपी राक्षस से बचा लिया!

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