Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2023 · 1 min read

2515.पूर्णिका

2515.पूर्णिका
🌹सोच रखते तरक्की के लिए 🌹2122 22 212
सोच रखते तरक्की के लिए ।
भटकते हैं तरक्की के लिए ।।
सच खुशी ही आधार है ।
राह आसां तरक्की के लिए ।।
किस्मत के भी दरवाज़ा खुले ।
मेहनत कर तरक्की के लिए ।।
भीख ना मिलते जो मांगते।
कौन समझे तरक्की के लिए ।।
जग भलाई में खेदू लगे ।
नेक कदमें तरक्की के लिए ।।
……✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-9-2023शुक्रवार

185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Today i am thinker
Today i am thinker
Ms.Ankit Halke jha
पिता बनाम बाप
पिता बनाम बाप
Sandeep Pande
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
बेटियां ?
बेटियां ?
Dr.Pratibha Prakash
भोजपुरीया Rap (2)
भोजपुरीया Rap (2)
Nishant prakhar
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
Ranjeet kumar patre
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
Suryakant Dwivedi
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है " रवि " समय की रफ्तार मेँ हर कोई गिरफ्तार है
Sahil Ahmad
उफ़ ये बेटियाँ
उफ़ ये बेटियाँ
SHAMA PARVEEN
बापू
बापू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"कलम की ताकत"
Dr. Kishan tandon kranti
छत्तीसगढ़ी हाइकु
छत्तीसगढ़ी हाइकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
मिसाल (कविता)
मिसाल (कविता)
Kanchan Khanna
ईश्वर है
ईश्वर है
साहिल
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
#नैमिषारण्य_यात्रा
#नैमिषारण्य_यात्रा
Ravi Prakash
2850.*पूर्णिका*
2850.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-367💐
💐प्रेम कौतुक-367💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ चाची 42प का उस्ताद।
■ चाची 42प का उस्ताद।
*Author प्रणय प्रभात*
यहाँ पर सब की
यहाँ पर सब की
Dr fauzia Naseem shad
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
Loading...