Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2023 · 1 min read

छत्तीसगढ़ी हाइकु

छत्तीसगढ़ी हाइकु

1.
घर मा रहौ
कोरोना ले बाँचव
झन किंदरौ।
***
2.
कहीं भी जावो
सेनिटेशन अऊ
मास्क लगावो।
***
3.
जरूरीच हे
तब्हो बाहर जावो
जान बचावो।
***
4.
हमर गाँव
सबले हे बढ़िया
शहर छीः छीः।
***
5.
रूख के छाँव
कतका ठंडा होथे
कूलर छूछा।
***
6.
गाँधी के देस
दारू होगिस सस्ता
पानी महंगा।
***
7.
चुप रइबे
कछू झन कइबे
कर दिखाबे।
डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर (छ.ग.)

1 Like · 119 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
मुहब्बत हुयी थी
मुहब्बत हुयी थी
shabina. Naaz
मैं हर इक चीज़ फानी लिख रहा हूं
मैं हर इक चीज़ फानी लिख रहा हूं
शाह फैसल मुजफ्फराबादी
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Destiny's epic style.
Destiny's epic style.
Manisha Manjari
खोया हुआ वक़्त
खोया हुआ वक़्त
Sidhartha Mishra
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
मेरे भईया
मेरे भईया
Dr fauzia Naseem shad
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
आर एस आघात
श्रम साधिका
श्रम साधिका
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है
अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है
'अशांत' शेखर
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
जय जगदम्बे जय माँ काली
जय जगदम्बे जय माँ काली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
पूर्वार्थ
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
3282.*पूर्णिका*
3282.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सोचता हूँ  ऐ ज़िन्दगी  तुझको
सोचता हूँ ऐ ज़िन्दगी तुझको
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
यही वह सोचकर हमको, कभी वनवास देता है(मुक्तक)
यही वह सोचकर हमको, कभी वनवास देता है(मुक्तक)
Ravi Prakash
हाँ मैं किन्नर हूँ…
हाँ मैं किन्नर हूँ…
Anand Kumar
जिगर धरती का रखना
जिगर धरती का रखना
Kshma Urmila
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
मणिपुर कौन बचाए..??
मणिपुर कौन बचाए..??
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शैक्षिक विकास
शैक्षिक विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...