Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2024 · 1 min read

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

➖➖➖➖➖➖➖✔️
इच्छाओं के रहते यदि प्राण चले जाएं तो वह हुई मृत्यु…!
और प्राणों के रहते इच्छाएं चली जाएं तो वह हुई मुक्ति..!!
➖➖➖➖➖➖➖✔️

106 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
करन ''केसरा''
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
Shweta Soni
मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता।
मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
नए मुहावरे में बुरी औरत / MUSAFIR BAITHA
नए मुहावरे में बुरी औरत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
Subhash Singhai
💐प्रेम कौतुक-346💐
💐प्रेम कौतुक-346💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कहाँ लिखता है
कहाँ लिखता है
Mahendra Narayan
कान में रुई डाले
कान में रुई डाले
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
चूड़ियाँ
चूड़ियाँ
लक्ष्मी सिंह
विचार
विचार
Jyoti Khari
आ गए चुनाव
आ गए चुनाव
Sandeep Pande
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
AVINASH (Avi...) MEHRA
*न्याय-व्यवस्था : आठ दोहे*
*न्याय-व्यवस्था : आठ दोहे*
Ravi Prakash
"कहाँ छुपोगे?"
Dr. Kishan tandon kranti
Kagaj ki nav ban gyi mai
Kagaj ki nav ban gyi mai
Sakshi Tripathi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
Shashi kala vyas
(आखिर कौन हूं मैं )
(आखिर कौन हूं मैं )
Sonia Yadav
तुम याद आ रहे हो।
तुम याद आ रहे हो।
Taj Mohammad
कांधा होता हूं
कांधा होता हूं
Dheerja Sharma
नारी
नारी
नन्दलाल सुथार "राही"
भार्या
भार्या
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"चाँद को शिकायत" संकलित
Radhakishan R. Mundhra
"द्रोह और विद्रोह"
*Author प्रणय प्रभात*
खेत रोता है
खेत रोता है
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Loading...