हिंदी हमारी मातृभाषा —
हिंदी हमारी मातृभाषा–
काव्य सृजन–
भारत की मातृभाषा हिंदी है।
माँ शारदे की वाणी हिंदी है।
साहित्य का सौरभ हिंदी है।
भारत का गौरव हिंदी है।
सप्तसिंधु विशाल हिंदी है।
भारत का भाल हिंदी है।
जन-मन की आस हिंदी है।
हृदयों में उल्लास हिंदी है।
देवों का तर्पण हिंदी है।
मन का दर्पण हिंदी है।
कलम का सृजन हिंदी है।
मेघों का गर्जन हिंदी है।
माटी का शौर्य हिंदी है।
चाणक्य का मौर्य हिंदी है।
तुलसी का मानस हिंदी है।
पहचान हमारी हिंदी है।
मीरा की आराधना हिंदी है।
राधा की साधना हिंदी है।
कबीर का ज्ञान हिंदी है।
रसखान का मान हिंदी है।
निराला का साहित्य हिन्दी है।
महादेवी का कृतित्व हिंदी है।
प्रसाद का कामायनी हिंदी है
पुरातन साहित्य में हिंदी है।
आधुनिक युग में हिंदी है।
स्वर्ण युग महाकाल हिंदी है।
कलम की धार हिंदी है।
शब्दों की मार हिंदी है।
वीरों की बोली हिंदी है।
मीठी लोरी हिंदी है।
पूजा की रोली हिंदी है।
हँसी ठिठोली हिंदी है।
भारत की रग-रग हिंदी है।
मन-प्राण में बसी हिंदी है।
✍️ सीमा गर्ग मंजरी
मौलिक सृजन
मेरठ कैंट उत्तर प्रदेश।