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29 Jan 2017 · 1 min read

हाइकु बसंत

प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
हाइकु : बसंत
———-
01.
बसंत आया
हल्की सी सिहरन
आम बौराया ।
☆☆☆
02.
फूले पलाश
बासन्ती गीत गाये
अमलतास ।
☆☆☆
03.
कूक व धूप
दिशाएँ इठलातीं
बसंत रुप ।
☆☆☆
04.
बसंत रुप
जीवन यौवन में
प्रचण्ड धूप ।
☆☆☆
05.
बसंती धूप
पलाश के वन में
गयी है रुक ।
☆☆☆

□ प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
मो.नं. 7828104111

Language: Hindi
226 Views
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