“सुनहरा दौर”
“सुनहरा दौर”
कभी चोर सिपाही की चिट बनाते
पढ़ाई रोक दोस्ती यारी प्रीत निभाते
कभी घोड़े बनते, कभी हाथी बनते
कभी दुश्मन तो कभी साथी बनते।
“सुनहरा दौर”
कभी चोर सिपाही की चिट बनाते
पढ़ाई रोक दोस्ती यारी प्रीत निभाते
कभी घोड़े बनते, कभी हाथी बनते
कभी दुश्मन तो कभी साथी बनते।