सरस्वती बुआ जी की याद में
सरस्वती बुआ जी की याद में
(1)
नगर रामपुर – रामनगर का, मान बढ़ातीं सदा
बुआ
अंतिम क्षण तक कथा भागवत, सुनने जातीं
सदा बुआ
(2)
रिश्ते- नाते अपनेपन को, खूब निभातीं सदा
बुआ
जान छिड़कतीं सब पर सबको, गले लगातीं
सदा बुआ
(3)
कर्मशील थीं-श्रम करने से, कभी नहीं घबराईं
सारे घर में सब को श्रम का, पाठ पढ़ातीं सदा
बुआ
(4)
दीर्घ आयु का राज यही था, उनका खुश
रहती थीं
सरल ह्रदय में सौ गुण बसते, यही सिखातीं
सदा बुआ
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रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश )
दिनांक 7 जनवरी 2019 सोमवार