Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2024 · 1 min read

” समीक्षा “

” समीक्षा ”
न किसी से अपेक्षा
न किसी की उपेक्षा,
सफल जीवन हेतु
करें स्वयं की समीक्षा।

1 Like · 1 Comment · 18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
"मौन"
Dr. Kishan tandon kranti
जनता हर पल बेचैन
जनता हर पल बेचैन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
Khaimsingh Saini
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
आज नए रंगों से तूने घर अपना सजाया है।
आज नए रंगों से तूने घर अपना सजाया है।
Manisha Manjari
मैं
मैं
Vivek saswat Shukla
आज हैं कल हम ना होंगे
आज हैं कल हम ना होंगे
DrLakshman Jha Parimal
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
शेखर सिंह
तेरा ही हाथ है कोटा, मेरे जीवन की सफलता के पीछे
तेरा ही हाथ है कोटा, मेरे जीवन की सफलता के पीछे
gurudeenverma198
Safar : Classmates to Soulmates
Safar : Classmates to Soulmates
Prathmesh Yelne
विचार, संस्कार और रस-4
विचार, संस्कार और रस-4
कवि रमेशराज
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
Just try
Just try
पूर्वार्थ
तारीफ....... तुम्हारी
तारीफ....... तुम्हारी
Neeraj Agarwal
3000.*पूर्णिका*
3000.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
Dr MusafiR BaithA
युवा हृदय सम्राट : स्वामी विवेकानंद
युवा हृदय सम्राट : स्वामी विवेकानंद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ भगवान के लिए, ख़ुदा के वास्ते।।
■ भगवान के लिए, ख़ुदा के वास्ते।।
*प्रणय प्रभात*
"क्या लिखूं क्या लिखूं"
Yogendra Chaturwedi
वृक्ष पुकार
वृक्ष पुकार
संजय कुमार संजू
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
Manju sagar
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
जानता हूं
जानता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ज़िदगी के फ़लसफ़े
ज़िदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ ,
मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ ,
Pooja Singh
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Loading...