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14 Feb 2024 · 1 min read

माँ दे – दे वरदान ।

माँ दे – दे वरदान।

मिट जाए अज्ञान, ज्ञान दे
सद्गुण, शौर्य, शील दान दे,
कर जग का कल्याण ।
माँ दे – दे वरदान।

विद्या- धन भूषित भव सारा
तिमिर-तोम हर, कर उजियारा,
कर दे पुलकित प्राण
माँ दे – दे वरदान।

निर्मल उर-मन,सुखकर वाणी
चरण नेक-पथ जग -कल्याणी
कर सहर्ष उत्थान
माँ दे – दे वरदान।

शुभ्र, सुशोभित नित वीणा कर
मृदुल-तान भर सकल चराचर,
अर्चा, नियमित ध्यान
माँ दे – दे वरदान ।

अनिल मिश्र प्रहरी ।

Language: Hindi
64 Views
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