Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2023 · 1 min read

“मित्रता”

हास्य है, हर पल, मगर, गरिमामयी, व्यवहार है,
मित्रता, अनमोल, अद्भुत, अमिट, इक सँसार है।

दिल दुखाने, दर्प करने, का भला औचित्य क्या,
मित्र सँग, कँटक भी, पुष्पोँ का लगे, आगार है।

मित्र का दुख देख,द्रवित हुआ हृदय क्यों,मित्र का,
क्यों बही, बरबस, बता, नयनों से यह जलधार है।

विहग वृन्द, विभोर, कर कलरव, कथानक रच रहे,
मित्रता निश्छल, नहीं होता यहाँ, व्यापार है।

सरसता, समभाव सँग सहचार सुरभित हो सदा,
ना किसी की जीत इसमें, ना ही होती, हार है।

वार्ता की भी भले, भरसक लगे, दरकार है,
मौन की भी समझ लेकिन, मित्रता का सार है।

पल्लवित, पुष्पित, प्रखरता से होँ प्रतिभाएँ सभी,
मित्र, यह कविता नहीं, कवि का प्रबल उद्गार है।

होँ क्षमा त्रुटियां सभी, सादर, सकल “आशा” यही,
उर से सब मित्रों का हरगिज़, कोटिशः आभार है..!

##————-##————-##————–

2 Likes · 2 Comments · 146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
2977.*पूर्णिका*
2977.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ज़िंदगी मो'तबर
ज़िंदगी मो'तबर
Dr fauzia Naseem shad
अस्तित्व की पहचान
अस्तित्व की पहचान
Kanchan Khanna
THOUGHT
THOUGHT
Jyoti Khari
उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना
उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना
gurudeenverma198
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
manjula chauhan
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*करिश्मा एक कुदरत का है, जो बरसात होती है (मुक्तक)*
*करिश्मा एक कुदरत का है, जो बरसात होती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
सिद्धार्थ गोरखपुरी
समय यात्रा संभावना -एक विचार
समय यात्रा संभावना -एक विचार
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
करवाचौथ
करवाचौथ
Satish Srijan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेटियाँ
बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
Dushyant Kumar
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
जगदीश शर्मा सहज
■ प्रभात वन्दन
■ प्रभात वन्दन
*Author प्रणय प्रभात*
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
goutam shaw
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
उफ़ ये अदा
उफ़ ये अदा
Surinder blackpen
परोपकारी धर्म
परोपकारी धर्म
Shekhar Chandra Mitra
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
कठिन परीक्षा
कठिन परीक्षा
surenderpal vaidya
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
जय लगन कुमार हैप्पी
💐प्रेम कौतुक-229💐
💐प्रेम कौतुक-229💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...