Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2023 · 1 min read

*क्रोध की गाज*

… क्रोध की गाज….
आसमान से गिरती गाज़,
और धरा को सहना पड़ता,
क्रोध, हे मानव ! ऐसा होता,
करते जब भी क्रोध तुम,
खो आपे से हो कर के बहार,
औरो को दर्द सहना पड़ता,
खुद भी होत जाते हो शिकार,
हाथ जलते तुम्हारे भी,
गर्म कोयले को रखते अपने हाथ,
पहुँचता है केवल घात,
मानव करता अपना ही नुकसान,
पछतावा ही अंत हाथ लगता,
बात समझ मे आता तब,
क्रोध छोड़ कर जाता जब।

Language: Hindi
1 Like · 430 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
तेरा ही नाम ले लेकर रोज़ इबादत करती हूँ,
तेरा ही नाम ले लेकर रोज़ इबादत करती हूँ,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
खूबसूरत, वो अहसास है,
खूबसूरत, वो अहसास है,
Dhriti Mishra
फागुन का महीना आया
फागुन का महीना आया
Dr Manju Saini
कमाण्डो
कमाण्डो
Dr. Kishan tandon kranti
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
■ शुभागमन गणराज 💐
■ शुभागमन गणराज 💐
*Author प्रणय प्रभात*
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
ruby kumari
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
Umender kumar
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
कड़वी  बोली बोल के
कड़वी बोली बोल के
Paras Nath Jha
काश यह मन एक अबाबील होता
काश यह मन एक अबाबील होता
Atul "Krishn"
3057.*पूर्णिका*
3057.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
After becoming a friend, if you do not even talk or write tw
After becoming a friend, if you do not even talk or write tw
DrLakshman Jha Parimal
जीवन के बसंत
जीवन के बसंत
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अगर प्रेम है
अगर प्रेम है
हिमांशु Kulshrestha
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
क्यों मुश्किलों का
क्यों मुश्किलों का
Dr fauzia Naseem shad
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
Ravi Prakash
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
पूर्वार्थ
एक काफ़िर की दुआ
एक काफ़िर की दुआ
Shekhar Chandra Mitra
Loading...