Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jul 2022 · 1 min read

सजा मुस्कराने की क्या होगी – डी के निवातिया

सजा मुस्कराने की क्या होगी,
बता रजा ज़माने की क्या होगी,
अगर मैं रो भी लूँ कुछ देर तक,
तुझे वजह बताने की क्या होगी !!
!
डी के निवातिया

221 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
goutam shaw
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ओ मेरी जान
ओ मेरी जान
gurudeenverma198
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जिंदगी की राह आसान नहीं थी....
जिंदगी की राह आसान नहीं थी....
Ashish shukla
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
अभिनय से लूटी वाहवाही
अभिनय से लूटी वाहवाही
Nasib Sabharwal
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
Rj Anand Prajapati
आ जाओ घर साजना
आ जाओ घर साजना
लक्ष्मी सिंह
याद रहेगा यह दौर मुझको
याद रहेगा यह दौर मुझको
Ranjeet kumar patre
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
Shyam Sundar Subramanian
तेरे जवाब का इंतज़ार
तेरे जवाब का इंतज़ार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां।
दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां।
सत्य कुमार प्रेमी
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
2902.*पूर्णिका*
2902.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
****तन्हाई मार गई****
****तन्हाई मार गई****
Kavita Chouhan
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नीर
नीर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सेहत या स्वाद
सेहत या स्वाद
विजय कुमार अग्रवाल
मूहूर्त
मूहूर्त
Neeraj Agarwal
मन से हरो दर्प औ अभिमान
मन से हरो दर्प औ अभिमान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
रिश्तों में वक्त नहीं है
रिश्तों में वक्त नहीं है
पूर्वार्थ
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
कृष्णकांत गुर्जर
बन के आंसू
बन के आंसू
Dr fauzia Naseem shad
सागर
सागर
नूरफातिमा खातून नूरी
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"तकरार"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...