Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

शिव: एक विश्वास

शिव: एक विश्वास
// दिनेश एल० “जैहिंद”

तुझ पे भरोसा है तुझ पे आस है |
तू कहीं-न-कहीं सब की साँस है ||
तू ही पाताल है तू ही आकाश है |
तू कहीं-न-कहीं सबका प्रयास है ||

तू ही नीलकंठ है तू ही स्वरकंठ है |
तू ही प्रारंभ है तो तू ही प्रलयंत है ||
तू ही नेत्रदाता है तू ही रश्मिपुंज है |
तू ही स्वरदाता है तू ही शब्दपुंज है ||

हम नहीं साँस भर सकते लाश में |
जूही को बदल न सकते प्लाश में ||
रंग न सकते मातम को उल्लास में |
अँधेरे को ढाल न सकते प्रकाश में ||

साँस है तो बस आस है, विश्वास है |
तेरे बिन हर जगह हम तो हताश हैं ||
तू मेरा विश्वास है तेरी ही तलाश है |
तेरे बिन दिल मेरा ये अब उदास है ||

क्यों हम इतने जगत में असमर्थ हैं ?
क्यों दुनिया सब तेरे बिना अनर्थ है ?
क्यों नहीं हम कर्म से यहाँ समर्थ हैं ?
क्यों हमारे किये काम सारे व्यर्थ हैं ??

============
दिनेश एल० “जैहिंद”
31. 05. 2019

Language: Hindi
1 Like · 244 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जातिवाद का खण्डन*
*जातिवाद का खण्डन*
Dushyant Kumar
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
Umender kumar
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
यह कौनसा आया अब नया दौर है
यह कौनसा आया अब नया दौर है
gurudeenverma198
बातों का तो मत पूछो
बातों का तो मत पूछो
Rashmi Ranjan
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
Jyoti Khari
हार
हार
पूर्वार्थ
#जी_का_जंजाल
#जी_का_जंजाल
*Author प्रणय प्रभात*
बच्चे
बच्चे
Shivkumar Bilagrami
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
Minakshi
मित्र बनने के उपरान्त यदि गुफ्तगू तक ना किया और ना दो शब्द ल
मित्र बनने के उपरान्त यदि गुफ्तगू तक ना किया और ना दो शब्द ल
DrLakshman Jha Parimal
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
कितने दिन कितनी राते गुजर जाती है..
कितने दिन कितनी राते गुजर जाती है..
shabina. Naaz
मर्द का दर्द
मर्द का दर्द
Anil chobisa
ज़िंदगी का सफ़र
ज़िंदगी का सफ़र
Dr fauzia Naseem shad
"कुण्डलिया"
surenderpal vaidya
सोनेवानी के घनघोर जंगल
सोनेवानी के घनघोर जंगल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है  【गीत】*
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है 【गीत】*
Ravi Prakash
आओ नया निर्माण करें
आओ नया निर्माण करें
Vishnu Prasad 'panchotiya'
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
जो भूल गये हैं
जो भूल गये हैं
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
.........???
.........???
शेखर सिंह
*एक मां की कलम से*
*एक मां की कलम से*
Dr. Priya Gupta
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
Loading...