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29 Apr 2024 · 1 min read

3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3343.⚘ पूर्णिका
🌹 परिवर्तन का अब दौर है🌹
2212 2212
परिवर्तन का अब दौर है ।
करते यहाँ सब गौर है ।।
मंजिल मिले या ना मिले।
यूं मेहनत चितचौर है ।।
दुनिया तमाशा जिंदगी।
अपना जहाँ सिरमौर है ।।
मशगूल रहते देख ले।
ये तीज है गणगौर है ।।
करते कहाँ खेदू मस्ती ।
सच बात अपनी और है ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार

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