Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2020 · 1 min read

शर्माया मत कर

**** शर्माया मत कर *****
**********************

हद से ज्यादा शर्माया मत कर
खामख्वाह इतराया मत कर

मेरी नींदों में आ कर हमनशीं
रात भर मुझे जगाया मत कर

आ जाते हो अक्सर ख्वालों में
ख्वाबों में मुझे सताया मत कर

कली से फूल बन गई हो तुम
दिल मे फसाद मचाया मत कर

मयकशी सा नशा है जवानी में
खुमारी में होश खोया मत कर

भरपूर यौवन का गरूर है तुम्हे
हमें राहों से भटकाया मत कर

नैनों से छलावा करती हो तुम
भ्रम में मुझे भरमाया मत कर

कातिलाना है नजर का जादू
निगाह से मार मुकाया मत कर

अदा अदाकारी के क्या कहने
यूँ जुल्मोसितम ढाया मत कर

सुखविंद्र दरिया सी गहराई है
गहराई में गोते लगाया मत कर
************************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
2 Comments · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

World Emoji Day
World Emoji Day
Tushar Jagawat
राष्ट्रीय एकता और अखंडता
राष्ट्रीय एकता और अखंडता
Rahul Singh
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मन को भिगो दे
मन को भिगो दे
हिमांशु Kulshrestha
मनोरंजन
मनोरंजन
Sudhir srivastava
*राम का आगमन*
*राम का आगमन*
Pallavi Mishra
........,?
........,?
शेखर सिंह
23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अध्यापक:द कुम्भकार
अध्यापक:द कुम्भकार
Satish Srijan
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
मिट्टी का बदन हो गया है
मिट्टी का बदन हो गया है
Surinder blackpen
ज़िंदगी चाँद सा नहीं करना
ज़िंदगी चाँद सा नहीं करना
Shweta Soni
का कहीं लोर के
का कहीं लोर के
आकाश महेशपुरी
बेशक मित्र अनेक
बेशक मित्र अनेक
RAMESH SHARMA
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
Gouri tiwari
महाकाल का आंगन
महाकाल का आंगन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*दुनिया में नाटककार बड़े*
*दुनिया में नाटककार बड़े*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तेरा पागल दीवाना
तेरा पागल दीवाना
डॉ. एकान्त नेगी
“अपना बना लो”
“अपना बना लो”
DrLakshman Jha Parimal
कल तुम्हें याद किया,
कल तुम्हें याद किया,
Priya princess panwar
जब तुम नहीं कुछ माॅंगते हो तो ज़िंदगी बहुत कुछ दे जाती है।
जब तुम नहीं कुछ माॅंगते हो तो ज़िंदगी बहुत कुछ दे जाती है।
Ajit Kumar "Karn"
तितली तुम भी आ जाओ
तितली तुम भी आ जाओ
उमा झा
लघुकथा-
लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
- अपना होना भी एक भ्रम है -
- अपना होना भी एक भ्रम है -
bharat gehlot
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
कुण्डलिया
कुण्डलिया
sushil sarna
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आधुनिक हो गये हैं हम
आधुनिक हो गये हैं हम
Dr.Pratibha Prakash
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
Loading...